1- कोरोना काल के दौरान औंधे मुंह गिरी जीडीपी के दिसंबर तिमाही के आंकडे काफी संतोषजनक रहे हैं। जीडीपी मोर्चे पर ये देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक और बड़ी खुशखबरी है कि दिसंबर तिमाही में भारत की जीडीपी में 0.4 प्रतिशत की बढ़त हुई है। कोविड संक्रमण के चलते प्रभावित हुई जीडीपी लगातार माइनस में जा रही थी, ऐसे में आशंका जताई जा रही थी कि दिसंबर तिमाही के आंकडे भी निगेटिव में जा सकते हैं, लेकिन 0.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ संभलती जीडीपी, देश की अर्थव्यवस्था को भी मंदी के दौर से बाहर निकालने में मददगार साबित हो रही है। आपको बता दें कि जून तिमाही में जहां जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट आई थी तो वहीं सितंबर तिमाही में थोड़े सुधार के बाद भी जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी ऐसे में दिसंबर तिमाही के जीटीपी आंकड़ों को लेकर भी विरावट की आशंका थी, क्योंकि कोरोना के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था इतिहास में पहली बार टैक्निकल रिसेशन यानि तकनीकी रूप से मंदी के दौर में पहुंची थी लेकिन 0.4 फीसद ही सही, इस बढ़त ने सभी को सुकून दिया है।
2- शुक्रवार को चुनाव आयोग ने देश के 5 राज्यों, पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में होने वाले विधान सभा चुनावों की घोषणा की। चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही पांचों राज्यों में आचार संहिता लागू हो गई है। इन पांचों राज्यों में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच मतदान होंगे और 2 मई को नतीजों की घोषणा की जाएगी। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग द्वारा पुख्ता सुरक्षा इंतजामों के साथ साथ इस बार महामारी से बचाव के लिए भी बंदोबस्त किए गए हैं। पांचों राज्योंमें होने वाले विधानसभा चुनावों में सबसे खास रहेंगे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव। इस बार इलैक्शन कमिशन ने बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराने का फैसला लिया है, इससे पहले बंगाल में 7 चरणों में विधानसभा चुनाव हुए हैं। पश्चिम बंगाल में पहले चरण के चुनाव जहां 27 मार्च को होंगे तो वहीं दूसरे से लेकर आठवें चरण तक के चुनाव 1,6,10,17, 22, 26 और 29 अप्रैल को होंगे। वहीं असम में तीन चरणों में होने वाले 2021 के विधान सभा चुनाव 27 मार्च, 1 अप्रैल और 6 अप्रैल को होंगे। इसके अलावा केरल, तमिलनाडु और केन्द्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में ये चुनाव सिंगल फेज में 6 अप्रेल को होंगे।
3- पश्चिम बंगाल में 2021 के विधान सभा चुनाव 8 चरणों में किए जाने के चुनाव आयोग के एलान के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि एक जिले में 2-3 फेज में चुनाव क्यों? जैसा कि हमने बताया कि इस बार बंगाल में 8 फेज में विभानसभा चुनाव होंगे। राज्य में 294 सीटों पर होने वाले इन चुनावों में बंगाल के कई जिले ऐसे हैं जहां 2-3 चरणों में ये चुनाव कराए जाएंगे। जिस पर ममता बनर्जी ने आपत्ति जताते हुए 8 चरणों में चुनाव की घोषणा को बीजेपी द्वारा इलेक्शन कमिशन का इस्तेमाल बताया है। ममता का कहना है कि जो भाजपा ने कहा, आयोग ने वही किया। ममता ने कहा, ये तरीके काम नहीं आएंगे, बंगाल में बंगाली ही राज करेगा, हम बीजेपी को हराकर रहेंगे। वैसे बनर्जी ममता के अलावा सीपीआई नेता दिनेश वार्ष्णेय भी बंगाल में 8 फेज में चुनाव कराए जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा राज्य में 8 चरणों में चुनाव इसलिए करा रही है क्योंकि वो ध्रुवीकरण की तैयारी में है। वहीं बीजेपी के राष्ट्री प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर ने इसे लेकर जवाब दिया कि चुनाव हिंसक ना हो, इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराए जाने का फैसला लिया गया है।
4- देश में चल रहे कोविड वैक्सीन प्रोग्राम के पहले चरण में आज और कल, यानि शनिवार-रविवार को टीकाकरण नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि कोविन डिजिटल प्लेटफॉर्म को 1.0 से 2.0 में बदला जाना है, जिसकी वजह से 2 दिन वैक्सीनेशन नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि सरकार 1 मार्च से वैक्सीनेशन प्रोग्राम के दूसरे चरण की शुरुआत करने जा रही है। टीकाकरण के इश दूसरे चरण में 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों के साथ साथ 45 साल से ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों का भी टीकाकरण किया जाएगा, जो किसी ग्रंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। पहले फेज की तरह ही वैक्सीनेशन प्रोग्राम के दूसरे फेज में भी वैक्सीन लेने वालों को कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा, इसलिए ऐप में दूसरे चरण के मुताबिक जरूरी बदलावों के मद्देनजर 27 और 28 फरवरी के लिए टीकाकरण कार्यक्रम को बंद किया गया है। दूसरे फेज में 10 हजार सरकारी और 20 हजार प्राइवेट सेंटर्स पर वैक्सीनेशन किया जाएगा। जिनमें सरकारी सेंटर्स पर टीकाकरण मुफ्त होगा जबकि प्राइवेट सेंटर्स पर शुल्क अदा करना होगा। आपको बता दें कि वैक्सीनेशन प्रोग्राप के पहले चरण में अभी तक 1 करोड़ 34 लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
5- देश में इन दिनों राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा किया जा रहा है, क्या आम क्या खास, सभी इसमें अपने सामर्थ्य के मुताबिक योगदान दे रहे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने राम मंदिर निर्माण के लिए सशर्त चंदा देने की बात कही है। जयपुर दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि अगर उन्होंने कभी चर्च, गुरुद्वारे, या मस्जिद के लिए चंदा दिया होगा तो वे राम मंदिर के लिए भी देंगे। वाड्रा ने सभी धर्म के भगवानों को एक बताते हुए कहा कि जिस दिन सबके लिए चंदा जोड़ा जाएगा उस दिन वो भी चंदा देंगे।