नई दिल्लीः कोरोना महामारी (Coronavirus) को लेकर रोज नये खुलासे हो रहे हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने एक जरूरी जानकारी साझा करते हुए बताया कि कोवैक्सिन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज को लेकर हुई एक स्टडी के पॉजिटिव रिजल्ट्स सामने आए हैं। ICMR ने कोरोना मिक्स डोज वैक्सीन को लेकर हुई पहली स्टडी के नतीजे जारी किए हैं, जिसके मुताबिक दो अलग अलग वैक्सीन, कोवैक्सिन और कोवीशील्ड की मिक्स डोज देने से शरीर को कोरोना वायरस के खिलाफ ज्यादा सुरक्षा मिलती है। साथ ही ICMR ने एडिनोवायरस वेक्टर प्लेटफार्म वैक्सीन और इनएक्टिवेटेड होल वायरस वैक्सीन के मिक्स डोज को ज्यादा सुरक्षित बताया है। स्टडी के मुताबिक, एक ही वैक्सीन की दो डोज लेने की बजाय यदि दोनों वैक्सीन की एक-एक डोज ली जाए तो बेहतर इम्यूनिटी मिलती है।
स्टडी में सामने आया है कि एक एडिनोवायरस वेक्टर प्लेटफॉर्म-बेस्ड वैक्सीन के कॉम्बिनेशन के साथ वैक्सीन न केवल सुरक्षित पाई गई, बल्कि बेहतर इम्युनोजेनेसिटी भी देखने को मिली है। वैक्सीन की मिक्स डोज पर हुई स्टडी में दावा किया गया है कि मिक्स डोज वैक्सीन इम्यूनिटी बढ़ाने में ज्यादा सक्षम है, साथ ही डेल्टा वैरिएंट पर भी असरदार है।
DGCI के एक्सपर्ट पैनल के सुझाव के बाद ICMR ने कोरोना वैक्सीन मिक्सिंग की ये स्टडी मई-जून महीने के बीच में यूपी में की थी। स्टडी में पाया गया कि कोवैक्सिन और कोवीशील्ड की मिक्स डोज लेने वाले लोगों में कोरोना के अल्फा, बीटा और डेल्टा वैरिएंट्स के खिलाफ ज्यादा इम्यूनिटी बढ़ी और एक ही वैक्सीन की 2 डोज लेने वालों की बजाय दो वैक्सीन की मिक्स डोज लेने वाले लोगों में ज्यादा एंटीबॉडी बने।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने गलती से कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज लगा दी थी। मामले के सामने आने पर लोगों में डर का माहौल हो गया था। मिक्स डोज लगने के बाद आईसीएमआर ने एक टीम गठित तक इन लोगों पर नजर रखने के निर्देश दिए थे।
आईसीएमआर ने जानकारी दी है कि जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की मिक्स डोज लगी थी, उनकी इम्यूनिटी एक ही वैक्सीन की दो डोज लगवाने वाले लोगों की तुलना में ज्यादा बेहतर पाई गई।