1- कल, सोमवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने UNSC यानि यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल में सम़ुद्री सुरक्षा पर हुई ओपन डिबेट की अध्यक्षता की। जिसमें सबसे पहले कोरोना महामारी के चलते जान गंवाने वालों के लिए मौन व्रत रखा गया और उसके बाद मीटिंग के अध्यक्ष होने के नाते कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन से हुई। इस मीटिंग में पीएम मोदी ने समुद्री चुनौतियों से निपटने और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए 5 सिद्धांत बताए। पहला था वैध समुद्री व्यापार से बैरियर हटाना, दूसरा- शांतिपूर्वक व अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत समुद्री विवाद का समाधान। तीसरा- प्राकृतिक आपदाओं और नॉन स्टेट एक्टर्स द्वारा पैदा किए गए समुद्री खतरे का मिलकर सामना करना। चौथा- समुद्री पर्यावरण व समुद्री संसाधनों का संरक्षण और पांचवा था समुद्री कनेक्टिविटी संपर्क को प्रोत्साहन देना। इस दौरान पीएम ने कहा, समुद्र हमारी साझा धरोहर हैं, हमारे समुद्री रास्ते इंटरनेशन ट्रेड की लाइफ लाइन हैं, और सबसे बड़ी बात यह है कि ये हमारे प्लेनेट के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। लेकिन हमारी इस साझा समुद्री धरोहर को आज कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, पायरेसी और आतंकवाद के लिए समुद्री रास्तों का दुरुपयोग हो रहा है। अनेक देशों के बीच समुद्री विवाद हैं और जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाएं भी इसी क्षेत्र से जुड़े विषय हैं, ऐसे में अपनी इस साझा सामूहिक धरोहर के बचाव के लिए हमें मिलकर वर्कफ्रेम बनाना होगा, कोई देश अकेले ये नहीं कर सकता। इस वर्चुअल मीटिंग में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य देशों के प्रधानमंत्री/राष्ट्रपति, यूनाइटेड नेशंस सिस्टम और प्रमुख क्षेत्रीय संगठनों के हाई लेवल ब्रीफर्स ने हिस्सा लिया।
2- टोक्यो ओलंपिक से पुरस्कार लेकर लौटे खिलाड़ियों का कल दिल्ली में जबरदस्त स्वागत किया गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर नीरज चोपड़ा, रवि दहिया, बजरंग पूनिया, लवलिना बोरगोहेन और पुरुष हॉकी टीम की वापसी पर लोगों का हुजूम उनके सत्कार के लिए पहुंचा इसके बाद, दिल्ली के अशोका होटल में एथलीट्स के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ साथ केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रामाणिक और इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा मौजूद थे। इस दौरान 13 साल बाद भारत को ओलंपिक में गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा ने कहा, सबको धन्यवाद! ये गोल्ड मेडल मेरा नहीं पूरे देश का है, जब से मिला है, तब से मेडल को जेब में रखकर घूम रहा हूं, जब भी मेडल देखता हूं, तो लगता है सब ठीक है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा, मैं स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया, भारत सरकार और भारतीय ओलंपिक संघ और सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं, जिन्होंने मुश्किल समय में भी हमारी मदद की। मेडल्स जीत कर आए खिलाड़ियों के सम्मान समारोह में खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ये शाम ओलिंपिक में भारत का नाम बढ़ाने वाले खिलाड़ियों की शाम है। मैं सभी पदक विजेताओं को 135 करोड़ लोगों की तरफ से बधाई देता हूं। आपकी जीत ने पूरे देश को खुश कर दिया। हमारे खिलाड़ियों का अगले ओलिंपिक में और बेहतर प्रदर्शन होगा। इसके लिए हम आपको सभी चीजें बेहतर ढंग से मुहैया कराएंगे।
