1- देश में अभी कोरोना की तीसरी लहर पूरी तरह खत्म भी नहीं हुई है कि तीसरी लहर को लेकर चिंताएं सताने लगी हैं, क्योंकि तीसरी लहर को लेकर विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा है कि भारत में इस साल अक्टूबर महीने में कोरोना संक्रमण की थर्ड वेब आ सकती है और इसका असर अगले एक साल तक प्रभावित करेगा। विश्वभर के 40 हेल्थ एक्सपर्ट्स, डॉक्टरों, साइंटिस्ट, वायरोलॉजिस्ट, एपिडेमियोलॉजिस्ट और प्रोफेसर्स द्वारा 3 से 17 जून के बीच किए गए स्नैप सर्वे से ये पता चला है कि संक्रमण की तीसरी लहर को कम करने में टीकाकरण महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। AIIMS दिल्ली के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि संक्रमण की तीसरी लहर को काबू किया जा सकेगा, इसके लिए देश में तेजी से वैक्सीनेशन प्रोग्राम चल रहा है और तीसरी लहर की दस्तक तक देश में बहुत लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका होगा। वहीं संक्रमण की दूसरी लहर से कुछ हद तक मिली नेचुरल इम्युनिटी भी तीसरी लहर को ज्यादा प्रभावी नहीं होने देगी।
2- नहीं रहे फ्लाइंग सिख, पूर्व भारतीय लीजेंड स्प्रिंटर मिल्खा सिंह। कल रात 11.30 बजे मिल्खा सिंह ने अंतिम सांस ली। 91 साल के मिल्खा सिंह और उनकी पत्नी कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती हुए थे। 20 मई को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई जिसके बाद दोनों एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती हुए, फिर 30 मई को हॉस्पिटल से वे डिस्चार्ज भी हो गए लेकिन 3 जून को ऑक्सीजन लेवल गिरने पर उन्हें चंडीगढ़ के PGIMER के ICU में एडमिट किया गया था, जहां दो हफ्ते से उनका इलाज चल रहा था। अभी 5 दिन पहले ही उऩकी 85 साल की पत्नी निर्मल कौर की भी पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशंस के चलते मौत हुई और पत्नी के निधन के पांच दिन बाद मिल्खा सिंह भी दुनिया को अलविदा कह गए। मिल्खा सिंह के निधन पर पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व कई हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्ति किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने एक बेहद शानदार खिलाड़ी खो दिया। मिल्खा सिंह ने तमाम भारतीयों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई थी। उनके खास व्यक्तित्व ने उन्हें लाखों लोगों का चहेता बना दिया। मैं उनके निधन से दुखी हूं।
3- WHO यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के वैरिएंट, डेल्टा को लेकर चेताया है, WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है क्योंकि इसकी ट्रांसमिसिबिलिटी बढ़ चुकी है। उन्होंने कहा कि अभी तक महामारी से लड़ने के लिए जितनी वैक्सीन इस्तेमाल की जा रही हैं उनके बारे में ज्यादा डेटा की जरूरत है जिसके बाद कोरोना वायरस के नए वैरिएंट्स से निपटने और रिसर्च के लिए बेहतर प्लान तैयार किए जा सकें। WHO की चीफ साइंटिस्ट सौम्या ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि जर्मन कंपनी क्योरवैक की वैक्सीन WHO के एफिकेसी स्टैंडर्ड्स पर खरी नहीं उतरी। ये वैक्सीन डेल्टा जैसे हाई ट्रांसमिसिबल वैरिएंट्स पर ज्यादा कारगर नहीं रही। कोरोना महामारी को काबू करने के लिए कम से कम 50 प्रतिशत एफिकेसी की वैक्सीन्स की दरकार है। आपको बता दें कि तेजी से फैलने वाला डेल्टा वेरिएंट भारत में म्यूटेंट होकर डेल्टा प्लस बन चुका है।
4- नए आईटी नियमों को लेकर भारत सरकार और ट्विटर के बीच विवाद और तेज होता दिखाई दे रहा है, शुक्रवार को आईटी मिनिस्ट्री से जुड़ी संसद की स्टैंडिंग कमिटी ने ट्विटर इंडिया से कहा है कि उसे भारत सरकार के आईटी कानूनों और नियमों का पालन गंभीरता से करना होगा, साथ ही ट्विटर से सवाल भी किया कि कंपनी ने नए आईटी नियमों के मुताबिक अभी तक फुल टाइम चीफ कंप्लायंस अफसर नियुक्त क्यों नहीं किया है, ट्विटर इंडिया से जब पूछा गया कि क्या वह देश के कानून का पालन करती है तो जवाब में ट्विटर इंडिया के अधिकारीयों ने संसदीय समिति से कहा कि वे भारतीय कानूनों का सम्मान करते हैं, लेकिन ट्विटर की नीतियां उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। स्टैंडिंग कमिटी ने ट्विटर की इस दलील पर आपत्ति जताते हुए साफ कहा है कि देश का कानून सर्वोपरि है, आपकी नीति नहीं।
5- कोरोमा महामारी के बीच दिल्ली सरकार ने मजदूरों बड़ी राहत देते हुए महंगाई भत्ते के तहत अकुशल श्रमिकों का मासिक वेतन 15 हाजर 492 से बढ़ाकर 15 हजार 908 और अर्ध कुशल श्रमिकों का वेतन 17 हजार 069 से बढ़ाकर 17 हजार 537 रुपये और कुशल श्रमिकों का वेतन 18 हजार 797 से बढ़ाकर 19 हजार 291 रुपये कर दिया है। ये नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी। मजदूरों के मासिक वेतन की इन बढ़ाई हुई दरों को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में मजदूरों को मिलने वाला न्यूनतम वेतन, देश के दूसरे किसी भी राज्य की तुलना में सबसे ज्यादा है। मजदूरों के मासिक वेतन में हुई इस बढ़ोतरी से कम से कम 55 लाख कॉन्ट्रैक्चुअल श्रमिकों को फायदा होगा। श्रमिकों के अलावा सुपरवाइजर, लिपिक वर्ग के कर्मचारियों के साथ साथ ग्रेजुएट और इससे ज्यादा शैक्षणिक योग्यता वाले गैर मैट्रिक कर्मचारियों के वेतन में भी बढोत्तरी की गई है।