आज रविवार है, तारीख 05 सितंबर 2021; भादों मास, कृष्ण पक्ष, त्रयोदशी तिथि
1- एक बार फिर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता साबित हुए हैं। द मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे की अप्रूवल रेटिंग में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन समेत दुनिया के 13 राष्ट्र प्रमुखों को पीछे छोड़ 70% अप्रूवल रेटिंग पाई है। 2 सितंबर को अपडेट हुए इस सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी विश्व के दूसरे कई देशों के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्रियों से लोकप्रियता में काफी आगे हैं। सर्वे में मैक्सिकन राष्ट्रपति आंद्रे मैनुएल लोपेज ओब्राडोर , इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन, कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो, ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन और ब्राजीलियन राष्ट्रपति जेर बोल्सोनैरो समेत कई बड़े नेताओं की लोकप्रियता पीएम मोदी की लोकप्रियता के आगे फीकी साबित हुई है। सर्वे में पीएम मोदी ने मई 2020 में सबसे ज्यादा 84% अप्रूवल रेटिंग पाई थी, जो दूसरी लहर के पीक के दौरान थोड़ी घटी लेकिन जून में ये थोड़ी बेहतर होकर 66% थी, और अब पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग 70% है, जिसके साथ ही वो दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता बन गए हैं। बता दें कि मॉर्निंग कंसल्ट अप्रूवल और डिसअप्रूवल रेटिंग 7 दिनों के मूविंग एवरेज के आधार पर निकालती है।
2- साल 2019 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने अमेरिका की यात्रा पर जा सकते हैं, जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद ये भारत के पीएम का पहला अमेरिकी दौरा होगा, हालांकि इस लेकर अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन कहा जा रहा है के पीएम सितंबर के आखिरी में यानि 22 से 27 सितंबर के बीच वॉशिंगटन और न्यूयॉर्क के दौरे पर जा सकते हैं। सूत्रों की मुताबिक पीएम की ये यात्रा तीन मुद्दों पर केन्द्रित होगी, न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में मोदी का संबोधन, वाशिंगटन में प्रस्तावित क्वाड शिखर सम्मेलन में उनका भाग लेना और राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी द्विपक्षीय बैठक। इसके साथ ही पीएम मोदी के एजेंडे में चीन का मुद्दा भी हो सकता है। कार्यक्रम के मुताबिक, पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात करने के अलावा, अमेरिकी सरकार के बड़े अधिकारियों के साथ भी अहम बैठकें करेंगे। पीएम का अमेरिकी दौरा ऐसे वक्त में होने जा रहा है जब अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद, एशिया में तेजी से हालात बदल रहे है, इस लिहाज से पीएम मोदी की ये अमेरिकी यात्रा काफी खास मानी जा रही है।
3- देश में कोरोना की तीसरी लहर की आहट सुनाई दे रही है, क्योंकि 28 दिन के बाद एक्टिव केसों की गिनती 4 लाख के पार जा पहुंची है, आखिरी बार 7 अगस्त को एक्टिव केसों की संख्या 4 लाख थी और इसके बाद से आंकड़े में गिरावट आई थी जो 23 अगस्त को 3 लाख तक आ गए थे लेकिन 7 अगस्त के बाद एक बार फिर कल शनिवार को ये आंकड़ा 4 लाख के पार हो गया है। बीते 5 दिनों से रोजाना लगातार 40 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिल रहे हैं, पिछले 24 घंटे में भी देश में 42 हजार 667 नए मामले सामने आए हैं, और 342 लोगों की मौत हुई है। हालांकि इस दौरान 36 हजार से ज्यादा मरीजों ने रिकवर भी किया है, लेकिन एक्टिव केसों की बढती संख्या तीसरी