नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) को लेकर सरकार और किसानों के बीच के गतिरोध का आज 28 वां दिन है। किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं। इसी बीच सरकार ने किसानों को बातचीत के लिए प्रस्ताव भेजा है जिसका जवाब किसान संगठन आज जवाब भेज सकते हैं। किसान संगठनों का सरकार से बात करने के मुद्दे पर क्या राय है यब अबतक साफ नहीं हो पाया है।
केंद्र सरकार की बातचीत के लिए किसानों को भेजी गयी चिट्ठी को लेकर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुझे आशा है कि जल्दी उनका विचार-विमर्श पूरा होगा। वो चर्चा करेंगे और हम समाधान निकालने में सफल होंगे।
आज एक टाइम खाना नहीं खायेंगे किसान
किसान आंदोलन को धार देने के लिए किसान दिवस के दिन किसानों ने ऐलान किया है कि वो एक टाइम का खाना नहीं खाएंगे। 26 और 27 तारीख़ को दूतावासों के बाहर किसान संगठन प्रदर्शन करेंगे।
आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को बल देने के लिए महाराष्ट्र अखिल भारतीय किसान सभा (एआईकेएस) के 3,000 से अधिक किसानों ने दिल्ली की ओर कूच किया है। महाराष्ट्र से 1,270 किलोमीटर लंबा ‘वाहन जत्था’ (जुलूस) दिल्ली के लिए निकल पड़ा है।
बता दें कि आज ‘किसान दिवस’ के दिन (किसान नेता और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जन्मतिथि) पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी आज किसान संगठनों के समर्थन में उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन करेगी। यूपी कांग्रेस कमिटी ने कहा है कि पार्टी कार्यकर्ता बीजेपी सांसदों और विधायकों के आवासों और कार्यालयों का घेराव करेंगे और ताली, थाली बजाकर प्रदर्शन करेंगे।
राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद 24 दिसंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने को लेकर दो करोड़ हस्ताक्षरों के साथ ज्ञापन सौंपेंगे।
भारतीय किसान यूनियन के नेता हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा कि 27 तारीख को प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम का किसान संगठन थालियां बजाकर विरोध करेंगे।
किसान संगठनों ने नये कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग मनवाने के लिए अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की तैयारी कर रहे हैं। किसान संगठनों ने ब्रिटेन के सांसदों को पत्र लिख मांग कर रहे हैं कि वे अपने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत आने से रोकें।