आज गुरुवार है, तारीख 02 सितंबर 2021; भादों मास, कृष्ण पक्ष और एकादशी तिथि।
1- बुधवार को एक मामले की सुनवाई के दौरान इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गौरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि गाय का भारतीय संस्कृति में पूजनीय स्थान है। गो मांस खाना किसी का मौलिक अधिकार नहीं है। जीभ के स्वाद के लिए जीवन का अधिकार नहीं छीना जा सकता। कोर्ट ने कहा कि अपने पूरे जीवन में एक गाय 400 से ज्यादा लोगों के लिए भोजन जुटाती है और बूढ़ी बीमार गाय भी कृषि के लिए उपयोगी है, जबकि गौ मांस से महज 80 लोगों का पेट भरता है। ऐसे में मौलिक अधिकार सिर्फ गोमांस खाने वालों का ही नहीं है, बल्कि जो गाय की पूजा करते हैं और आर्थिक रूप से गायों पर निर्भर हैं, उन्हें भी सार्थक जीवन जीने का अधिकार है। इसलिए गाय की हत्या की इजाजत नहीं दी जा सकती, फिर चाहें वो बूढ़ी- बीमार ही क्यों न हो। कोर्ट ने कहा कि गौ हत्या करने वाले को छोड़ा गया तो वो फिर से अपराध करेगा, इसी के साथ कोर्ट ने गौहत्या के आरोपी जावेद की जमानत याचिका खारिज कर दी। बता दें कि जावेद पर आरोप है कि उसने अपने साथियों के साथ, खिलेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति की गाय चुराकर उसे जंगल में दूसरी गायों के साथ मारकर, मांस इकट्ठा करते हुए टार्च की रोशनी में देखे जाने का आरोप है। जिसके बाद 8 मार्च 2021 से वो जेल में बंद हैं। कोर्ट ने इस मामले में ये महत्वपूर्ण टिप्पणी करने के साथ कहा कि देश के 29 में से 24 राज्यों में गोवध प्रतिबंधित है। गाय की वैदिक, पौराणिक, सांस्कृतिक महत्व व सामाजिक उपयोगिता को देखते हुए गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का सुझाव दिया है। बता दें कि इससे पहले राजस्थान हाईकोर्ट भी केन्द्र को, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने का सुझाव दे चुका है।
2- अफगानिस्तान से अमेरिका की फाइनल वापसी के बाद वहां तालिबानी हुकूमत कायम करने की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। कंधार से काबुल तक अफगानिस्तान पर तालिबानी हुकूमत है, जिसपर तालिबानी सत्ता चलेगी, लेकिन इस सत्ता की अगुवाई कौन करेगा??? तो बताया जा रहा है कि तालिबान की नई हुकूमत को लेकर बैठकों का दौर जारी है। सूत्रों की मानें तो ईरान की तर्ज पर अफगानिस्तान में शासन व्यवस्था की प्लानिंग की जा रही है, और 7 बड़े नेताओं के हाथों में इस हुकूमत की कमान रहेगी, जिनमें हिबदुल्लाह अखुंदजादा, मुल्ला बरादर, मुल्ला मुहम्मद याकूब, सिराजुद्दीन हक्कानी, मुल्ला अब्दुल हकीम इशाकजई, कारी दिन मोहम्मद, मौलवी अब्दुल सलाम हनाफी का नाम शामिल हैं। जिनमें तालिबान के सबसे बड़े नेता हिब्दुल्लाह अखुंदजादा को सुप्रीम लीडर बनाया जा सकता है। जिसे अफगानिस्तान में ‘जाईम’ या ‘रहबर’ कहा जाएगा। तालिबान के सूत्रों ने भी इसकी पुष्टि की है की सरकार गठन को लेकर कंधार में चल रही बैठकों की अध्यक्षता खुद अखुंदजादा कर रहा है।
3- महंगाई के मुद्दे को लेकर केन्द्र और मुख्य विपक्ष के बीच एक बार फिर घमासान छिड़ा है। कल बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा तो बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा सरकार के बचाव में सामने आए। पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने रसोई गैस और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर कहा कि GDP का मतलब गैस, डीजल, पेट्रोल हो गया है, जब भी ईंधन की कीमतों में बढ़ोत्तरी पर सवाल उठाए जाते हैं कहा जाता है कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों में इजाफा हो रहा है, लेकिन ये गलत है। कांग्रेस की सरकार के समय में क्रूड ऑयल 105 डॉलर प्रति बैरल था और अब 71 डॉलर प्रति बैरल है। उन्होंने कहा, सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपये जीडीपी यानी गैस, डीज़ल, पेट्रोल से कमाए हैं। ये 23 लाख करोड़ रुपये कहां गए? राहुल गांधी ने कहा कि देश के सामने 1991 जैसा ही संकट पैदा हो रहा है। ये अर्थव्यवस्था की नहीं बल्कि ढांचागत समस्या है। जिससे बाहर निकलने के लिए नीतियों में बदलाव जरूरी है। राहुल गांधी ने मोनेटाइजेशन पॉलिसी पर भी निशाना साधा और कहा कि मोनेटाइजेशन प्लान से 6 लाख करोड़ रुपए जुटाने की बात की जा रही है, लेकिन इसके तहत देश की संपत्ति पीएम मोदी के ही 4 से 5 प्रिय मित्रों के हाथों में चली जाएगी। वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी जीडीपी की गलत परिभाषा बताकर देश को भ्रमित कर रहे हैं। CNP का मतलब करप्शन, नेपोटिज्म और पॉलिसी पैरालिसिस है। यह लोग जीडीपी का सही अर्थ कभी नहीं समझ सकते। वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि राहुल गांधी ने 7 सालों में 700 मुद्दे उठाए होंगे। लेकिन वो एक मुद्दा उठाते हैं और फिर उसे भूल जाते हैं। उनकी भूलने की बीमारी ने कांग्रेस पार्टी को भूल भुलैया बना दिया है। कांग्रेस के लोगों इसका इलाज कराना चाहिए।
4- पाकिस्तान द्वारा अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजे जा चुके और अपने भारत विरोधी बयानों के लिए मशहूर रहे अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिनाली का कल, बुधवार देर रात निधन हो गया, 92 साल के गिनाली लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे, कल दोपहर उन्हें सीने में जकड़न और सांस लेने में परेशानी होने के बाद घर पर ही उनका इलाज शुरु किया गया जिसके बाद रात करीब साढ़े दस बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन के बाद पूरी घाटी में अलर्ट है, पुलिस व सुरक्षा बलों की संवेदनशील स्थानों पर तैनाती कर दी गई है और लोगों से श्रीनगर की ओर न जाने की सलाह दी है। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया है कि पाबंदियां लगाने के साथ- साथ मोबाइल इंटरनेट सेवा रोक दी गई है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट शोक व्यक्त करते हुए लिखा है कि गिलानी साहब के निधन की खबर से दुखी हूं। अल्लाह तआला उन्हें जन्नत अता करे और उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करे।
5- कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट C.1.2 का पता चला है। इसी के प्रति अहतियातन BMC ने फैसला लिया है कि विदेशी पर्यटकों जैसे ब्रिटेन, यूरोप, पश्चिम एशिया, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मारिशस , न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे से आने वाले यात्रियों के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर RT-PCR टेस्ट अनिवार्य होगा, जिसे 3 सिंतंबर से लागू किया जाएगा। BMC के निर्देशों में ये भी कहा गया है कि इन देशों के अलावा दूसरे देशों से मुंबई पहुंचने वालों को 72 घंटों के भीतर कराई गई RTPCR टेस्ट की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। हालांकि कोरोना का ये नया वैरिएंट अभी तक भारत में नहीं पाया गया लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अब तक 6 देशों में C.1.2 वैरिएंट के मामले पाए जा चुके हैं, लेकिन कोरोना के ज्यादा संक्रामक रूपों की जानकारी मिलने के बाद केन्द्र के दिशा निर्देशों के आधार पर ये कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि देश में तीसरी लहर की दस्तक और उसके विस्तार को रोका जा
सके। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की ओर से गठित एक विशेषज्ञ समिति ने हाल ही में कहा है कि देश में सितंबर और अक्टूबर के बीच कभी भी कोरोना की तीसरी लहर के आने की आशंका है, हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि देश में तो तीसरी लहर के कोई सीधे संकेत नहीं मिल रहे हैं लेकिन केरल जैसे राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामले तीसरी लहर का संकेत दे रहे हैं। बता दें कि केरल में कल, बुधवार को भी कोरोना संक्रमण के 32 हजार 803 नए मामले सामने आए जबकि इस दौरान 173 लोगों की मौत हुई है।