ब्रिटेन में कोरोनावायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद दुनिया भर में हड़कंप मच गया है। भारत समेत दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन के साथ विमान सेवाओं पर रोक लगा दी। कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार जो वैक्सीन अभी तैयार किए जा रहे हैं उनपर म्यूटेशन से कोई असर नहीं होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि म्यूटेशन के बावजूद वैक्सीन अपना काम करेगी। म्यूटेशन के मुद्दे पर देशवासियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि “हमारे देश मे म्यूटेशन का कोई सिग्नल नहीं देखा गया है”।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि करीब 5.5 महीने के बाद देश में कोरोना के तीन लाख से भी कम सक्रिय मामले हैं। वर्तमान में सक्रिय मामलों की संख्या, कुल मामलों के मुकाबले केवल तीन फीसदी है। वहीं, कोरोना से ठीक होने की दर 95 फीसदी से ज्यादा है। कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में बताया गया कि इसका भारत में अभी तक कोई मामला सामने नहीं आया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा कि यूके में वायरस के म्यूटेशन में देखा गया है कि इससे एक दूसरे में संक्रमण अधिक फैलता है। ये सुपर स्प्रेडर तो बन रहा है लेकिन ये भी देखा गया है कि इससे सीरियसनेस या फिर अस्पताल में भर्ती का खतरा नहीं बढ़ा है. म्यूटेशन में वायरस में बदलाव आते हैं ऐसा स्वभाव कई वायरस का होता है जिसका ज्यादा महत्व नहीं है।
भूषण ने कहा कि, करीब 163 दिनों बाद देश में सक्रिय मामलों की संख्या 3 लाख से भी कम हो गई है। ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है और ये हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स की वजह से हो पाया है। पिछले 7 हफ्तों में कोरोना के औसत दैनिक नए मामलों में कमी आई है। भारत में पॉजिटिवित रेट 95% से अधिक है। पिछले 24 घंटे में केरल, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के 57% नए मामले दर्ज़ हुए हैं।