3- कल, सोमवार 9 अगस्त को कश्मीर के अनंतनाग जिले के लाल चौक इलाके में हुए आतंकी हमले में बीजेपी नेता गुलाम रसूल दार और उनकी पत्नी की आतंकियों ने हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि आतंकी, गुलाम रसूल के किराए के मकान में घुसे और अंधाधुंध फायरिंग की। हमले में गुलाम रसूल दार और उनकी पत्नी जवाहीरा दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें इलाज के लिए जीएमसी अनंतनाग ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। बीजेपी नेता होने के साथ साथ गुलाम रसूल डार कुलगाम के किसान मोर्चा के अध्यक्ष भी थे। पिछले दिनों हुए पंचायत चुनावों में उन्हें सरपंच भी चुना गया था। दिनदहाड़े हुई इस आतंकी वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी, और आतंकियों को पकड़ने के लिए इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
4- सड़क से संसद तक पेगासस जासूसी विवाद छाया हुआ है, विपक्ष की तरफ से इस मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा बरकरार है। कल, सोमवार को रक्षा मंत्रालय ने इस विवाद को लेकर संसद में कहा कि स्पायवेयर बेचने वाले इजराइली ग्रुप NSO के साथ उसका कोई लेनदेन नहीं है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट से राज्यसभा में पूछा गया कि क्या सरकार ने इस ग्रुप के साथ कोई लेनदेन किया है, तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मंत्रालय का NSO ग्रुप टेक्नोलॉजीज के साथ कोई ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है। बता दें कि भारत समेत कई और देशों में लोगों के फोन की निगरानी और जासूसी के लिए इस ग्रुप के पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल होने के आरोप लग रहे हैं। वैसे इससे पहले IT मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने भी पेगासस से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए कहा था कि मानसून सत्र से ठीक पहले उठाए गए इस मुद्दे और इन आरोपों को लोकतंत्र की छवि खराब करने के लिए उछाला जा रहा है। पेगासस स्पायवेयर लाइसेंस के साथ बेचा जाता है। जिसके एक लाइसेंस की कीमत 70 लाख तक हो सकती है। ऐसे में सभी के जहन में एक ही सवाल है कि पेगासस को इस काम के लिए फंडिंग कहां से हुई होगी, इसलिए इसकी जांच की मांग लगातार तेज हो रही है।
5- सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर कहा गया कि वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल का डेटा सार्वजनिक किया जाना चाहिए, साथ ही वैक्सीनेशन के बाद टीके के प्रभाव का डेटा भी सार्वजनिक करने की मांग इस याचिका में की गई है। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार, आईसीएमआर और ड्रग्स कंट्रोलर को नोटिस जारी कर इस विषय पर जवाब देने को कहा है, साथ ही वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनियों से भी इस पर जवाब मांगा गया है। याचिकाकर्ता की ओर से वकील प्रशांत भूषण का कहना है कि हम इसे रोकने की बात नहीं कर रहे हैं। बल्कि ये उनका नियम है इसलिए इस विषय में पारदर्शिता होनी चाहिए, क्योंकि अगर ये नहीं किया गया तो लोगों को ज्यादा संदेह होगा। उन्होंने ये भी कहा कि सरकार वैक्सीनेशन को अनिवार्य करने और नहीं लेने वालों की सेवा रोकने की बात कर रही है। ये व्यक्तिगत स्वायत्तता के खिलाफ है इस शर्त को रोका जाना चाहिए। अदालत ने इस विषय में चार हफ्ते में प्रतिवादियों को जवाब दाखिल करने को कहा है।
6- ICMR यानि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि कोरोना काल के लॉकडाउन के दौरान दो-तिहाई नॉन-कोविड मरीजों को इलाज करान् के लिए खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। जैसा कि देखा भी गया कि ओपीडी बंद होने की वजह से लगातार किसी बीमारी का इलाज करा रहे लोगों को इस दौरान कई परेशानियों से निकलना पड़ा, रूटीन चेकअप, डे-केयर प्रोसिजर के साथ साथ कोविड से अलग किसी परेशानी के इलाज के लिए लोगों को अस्पताल पहुंचने में काफी दिक्कतें हुईं। ICMR ने अपनी स्टडी में पाया कि, क्रोनिक नॉन- कम्युनिकेबल डिजीज वाले लोगों को इस दौरान कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा।