भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना के लिए आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने संवैधानिक पद की गरिमा को छति पहुंचाई है। आपको बता दें कि गुरुवार की देर रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हेमंत सोरेन का एक ट्वीट राजनीतिक गलियारे में हलचल पैदा कर दी है। इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर हुई बातचीत का जिक्र करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते। हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर पीएम मोदी के बारे में कहा था कि वे सिर्फ बोलते हैं, सुनते नहीं।
आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) May 6, 2021
हेमंत सोरेन के इस ट्वीट पर राजनीतिक गलियारे में पक्ष-विपक्ष की ओर से बड़े पैमाने पर प्रतिक्रिया शुरू हो गई। एक ओर जहां झामुमो के नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड की वास्तविक स्थिति नहीं जानना चाहते हैं। यह चिंताजनक है।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधकर हेमंत सोरेन चौतरफा विवादों में घिर गए हैं। भाजपा नेताओं ने हेमंत सोरेन को फेल मुख्यमंत्री बताया। हेमंत के इस ट्वीट के बाद भाजपा नेता और असम के मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, नगालैंड, मणिपुर के सीएम, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी समेत अन्य भाजपा नेताओं ने उन पर जमकर हमला बोला।
हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विटर पर हेमंत सोरेन की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा- हेमंत सोरेन जी, आपका यह ट्वीट न सिर्फ न्यूनतम मर्यादा के खिलाफ है, बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक उड़ा रहा है, जिनका हाल जानने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने फोन किया था। इस तरह का बयान देकर आपने बहुत ओछी हरकत कर दी। आपने मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी।
इस विवाद पर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने भी ट्वीट किया है। इस ट्वीट में रेड्डी ने कहा, ”प्रिय हेमंत सोरेन, मैं आपका बहुत सम्मान करता हूं लेकिन एक भाई के तौर पर मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि हमारे बीच चाहे जितने मतभेद हों, इस स्तर की राजनीति से हमारा राष्ट्र केवल कमजोर ही होगा।”
मुख्यमंत्री ने लिखा, ”कोरोना वायरस के खिलाफ इस जंग में ये वक्त उंगली उठाने का नहीं है, बल्कि साथ आकर हमारे प्रधानमंत्री के हाथों को मज़बूती देने का है, ताकि इस महामारी से प्रभावी ढंस से लड़ा जा सके।”
In this war against Covid-19, these are the times not to point fingers but to come together and strengthen the hands of our Prime Minister to effectively combat the pandemic. 2/2
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) May 7, 2021