1- मुंबई हमले की 12वीं बरसी पर केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा “मुंबई जैसी आतंकी घटनाओं को अंजाम देना अब मुमकिन नहीं” देश को आतंकमुक्त करने के संकल्प को दोहराते हुए गुरुवार को एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि बीते छह साल में राष्ट्रीय सुरक्षा में युग परिवर्तन आया है जिससे आतंक के आका भी डरे हुए हैं क्योंकि सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक ने उन्हें सहमा दिया है। राजनाथ ने कहा कि पहले सिर्फ डोजियर दिया करते थे अब आतंकवाद के खिलाफ 360 डिग्री पर कार्रवाई हो रही है।
2- नए कृषि कानूनों के खिलाफ एकजुट हुए देश के किसान अलग अलग राज्यों से दिल्ली कूच कर रहे हैं, गुरुवार को जब पंजाब-हरियाणा के किसानों ने दिल्ली चलो मार्च निकाला तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए किसानों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया और आसू गैस के गोले भी छोड़े। इस किसान प्रदर्शन के चलते गुरुवार को मेट्रो सेवा भी बाधित रही और शुक्रवार को भी मेट्रो से सफर करने वालों को इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसानों से प्रदर्शन न करने की अपील कर 3 दिसंबर को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है।
3- कश्मीर की वादियों से फिर आई शहादत की खबर, कहा जा रहा है कि गुरुवार दोपहर को श्रीनगर के एचएमटी इलाके में आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की जिसमें दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए, दोनों जवानों को आर्मी हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया। खबर आ रही है कि दोनों ही जवान शहीद हो गए।
4- राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ रही कोविड मरीजों की सख्य़ा पर दिल्ली हाईकोर्ट ने चिंता जताई, कोविड-19 की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि नवंबर महीने में अभी 5-6 दिन बाकी है और अब तक 2 हजार से ज्यादा मौंते हो चुकी है। दिल्ली में हर महीने कोरोना से मरने वालों की संख्या 800 थी लेकिन नवंबर महीने में ये 2000 के पार हो गई है इसलिए हाईकोर्ट ने कि कोरोना के बढ़ते मामलों पर विराम लगाने के लिए सख्ती बरते और स्थानीय स्तर पर पाबंदियों को लेकर खुद फैसले ले।
5- गुजरात के राजकोट जिले का उदय शिवराज अस्पताल, जोकि कोविड सेंटर है जहां के आईसीयू में गुरुवार देर रात मशीनरी शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। अस्पताल में 33 कोरोना मरीज भर्ती थे, बताया जा रहा है कि इस हादसे में पांच कोरोना मरीजों की जलकर मौत हो गई जबकि एक मरीज की हालत नाजुक बनी हुई है, बाकी बचाए गए मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने हादसे के कारणों की जांच करने के आदेश दिए हैं।