1- देश में कोरोना की दूसरी लहर में जान गंवाने वालों की गिनती लगातार बढ़ रही है, कल 24 घंटे में संक्रमित लोगों की मौत ने 4 हजार का आंकड़ा पार किया। कल देशभर में 4 लाख 1 हजार 228 नए मामले सामने आए और इस दौरान 4 हजार 191 लोगों की मौत हुई, देश में 24 घंटे में हुई यें मौतें, संक्रमण के कारण अब तक की सबसे ज्यादा मौतें हैं। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर कितनी खतरनाक है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज 25 दिन के भीतर ही कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या एक हजार से 4 हजार तक पहुंच गई है। बात महाराष्ट्र की करें तो यहां 24 घंटे में 54 हजार से ज्यादा नए मामलों की पुष्टि हुई है जबकि इस दौरान 898 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कर्नाटक और केरल में भी संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने चिंता बढ़ा दी हैं, यहां संक्रमण के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए राज्य सरकारों ने कंप्लीट लॉकडाउन लगाया है। इसके अलावा यूपी में कल 28 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं जबकि 24 घंटे में 372 लोगों की मौत हुई है, देश की राजधानी दिल्ली में कल 19 हजार 832 नए मामलों की पुष्टि हुई और इस दौरान 341 मरीजों की मौत हुई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 19 हजार 216 नए मामले मिले हैं औऱ एक दिन में 112 लोगों की मौत हुई है, राजस्थान में नए संक्रमितों की संख्या 18 हजार से ज्यादा रही और एक दिन में 164 लोगों की जान गई। इसके अलावा हरियाणा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी कल 24 घंटे में नए संक्रमित 13 हजार से ज्यादा रहे, हरियाणा में जहां 162 लोगों की मौत हुई तो वहीं छत्तीसगढ़ में 200 से ज्यादा लोगों की जानें गईं। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर काबू पाया जा सके, इसके लिए केन्द्र द्वारा राज्य सरकारों को सख्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही देशभर में टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई जा रही है, इस के तहत यूके जाने वाली 50 लाख वैक्सीन की डोज के निर्यात पर भारत सरकार ने रोक लगा दी है, अब ये वैक्सीन 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगाई जाएंगी। वहीं दूसरी तरफ वैक्सीन मामले को लेकर ममता ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। ममता का कहना है कि वैक्सीन की कीमत पूरे देश में एक सी होनी चाहिए, साथ ही केन्द्र द्वारा सभी राज्यों को वैक्सीन मुफ्त मुहैया की जानी चाहिए। वहीं दिल्ली सररकार ने पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने के बाद ये निर्देश दिए हैं कि एक भी जान ऑक्सीजन की कमी से नहीं जानी चाहिए।
2- महाराष्ट्र के बाद कर्नाटक में भी संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है। राज्य में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने 10 मई से पूरे राज्य में 2 हफ्ते के कंप्लीट लॉकडाउन की घोषणा की है। लॉकडाउन को लेकर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने में कर्फ्यू नाकाफी साबित हो रहा है इसलिए 10 मई सुबह 6 बजे से 24 मई सुबह 6 बजे तक कंप्लीट लॉकडाउन रहेगा। इस दौरान राज्य के सभी होटल, पब, बार बंद रहेंगे। वहीं, मीट शॉप, सब्जी की दुकान सुबह 6 से 10 बजे तक 2 घंटे के लिए खोलने की इजाजत दी गई है लेकिन सुबह 10 बजे के बाद किसी को बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि मैंने पुलिस अधिकारियों से कहा है कि नियम तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। कोरोना से मरने वालों की संख्या और नए केस में तेज बढ़ोतरी को देखते हुए हमने यह फैसला किया है। आपको बता दें कि देश में सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्य भले महाराष्ट्र हों लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, हरियाणा, उड़ीसा और उत्तराखंड में भी कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं वहीं देश में 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 15% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है। इसके अलावा 9 राज्यों में 5 से 15% और 3 राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 5% से कम है। कोरोना के कारण गंभीर होती स्थिति में सरकार भी धर्म संकट में है कि जान का जोखिम लेकर अर्थव्यवस्था बचाए या अर्थव्यवस्था के जोखिम को झेल जान बचाए, इसी उधेड़बुन में पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन करीब-करीब पूरे भारत में लॉकडाउन, कर्फ्यू, नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन जैसी तमाम तरह की पाबंदियों के जरिए संक्रमण को रोकने की दिशा में प्रयास जारी हैं।
