आज सोमवार है, तारीख 6 सितंबर 2021; भादों मास, कृष्ण पक्ष, चतुर्दशी तिथि
1- 100 करोड़ की वसूली के आरोपों से घिरे महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को पहले अपना पद छोड़ना पड़ा, इस मामले की एक तरफ जहां सीबीआई जांच चल रही है वहीं दूसरी तरफ उनके सिर पर ED के एक्शन की तलवार लटकी हुई है, ईडी ने भी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अपनी जांच शुरू कर देशमुख के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी और अब वसूली मामले में ED ने एनसीपी नेता अनिल देशमुख के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है, बता दें कि देशमुख को देश छोड़ने से रोकने के लिए ED ने ये लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है। नोटिस जारी होने के बाद देशमुख देश से बाहर नहीं जा सकते हैं। ये नोटिस जारी होने के बाद अनिल देशमुख की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है, क्योंकि इससे पहले ED ने अनिल देशमुख को कई बार समन भेजा लेकिन वे एक बार भी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए हैं।
2- कश्मीर को लेकर तालिबानी प्रवक्ता सुहैल शाहीन का बयान सुर्खियों में खूब छाया रहा, जिसमें तालिबान के प्रवक्ता ने कहा था कि कश्मीरी मुस्लिम के लिए आवाज उठाएंगे, लेकिन अब प्रवकता ने कहा है कि कश्मीर को लेकर दिए उनके बयान को मीडिया में तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है, प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बीबीसी उर्दू की ओर से छापे गए अपने बयान को गलत बताया और कहा कि कश्मीरी मुस्लिम पर उनकी बात को जिस तरह पेश किया गया, उससे वह भी हैरान हैं। उन्होंने साफ कहा कि कश्मीर के मामले में तालिबान कोई दखल नहीं देगा, सुहैल ने कहा, कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच मसला है और हम चाहते हैं कि दोनों शांतिपूर्वक आपस में सुलझाएं, उनका संगठन इसमें कोई दखल नहीं देगा, इस बयान के साथ प्रवक्ता ने अपनी बात फिर से दोहराते हुए कहा कि अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल किसी दूसरे देश के खिलाफ नहीं किया जा सकता। जाहिर है तालिबान की ओर से कश्मीर को लेकल दिए इस बयान के बाद पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसक गई होगी, क्योंकि कश्मीर के मुद्दे को लेकर पाकिस्तान, तालिबान से ही मदद की आस लगाए बैठा है।
3- तीन कृषि कानूनों के विरोध में कल यूपी के मुजफ्फरनगर में हुई महापंचायत में 25 सितंबर की बजाय 27 सितंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर दोहराया कि जब तक सरकार कृषि कानून वापस नहीं लेती तब तक किसान घर वापसी नहीं करेंगे। इसी बीच किसानों के सपोर्ट में बयान देते हुए भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने कहा, वे अपने ही खून हैं और हमें उनका दर्द समझना होगा। पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर कल किसान महापंचायत का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, मुजफ्फरनगर में आज लाखों किसान प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए हैं। वो हमारा ही खून हैं, हमें उनके साथ एक बार फिर आदरपूर्वक से जुड़ने की जरूरत है। जरूरी है कि हम उनका दर्द समझें, उनका नजरिया देखें और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करें। वरुण गांधी पहले और एकमात्र BJP सांसद हैं, जिन्होंने कृषि कानूनों के मुद्दे पर किसानों का खुलकर समर्थन किया है। वैसे ये पहली दफा नहीं है, इससे पहले भी वरुण गांधी अपनी ही पार्टी और सरकार के खिलाफ बोलते नजर आए हैं, जिसके चलते भाजपा और वरुण गांधी के रिश्तों में असहजता आई है।
4- कल टोक्यो पैरालिंपिक का शानदार समापन हुआ, अब अगला पैरालिंपिक 2024 में पेरिस में होगा। टोक्यो पैरालिंपिक की क्लोजिंग सेरेमनी में भारत के 11 एथलीट्स ने हिस्सा लिया, 19 साल की शूटर अवनि लेखरा भारतीय दल की ध्वजवाहक बनीं, जिन्होंने भारत को दो मेडल, एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज दिलाया। भारत ने इस बार पैरालिंपिक कुल 19 मेडल जीते हैं, जिनमें 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज मेडल हैं। जिसके साथ टोक्यो पैरालिंपिक के मेडल टेबल में भारत 24वें स्थान पर रहा, जो कि पैरालिंपिक में भारत का अभी तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। टोक्यो पैरालिंपिक में पहले स्थान पर रहा है चीन, जिसने 96 गोल्ड सहित 207 मेडल अपने नाम किए हैं, 41 गोल्ड के साथ 124 मेडल जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया है ब्रिटेन ने और 37 गोल्ड सहित 104 मेडल जीत कर तीसरा स्थान अमेरिका ने हासिल किया है।
5- अफगानिस्तान पर काबिज हो चुका तालिबान, पंजशीर पर काबिज होने के लिए अपनी लड़ाई जारी रखे हुए है, इसी खूनी संघर्ष में पंजशीर रेजिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता की मौत हो गई है,इसकी जानकारी रेजिस्टेंस फोर्स से जुड़े ट्विटर अकाउंट्स के जरिए दी गई है कि रेजिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता फहीम दश्ती की तालिबान और पंजशीर की जंग में मौत हो गई है। ट्वीट में लिखा है, भारी मन से हम रेजिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता फहीम दश्ती की तालिबानी आतंकियों के हमले में हुई मौत की जानकारी दे रहे हैं। बता दें कि फहीम दश्ती जमात-ए-इस्लामी पार्टी के वरिष्ठ नेता थे और साथ में वे फेडरेशन ऑफ अफगान जर्नलिस्ट्स के भी सदस्य थे। वे पंजशीर में बढ़ते तालिबानी खतरे को लेकर लगातार ट्विटर पर ट्वीट कर अपडेटे देते रहते थे, रविवार को ही उन्होंने ट्वीट किया था कि तालिबानी लड़ाकों को इस इलाके से खदेड़ दिया गया है, लेकिन अब उनकी मौत की खबरें आ रही हैं।