स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
क्या आप जानते हैं कि हर साल 2 सितंबर को विश्व नारियल दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन को मनाने की शुरुआत कब, किसके द्वारा और किस उद्देश्य के साथ की गई। क्यों ये विषय इतना महत्वपूर्ण है कि उसके लिए साल में एक दिन निर्धारित किया गया है??? पढ़िए इससे संबंधित महत्वपूर्ण बातें।
खूबियों का खजाना है नारियल
सनातन धर्म की पूजा आराधना में खास स्थान रखने वाला नारियल, सेहत के लिए भी तमाम पोषक तत्वों का खजाना है, जिसमें एंटी – ऑक्सीडेंट्स, अमीनो – एसिड, मैंगनीज, कॉपर, आयरन, जिंक, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर आदि अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। नारियल कच्चा हो, पका हो या फिर इसका तेल, सबकुछ हर रूप में उपयोगी है। सबसे खास बात ये कि सेहत के लिए फायदेमंद नारियल की खेती भी मुनाफे का सौदा है। इसी को ध्यान में रखते हुए नारियल की खेती और इसकी उत्पादकता बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है ताकि नारियल के कच्चे माल के निर्यात में बढ़ोत्तरी के साथ-साथ नारियल उत्पाद करने वाले किसानों को भी फायदा मिल सके।
क्यों मानाया जाता है विश्व नारियल दिवस
दुनियाभर में 90 से अधिक देशों में नारियल उगाया जाता है लेकिन नारियल के महत्व से लोगों को अवगत कराने की शुरुआत 1969 में Asian and Pacific Coconut Community द्वारा की गई, जिनका उद्देश्य नारियल उद्योग के विकास को बढ़ावा देने के साथ ही इसमें निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए लोगों को बताना भी है कि नारियल कैसे गरीबी से लड़ने का एक माध्यम हो सकता है। वैश्विक स्तर पर लोगों को नारियल की खेती के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से पहला विश्व नारियल दिवस साल 2009 में 2 सिंतबर को मनाया गया, क्योंकि इसी दिन APCC का गठन हुआ था। एशियाई और प्रशांत क्षेत्रों में दुनिया का सबसे ज्यादा नारियल उत्पादन होता है जबकि विश्व में सबसे अधिक नारियल का उत्पादन इंडोनेशिया में होता है और दूसरे नंबर पर है फिलीपींस।
क्या है थीम
नारियल की खेती और उद्योग से लोग अच्छा रोजगार पा सकते हैं, जहां तक बात है भारत की तो हमारे देश में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को नारियल की खेती से रोजगार मिला हुआ है। भारत के चार दक्षिणी प्रदेश केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में नारियल की सघन खेती की जाती है, जहां से देश का 90 फीसदी तक नारियल उत्पादन होता है। देश में इशकी खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार और भी नई-नई योजनाओं पर काम कर रही है। इस विषय के प्रति जागरुकता फैलाने और नारियल की खेती को बढ़ावा देने के लिए हर साल विश्व
नारियल दिवस एक खास विषय के साथ मनाया जाता है। इस साल 2021 में विश्व नारियल दिवस की थीम रखी गई है Building a Safe Inclusive Resilient and Sustainable Coconut Community Amid COVID-19 Pandemic and; Beyond. यानि COVID-19 महामारी और उससे परे एक सुरक्षित समावेशी लचीले और टिकाऊ नारियल समुदाय का निर्माण।