केंद्र सरकार और किसानों के बीच कृषि कानूनों को लेकर उलझा मुद्दा सुलझने का नाम नहीं ले रहा। कनाडा और ब्रिटेन से उठ रही आवाजें यही बताती हैं कि किसानों का आंदोलन देशव्यापी नहीं रह गया। अमेरिका में जहां किसानों के पक्ष में रैलियों के बाद, ब्रिटेन के संसद में भी इसकी आवाज आज सुनाई दी। बुधवार को विपक्षी दल लेबर पार्टी के सिख सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से किसानों के आंदोलन पर सवाल पूछ डाला। हालांकि इस सवाल पर जॉनसन असमंजस में दिखे और उन्होंने किसानों के इस मसले को भारत-पाकिस्तान का मामला बता डाला। यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
ब्रिटिश सिख सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी ने प्रधानमंत्री क्वेश्चन सेशन (पीएमक्यूएस) के दौरान प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से कहा, ”पंजाब या भारत के अन्य हिस्सों से आने वाले सांसदों समेत कई सांसद किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर वॉटर कैनन, आंसू गैस और पुलिस बल के प्रयोग की फुटेज देखकर काफी डरे हुए हैं। जो किसानों को मार रहे थे, उन्हें ही वे खाना खिला रहे थे। यह सब बेहद ही सुखदायी है। यह अदम्य भावना है और ऐसा करने के लिए एक अलग प्रकार के लोगों की जरूरत होती है।” तनमनजीत सिंह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री (बोरिस जॉनसन) भारत के प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को हमारी चिंताओं से अवगत कराएंगे? और क्या वे इस बात से सहमत हैं कि सभी को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का मौलिक अधिकार है।”
तनमनजीत सिंह के सवाल पर बोरिस जॉनसन कंफ्यूज हो गये। उन्होंने इस मसले को भारत-पाकिस्तान के बीच का मामला बताया। ”हमारा मत यह है कि जो भी भारत-पाकिस्तान के बीच हो रहा है, उसको लेकर हमें गंभीर चिंताएं हैं, लेकिन यह उन दो सरकारों का मामला है। मुझे पता है कि वह इस बिंदु की सराहना करेंगे।”
बोरिस जॉनसन के इस तरह के बयान पर तनमनजीत सिंह चौंक गये। इस वीडियो में उन्हें देखिये।