1- यूपी के कासगंज में बीती 9 फरवरी को शराब माफियाओं पर कार्रवाई के लिए निकले दरोगा अशोक पाल और सिपाही देवेन्द्र सिंह की वर्दी उतार कर पिटाई करने वाले शराब माफिया मोती धीमर को आज, रविवार सुबह पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। मोती धीमर के पास से दरोगा की गायब पिस्टल भी बरामद हुई। आपको बता दें कि शराब माफिया मोती धीमर ने अपने भाईयों और साथियों के साथ मिलकर दरोगा और सिपाही की वर्दी उतारकर इतनी पिटाई की थी के वे लहूलुहान हो गए थे। गंभीर रूप से घायल हालत में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सिपाही देवेन्द्र सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे और महज 12 दिन में ही पुलिस ने ये सख्त कार्रावीई की। 9 फरवरी को हुई घटना के बाद एसटीएफ की 5 टीमों सहित पुलिस और एसओजी की 12 टीमें गठित की गई, खुद सीएम और डीजीपी द्वारा घटना की मॉनीटरिंग की गई। पुलिस मोती धीमर के भाई एलकार को पहले ही मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है, साथ ही उसके मौसेरे भाई और मां समेत 2 अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया था और मुखबिर से मिली जानकारी के बाद आज सुबह 21 फरवरी को पुलिस शराब माफिया मोती धीमर को मार गिराने में भी सफल हुई।
2- पेट्रोल और डीजल की हर दिन बढ़ रही कीमतों के चलते पेट्रोल के भाव 100 रुपये के करीब पहुंच गए हैं। इस बीच शनिवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि तेल की खुदरा कीमतोंको तार्किक स्तर पर लाने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारों को मिलकर काम करने की जरूरत है। देश में पेट्रोल की खुदरा कीमतों में तकरीबन 60 फीसदी हिस्सा सेंट्रल व स्टेट के टैक्स का है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध के सुर इसलिए ऊंचे हो रहे हैं क्योंकि बीते साल जब इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के भाव में रिकॉर्ड गिरावट आई थी उस वक्त इसका फायदा उठाने के उद्देश्य से वित्त मंत्री ने पेट्रोल और डीजल पर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी की थी, लेकिन अब जब देश में तेल की खुदरा कीमतें ही आसमान पर हैं तो वित्त मंत्री द्वारा केन्द्रीय उत्पाद शुल्क में हुई उस रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी को कम करने की सलाह क्यूं नहीं दी जा रही। एक
कार्यक्रम के दौरान इस पर बोलते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि इसके बारे में मैं कुछ भी कहूं, वास्तविकता बताने की कोई भी कोशिश कर लूं, ऐसा लगेगा कि मैं बातें बना रही हूं, मैं अपने जवाब से बच रही हूं मैं अपने ऊपर से दोष को हटा रही हूं; उन्होंने कहा कि ओपेक व सहयोगी देशों द्वारा उत्पादन में कटौती करने के कारण कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतें बढ़ी हैं जिसकी वजह से देश में ईंधन की खुदरा कीमतें भी बढ़ गयीं हैं।
3- साल 2019 में बीजेपी युवा मोर्चा में शामिल हुई पामेला गोस्वामी को कोलकाता पुलिस ने शुक्रवार को कोकीन रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था, पुलिस के मुताबिक एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जब पामेला को उनके दोस्त प्रबीर कुमार डे के साथ रोका गया तो तलाशी के दौरान उनकी कार और हैंडबैग से 100 ग्राम के करीब कोकीन बरामद हुई। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। शनिवार को एनडीपीएस कोर्ट ने पामेला को 25 फरवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। ड्रग्स केस में गिरफ्तार होने के बाद से सोशल मीडिया पर हर तरफ पामेला ही पामेला छाई हुई हैं। किसान आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री के आंदोलनजीवी वाले कटाक्ष को सोशल मीडिया पर अब पामेला के खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है और ट्विटर पर #कोकीनजीवी ट्रेंड हो रहा है। पामेला गोस्वामी ने पार्टी के सहयोगी राकेश सिंह पर इसकी साजिश रचने का आरोप लगाया है और मामले की जांच सीआईडी से कराने की भी मांग की। पामेला के आरोप के बाद भाजपा की प्रदेश कमेटी के सदस्य राकेश सिंह ने कहा कि टीएमसी और कोलकाता पुलिस उनके खिलाफ साजिश रच
रही है और पामेला को पुलिस ने ही सिखाया-पढ़ाया है। पामेला की ड्रग्स मामले पर हुई गिरफ्तारी के बाद तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि ये भाजपा के असली चेहरे को दर्शाता है।
4- कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों को तीन महीने होने को हैं लेकिन अब तक इस विषय पर सरकार व किसानों के बीच सहमति बनती नजर नही आ रही। हां इस बीच कई राजनैतिक पार्टियां व राजनेता खुलकर किसान आंदोलन के समर्थन में सामने आए हैं। शुरुआती दौर से ही किसान आंदोलन का समर्थन कर रही कांग्रेस पार्टी के नेता किसानों के बीच भी पहुंच रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर की एक किसान महापंचायत में पहुंचीं और मंच से उन्होंने केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रियंका ने कहा जैसे इन्होंने अपने 2-3 दोस्तों को देश बेच दिया है ऐसे ही किसानों के खेतों को भी बेचना चाहते हैं। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा- जब राकेश टिकैत की आंखों में आंसू थे, तब पीएम मुस्कुरा रहे थे। दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन करने वाले किसानों का अपमान किया गया। उन्हें देशद्रोही-आतंकी कहा गया। पीएम ने भी संसद में किसान आंदोलन का मजाक उड़ाते हुए किसानों को परजीवी कहा। प्रियंका ने कहा कि दो बार पीएम बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी में अहंकार आ गया
है। जिन किसानों ने उन्हें पीएम बनाया वे उनसे बात क्यों नहीं कर रहे। प्रियंका ने यहां कृषि कानूनों के नुकसान तो गिनाए ही हर दिन बढ़ रही डीजल-पेट्रोल की डीजल पर भी सरकार पर निशाना साधा।
5- एक तरफ कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े किसान दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं दूसरी तरफ हताश और बेबस किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला जारी है। पंजाब में होशियापुर के एक गांव में कल कर्ज में डूबे एक किसान औऱ उसके बेटे ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। एक एकड़ जमीन के मालिक 70 साल जगतार सिंह और 42 साल के उनके बेटे कृपाल सिंह, दोनों शनिवार सुबह अपने घर में मृत पाए गए। पुलिस को इनके पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें बाप-बेटे ने लिखा है कि वे नए कृषि कानूनों को रद्द नहीं किए जाने और राज्य सरकार द्वारा उनका कृषि कर्ज माफ न करने से परेशान होकर ये कदम उठा रहे हैं।