आज मंगलवार है, तारीख 14 सितंबर 2021; भादों मास, शुक्ल पक्ष और अष्टमी तिथि
1- कोरोना महामारी के 6 महीने के आउटलुक पर ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से कहा है कि कोरोना महामारी को खत्म होने में अभी कम से कम 6 महीने का वक्त और लग सकता है। कोरोना महामारी पर फतह की पूरी जंग का जिम्मा वैक्सीनेशन पर टिका हुआ है, इसी को ध्यान में रखते हुए दुनिया के तमाम देश वैक्सीनेशन अभियान में जुटे हैं, हालांकि अभी भी करोड़ों की आबादी है जिस तक वैक्सीन नहीं पहुंची है, और जब तक 90 से 95 फीसदी आबादी वैक्सीनेट नहीं हो जाती, कोरोना से मुक्ति संभव नहीं लग रही, और ये मुकाम हासिल करने में अभी 6 महीने का वक्त और लग सकता है। देश में 75 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली डोज मिल चुकी है लेकिन संक्रमण का खतरा अभी भी बरकरार है, बीएचयू के एक साइंटिस्ट ने ये दावा किया है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर अगले तीन महीने में दस्तक देगी। मिनसोटा यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर इंफेक्शियस डिजीज रिसर्च एंड पॉलिसी के डायरेक्टर और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के एडवाइजर माइकल ऑस्टरहोम ने भी इसी खतरे की आशंका जाहिर की है, उनका कहना है कि दुनियाभर में कोरोना के मामलों का घटना-बढ़ना जारी रहेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि दुनिया में करोड़ों-करोड़ लोगों को अब तक वैक्सीन नहीं मिली है। ऐसे में वायरस के खत्म होने की उम्मीद नहीं है, दूसरी तरफ तमाम देश आर्थिक गतिविधियां खोलने लगे हैं। ऐसे में आने वाले महीनों में महामारी फिर से फैलने की संभावना है और इस बीच एक बड़ा खतरा ऐसे वैरिएंट के विकसित होने का है जो वैक्सीन के कवच को भी मात दे सकता है। इस लिहाज से अगले कुछ महीने काफी अहम हैं।
2- रविवार को नीट की परीक्षा से कुछ वक्त पहले ही परीक्षा में बैठने जा रहे एक छात्र ने अपनी जिन्दगी खत्म कर ली, इसके साथ ही नीट एग्जाम को खत्म कराने के मुद्दे ने तमिलनाडु में एक बार फिर जोर पकड़ा और तमिलनाडु में नीट परीक्षा नहीं करवाने का विधेयक विधानसभा में पारित हुआ। इस विधेयक के कानून बनने के बाद राज्य में नीट परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी बल्कि 12वीं में मिले मार्क्स के आधार पर ही स्टूडेंट्स को मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिल सकेगा। विधानसभा में इस बिल पर चर्चा के दौरान धनुष नाम के उस स्टूडेंट का जिक्र हुआ जिसने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में बैठने से पहले सुसाइड किया और इसी घटना पर प्रमुख विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने राज्य सरकार पर निशाना भी साधा। हाई लेवल कमिटी के सुझावों के साथ तैयार हुए इस बिल को मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने विधानसभा में पेश किया, जिसमें सरकार ने ग्रेजुएट लेवल पर मेडिकल कोर्सों में प्रवेश के लिए नीट की बाध्यता समाप्त करने का फैसला लिया है, इस विधेयक का कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, पीएमके और अन्य दलों ने समर्थन किया जबकि बीजेपी ने इस कदम का विरोध करते हुए बॉयकॉट किया। छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए एकमात्र जरिया नीट ही न रहे, छात्र सेंट्रल एग्जाम पर निर्भर नहीं रहें। उन्हें इससे छूट मिले, इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने ये बिल तैयार किया है।
3- ICMR यानि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को नागर विमानन मंत्रालय की ओर से ड्रोन के माध्यम से वैक्सीन वितरण की मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद देश के दूर-दराज के दुर्गम इलाकों में वैकसीन की डिलवरी ड्रोन के जरिए आसानी से की जा सकेगी। सोमवार को मंत्रालय ने कहा कि ICMR को अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, मणिपुर और नागालैंड में वैक्सीन वितरण के लिए ड्रोन के इस्तेमाल को सशर्त मंजूरी दे दी है। सशर्त मिली मंजूरी के तहत ICMR को टीकों के वितरण के लिए 3 हजार मीटर तक की ऊंचाई पर ड्रोन के इस्तेमाल की परमिशन मिली है। इसके अलावा आईआईटी मुंबई को भी शर्तों के साथ, अपने परिसरों में शोध, विकास एवं परीक्षण उद्देश्यों के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की मंजूरी मिली है, जो कि एक साल तक या अगले आदेश तक वैध होगी। आपको बता दें कि दो दिन पहले ही, केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तेलंगाना के विकाराबाद में पहली ‘मेडिसिन्स फ्रॉम द स्काई’ परियोजना शुरू की जिसके तहत ड्रोन की मदद से दवाओं और टीके की आपूर्ति कराई जाएगी।
4- केन्द्र के लाए नए कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसानों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है, किसान जहां कानूनों की वापसी की मांग पर अड़े हैं वहीं केन्द्र सरकार भी साफ कर चुकी है कि कानून वापस नहीं लिए जाएंगे, जिसके चलते किसानों का विरोध प्रदर्शन बढ़ता जा रहा है, इसी बीच किसानों की मांगों और आंदोलन का समर्थन करते हुए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एक ऐसा बयान दिया है, जिससे सत्ता के गलियारों में उनका नाम चर्चाओं में है। दरअसल, सोमवार को पंजाब के होशियारपुर जिले के मुखलियाना गांव में एक सरकारी कॉलेज की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में शामिल हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यहां अपने संबोधन में पंजाब में प्रदर्शन कर रहे किसानों से अपील करते हुए कहा है कि अगर उन्हें आंदोलन ही करना है तो पंजाब की बजाय दिल्ली और हरियाणा में जाएं। उन्होंने कहा कि राज्य में 113 जगहों पर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिससे राज्य का विकास और अर्थव्यवस्था प्रभावित हो रही है। मैं पंजाब के किसानों को बताना चाहता हूं कि ये उनकी जमीन है। यहां उनका विरोध प्रदर्शन करना राज्य हित में नहीं है इसलिए कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए पंजाब में विरोध प्रदर्शन करने के बजाय किसानों को केंद्र पर दबाव बनाना चाहिए, और दिल्ली-हरियाणा में विरोध प्रदर्शन करना चाहिए। अमरिंदर सिंह के इस बयान पर बीजेपी नेताओं ने खासी नाराजगी जताई है, और उनके इस बयान को गैर जिम्मेदाराना कहा है।
5- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज अलीगढ़ में योगी आदित्यनाथ संग, जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर लोधा में आज दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय और डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर अलीगढ़ नोड का शिलान्यास करेंगे और 37 मिनट तक जनता को संबोधित करेंगे, साथ ही वह उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर के अलीगढ़ क्षेत्र का दौरा भी करेंगे। प्रधानमंत्री का यहां एक घंटे रुकने का कार्यक्रम है। पीएम के लोधा पहुंचने से पहले कल सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने यहां शिलान्यास समारोह की तैयारियों का जायजा लिया, करीब सवा घंटे तक उन्होंने हर व्यवस्था की समीक्षा की और अफसरों को हर स्थिति से निपटने के निर्देश दिए, साथ ही उन्होंने कहा कि इन दोनों योजनाओं से अलीगढ़ मंडल और आसपास जिलों के विकास को तेज गति मिलेगी। आपको बता दें कि इस समारोह में आगरा-अलीगढ़ मंडल के करीब डेढ़ लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है।
6- यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने अब्बा वाले बयान के चलते भी काफी सुर्खियों में है, वजह है उनके इस बयान को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर में दायर हुई याचिका। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर निवासी तमन्ना हाशमी ने योगी आदित्यनाथ पर एक समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर की है। उनका कहना है कि सूबे के एक बड़े संवैधानिक पद पर बैठे सीएम का यह बयान देश को तोड़ने वाला है। जिसकी सुनवाई के लिए कोर्ट ने 21 सितंबर की तारीख निर्धारित की है। आपको बता दें कि योगी ने रविवार को कुशीनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज गरीबों को राशन मिल रहा है, ये राशन क्या 2017 के पहले भी मिलता था? 2017 के पहले राशन नहीं मिलता क्योंकि तब अब्बा जान कहने वाले ही राशन हजम कर जाते थे। आज इन गरीबों का राशन कोई नहीं खा सकता। अगर कोई खाएगा तो वो जेल जाएगा। उनके इस बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने भी योगी पर जमकर निशाना साधा।