3- देश में कोरोना की दूसरी लहर के चलते बेकाबू हुए हालात को सुधारने और इस संकट के समय में भारत को मदद के हाथ देने विश्व के कई देश आगे आए हैं। दुनियाभर के तमाम देशों से मिल रही मदद में 27 अप्रैल से अब तक मेडिकल सप्लाई और इक्विपमेंट्स में 4468 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, 3417 ऑक्सीजन सिलेंडर, 13 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, 3921 वेंटिलेटर/बायपैप/सीपैप और रेमडेसिविर इंजेक्शन की 3 लाख से ज्यादा शीशियां अलग-अलग देशों से भारत भेजी गई हैं। 6 मई को न्यूजीलैंड से 12 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत आए वहीं जर्मनी से एक मोबाइल ऑक्सीजन प्लांट दिया है। इसके अलावा नीदरलैंड ने 450 वेंटिलेटर और 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे हैं। जबकि अकेले कुवैत ने 215 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन और 2600 ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे हैं। विदेशों से मिल रही ये मदद सीधे जरूरतमंद राज्यों को भेजी जा रही है ताकि सही समय पर इनका इस्तेमाल किया जा सके। संकट के इस समय में भारत, चीन समेत 40 से ज्यादा देशों से गिफ्ट, डोनेशन आदि कबूल कर रहा है। भारत को जरूरत के इस समय में जिन 40 देशों ने मदद की पेशकश की है उसमें पड़ोसियों से लेकर विश्व की महाशक्तियां भी शामिल हैं। बीते साथ कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में कई जरूरतमंद देशों को भारत ने ऐसी मदद दी थी, अब वही देश मुश्किल दौर से गुजर रहे भारत को मदद दे रहे हैं।
4- तीन दिन पहले ही यानि बुधवार को केन्द्र सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर विजय राघवन ने कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी देते हुए कहा था कि तीसरी लहर भी जरूर आएगी, कब आएगी औऱ कितनी खतरनाक होगी ये अभी नहीं बताया जा सकता लेकिन हमें इसकी तीसरी लहर के लिए तैयार रहना होगा। इसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर राघवन ने मीडिया के सामने कहा कि यदि हम संक्रमण को रोकने के लिए मजबूत उपाय करते हैं, तो हो सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर सभी जगहों पर न आए या कहीं भी न आए। उन्होंने कहा कि ये इस बात पर निर्भर करता है कि सभी जगहों पर जैसे राज्यों शहरों व जिलों में गाइडलाइन्स का कितनी सख्ती से पालन
होता है। अगर सतर्क रहा जाए तो महामारी की तीसरी लहर को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि अहतियात बरतने को लेकर, कंटेनमेंट जोन, टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट को लेकर यदि गाइडलाइंस का पालन किया जाए तो कोरोना को हराना मुश्किल नहीं है। उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीन लेने वाले लोग और मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंसिग आदि नियमों का पालन करने वाले लोग सेफ हैं लेकिन लापरवाही में अगर वायरस को मौके मिलेंगे तो केस भी बढ़ेंगे। ऐसे में जो लोग संक्रमित हैं लेकिन बिना लक्षण के हैं, वे दूसरों को संक्रमित कर सकते हैं इसलिए ज्यादा अहतियात और गाइडलाइन्स के पालन की जरूरत हैं।
5- अगर पिछले कुछ दिनों से आपके वॉट्सऐप अकाउंट पर एक ऑप्शन बार बार आ रहा है तो इसकी पूरी जानकारी आपके लिए जरूरी है। वॉट्सऐप यूजर्स के लिए एक अच्छी खबर है कि सोशल मैसेंजर प्लेटफॉर्म वॉट्सऐप ने भारत में 15 मई से लागू होने वाली नई प्राइवेसी पॉलिसी को फिलहाल टाल दिया है। हालांकि प्राइवेसी पॉलिसी को लागू करने की नई तारीखों का ऐलान कंपनी ने अभी नहीं किया है लेकिन शुक्रवार को नई पॉलिसी पर जानकारी देते हुए कंपनी ने कहा कि नई पॉलिसी को एक्सेप्ट ना करने वाले किसी भी अकाउंट को कंपनी द्वारा डिलीट नहीं किया जाएगा। आपको बता दें कि वॉट्सऐप की नई पॉलिसी के तहत वॉट्सऐप यूजर जो कंटेंट अपलोड, सबमिट, स्टोर, सेंड या रिसीव करते हैं, कंपनी उसका इस्तेमाल कहीं भी कर सकती है, उस डेटा को शेयर भी कर सकती है। इस पॉलिसी को लागू होने की बात को लेकर पहले ये कहा जा रहा था कि यदि वॉट्सऐप यूजर इस पॉलिसी को एग्री नहीं करता है तो वो अपने अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर सकेगा, लेकिन बाद में कंपनी ने इसे ऑप्शनल बताया था। अब कंपनी ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है और अपने बयान में कहा है कि नई प्राइवेसी पॉलिसी को एग्री करने के लिए वॉट्सऐप यूजर्स को रिमाइंडर भेजना जारी रहेगा और ये प्रक्रिया अगले कुछ हफ्ते तक जारी रहेगी।