लखीमपुर हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश में तनाव का माहौल बना हुआ है। एक ओर जहां किसानों से मिलने रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीतापुर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के आवास के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई और बैरिकेडिंग कर दी गई ताकि वो हिंसाग्रस्त जिले तक न जा सके। जिसके विरोध में अखिलेश समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। अखिलेश को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जिसके विरोध में सपा के सैकड़ों समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। गुस्साई भीड़ ने गौतमपल्ली थाने के पास एक पुलिस जीप को आग लगा दी।
फिलहाल मिल रही खबरों के अनुसार लखीमपुर खीरी में किसानों और सरकार के बीच हुआ समझौता हुआ है। जिसमें सभी मृतक किसानों को 45-45 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की गई है। घायलों को 10-10 लाख रुपये दी जाने की बात हुई है। प्रदेश सरकार ने यह भी आश्वासन दिया है कि मामले की न्यायिक जांच होगी, इसके अलावा परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी।
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी गिरफ्तारी का विरोध जताने के लिए उपवास पर बैठी हैं। उन्होंने कहा कि जब तक किसानों के परिवारों व अन्य किसानों से नहीं मिलूंगी, अन्न ग्रहण नही करूंगी। बता दें कि रविवार रात को प्रियंका लखनऊ पहुंचीं और आधी रात ठीक 12 बजे किसानों से मिलने के लिए लखीमपुर के लिए निकल गईं, जिन्हें सीतापुर में गिरफ्तार किया गया। आरोप है कि इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी हुई। प्रियंका गांधी को सीतापुर के जिस PAC बटालियन के गेस्टहाउस में रखा गया है। गिरफ्तारी का विरोध जताने के लिए प्रियंका ने गेस्ट हाउस के कमरे में अपने हाथों से झाड़ू लगाया। झाड़ू लगाते उनका 42 सेकेंड का ये वीडियो कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से हैशटैग लखीमपुर, हैशटैग किसान और हैशटैग लखीमपुर खीरी के साथ ट्वीट किया गया है। ट्वीट के साथ यह भी लिखा गया है-संघर्ष की तस्वीर….सीतापुर के इसी गेस्टहाउस में श्रीमती प्रियंका गांधी को हिरासत में रखा गया है।
संघर्ष की तस्वीर….
सीतापुर के इसी गेस्टहाउस में श्रीमती प्रियंका गांधी को हिरासत में रखा गया है।#Lakhimpur#किसान #lakhimpurkhiri pic.twitter.com/pWLNgItMsx— INC TV (@INC_Television) October 4, 2021