लहर के आने के संकेत दे रही है। वहीं दूसरी तरफ संक्रमण के कहर से बचाव के लिए चल रहे वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत अभी तक 52 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की पहली डोज, और 15 करोड़ 99 लाख से ज्यादा लोगों को दोनो डोज लग चुकी हैं, स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कल शनिवार को भी 62 लाख 25 हजार से ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी गई। अभी तक 68 करोड़ 37 लाख 29 हजार वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं।
4- तीन कृषि कानूनों का लगातार डट कर विरोध करते आ रहे किसानों का आंदोलन एक बार फिर मजबूत होता नजर आ रहा है, इसी कड़ी में आज, शनिवार 5 सितंबर को किसानों द्वारा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में सबसे बड़े किसान महापंचायत आयोजित हुई है, जिसमें 22 राज्यों के तीन सौ से ज्यादा संगठन और खाप चौधरी एक मंच पर इकट्ठा होकर जन आंदोलन की शुरुआत कर रहे हैं, जिनमें 60 किसान संगठन होंगे। 40 किसान संगठन अग्रणी भूमिका में रहेंगे और 20 किसान संगठन सहयोग करेंगे। बाकी कर्मचारी, मजदूर, छात्र, शिक्षक, रिटायर्ड अधिकारी, सामाजिक, महिला आदि संगठन शामिल रहेंगे। इसी महापंचायत के मंच से संयुक्त किसान मोर्चा, मिशन यूपी का बिगुल बजाएगा। जिसमें बड़ी संख्या में किसान इकट्ठा हुए हैं। महापंचायत की तैयारियों को लेकर किसानों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस, पीएसी और मोर्चा के वालंटियरों ने कमान संभाल ली है क्योंकि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ये पहले की कह चुके हैं कि अगर हमें रोका गया तो बैरियर तोड़ देंगे। महापंचायत में जुट रहे किसानों की संख्या को देखते हुए मुजफ्फरनगर को 16 जोन और 72 सेक्टरों में बांट दिया गया है और चप्पे चप्पे पर ड्रोन-सीसीटीवी स, निगरानी की जा रही है।
5- तालिबान लाख दुहाई दे अपने मानवीय व्यवहार और अहिंसक मिजाज की, लेकिन ये बात दुनिया से छिपी नहीं है कि तालिबानी फरमान और तरीके मानवता पर जुर्म की एक अलग कहानी कहते हैं, अफगानिस्तान में काबिज होने के बाद तालिबान ने कहा था कि वो महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित नहीं करेगा,लेकिन तालिबानी सियासत के बाद यहां महिलाओं ने अपने हकों की लड़ाई शुरु की तो उनपर पर अत्याचारों की खबरें जोर पकड़ने लगी हैं। अपने हकों की मांग करती महिलाओं पर बंदूक के बटों से हमले की बात कही जा रही है। दरअसल नई सरकार में अपनी भागीदारी के लिए यहां महिलाएं दो दिन से विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए उनपर आंसू गैस के गोले दागे गए, प्रदर्शनकारी महिलाओं पर जानलेवा हमले हुए, जबकि महिला कार्यकर्ता नरगिस सद्दात ने आरोप लगाया कि शनिवार को महिला अधिकार कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान तालिबानियों ने उन्हें बंदूक के बट से मारा है, उनके चेहरे पर चोट के निशान हैं। वहीं कई पत्रकारों ने भीड़ पर फायरिंग का भी आरोप लगाया है। खामा प्रेस न्यूज एजेंसी ने चश्मदीदों के हवाले से बताया, तालिबान ने महिलाओं को तितर-बितर करने के लिए गोलियां चलाईं और पत्रकारों को घटनास्थल से भगा दिया। बता दें कि कल, शनिवार को हुआ विरोध अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद से चौथा महिला विरोध प्रदर्शन था। इससे पहले पश्चिमी हेरात प्रांत और अफगानिस्तान की राजधानी में प्रदर्शन हुए थे। इसी बीच तालिबान ने अफगानिस्तान में नयी सरकार के गठन को अगले सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है।