स्मिता सिंह, नई दिल्ली
3 जून की तारीख को दुनियाभर में विश्व साइकिल दिवस के रूप में मनाया जाता है, इस दिन को दुनियाभर मे किस उद्देश्य से मनाया जाता है और इसे मनाने क शुरुआत कब-किसके द्वारा की गई। World cycle Day से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें, इस आर्टिकल के
माध्यम से जानिए।
आज के जमाने में अगर हम बात करें सबसे सस्ते ट्रांसपोर्ट की, तो किसी का जवाब शायद ही साइकिल हो, क्योंकि जैसे जैसें हम मॉर्डन परिवेश में ढले हैं बहुत सी ऐसी चीजों को साथ रखकर भी तवज्जो नहीं देते हैं, हालांकि साइकिल के साथ ऐसा नहीं है, लोग इसे आज भी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन सस्ते परिवहन के रूप में तो शायद ही। हां, गांव देहात में लोग इसे भले परिवन का माध्यम मानते हैं लेकिन शहरों में साइकिल सिर्फ स्वस्थ रहने के लिए की जाती है। वजह ये भी सही है, लेकिन परिवहन के तौर पर भी साइकिल एक अच्छा साधन है, जिसमें न फ्लूय का खर्जा न प्रदूषण का डर और बदले में चलाने वाला फिट रहता है सो अलग।
सरल, किफायती, विश्वसनीय साधन
वैसे साइकिल को लेकर इतना पढ़ने के बाद तो आप ये समझ ही गए होंगे कि 3 जून की तारीख को विश्व साइकिल दिवस, साइकिल की इन्हीं खूबियों के चलते मनाया जाता है। जी हां, परिवहन के एक सरल, किफायती, विश्वसनीय साधन और प्राकृतिक सौंदर्य की रक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए 3 जून को World cycle Day मनाया जाता है। दरअसल आधुनिक होती जनसंख्या में साइकिल का इस्तेमाल तेजी से घटा, जिसे देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने साइकिल के लिए एक दिन समर्पित करने का फैसला किया, और साल 2018 में 3 जून को यूनाइटेड नेशंस ने पहला साइकिल दिवस मनाया, तब से हर साल इस दिन को विश्व के कई देशों में मनाया जाता है।
साइक्लिस्ट का अड्डा है नीदरलैंड का एम्स्टर्डम शहर
UN के मुताबिक ये दिन हितधारकों के स्थायी विकास को बढ़ावा देने और बच्चों और युवाओं के लिए शिक्षा को मजबूत करने, स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, बीमारियों को रोकने, सामाजिक समावेश और सुविधा प्रदान करने और शांति इत्यादि के लिए प्रोत्साहित करने में साइकिल के उपयोग को समझने के लिए प्रोत्साहित भी करेगा। साथ ही बेहतर स्वास्थ्य परिणामों के लिए पैदल यात्री सुरक्षा और साइकिल चलाने की सुरक्षा को भी बढ़ावा देता है। हमारे देश में पढ़ेलिखे और शहरी लोगों के लिए साइकिल सिर्फ फिट रहने के लिए ज्यादा इस्तेमाल होती है लोग पर्यावरण बचाने के लिए उद्देध्य से शायद ही साइकिल के पेडल्स मारते हों, और कोई पढ़ा लिखा हाई फाई बंदा साइकिल से ऑफिस जाए ऐसा तो इंपॉसिबल है, लेकिन दुनिया का एक देश ऐसा है जहां लोग पर्यावरण के हित में साइकिल पर सफर करते हैं, जी हां आपको जानकर शायद हैरानी होगी, लेकिन नीदरलैंड एकमात्र ऐसा देश है जो साइकिल कल्चर के लिए पहचाना जाता है। यहां के लोगों का साइकिल प्रेम इतना है कि
नीदरलैंड का एम्स्टर्डम शहर साइक्लिस्ट का अड्डा कहा जाता है।
सदाबहार है साइकिल
दरअसल नीदरलैंड की सरकार ने देश के प्राकृतिक सौंदर्य को बनाए रखने के लिए साइकिल्स का प्रचार किया और लोगों को साइकिल के उपयोग के लिए प्ररित भी किया। खास बात ये कि नीदरलेंड के साधारण लोग ही नहीं बल्कि वहां के प्रधानमंत्री मार्क रूट साइकिल से ही दफ्तर जाते हैं। एक दौरा था जब व्यवस्था का अहम हिस्सा और यातायात का प्रमुख साधन रही साइकिल देश के ज्यादातर घरों में पाई जाती थी, लोग इसे व्यक्तिगत यातायात के सबसे किफायती और ताकतवर साधन के रूप में देखते थे, 200-400 मीटर नहीं बल्कि कई कई किलोमीटर का सफर लोग साइकिलों से ही तय करते थे लेकिन आज इसका उल्टा है, शहरों में रह रहे लोग थोड़ी थोड़ी दूर के लिए भी फ्यूल व्हीकल्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यदि यही शहरी आबादी अगर आसपास की दूरी तय करने के लिए सदाबहार साइकल का इस्तेमाल करें तो न सिर्फ सैकड़ों लीटर फ्यूल की बचत होगी बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। वैसे साइकिल दिवस मनाने का मुख्य मकसद ये है कि लोगों को इस सस्ते परिवहन के सुपर लाभों से अवगत कराया जा सके। साइकिल चलाने के कुछ और अद्भुत फायदों की बात करें तो सुबह की साइक्लिंग जहां फिटनेस को बरकरार रखती हैतो वहीं इम्यून सिस्टम भी दुरुस्त रहता है और बीमार होने का घतरा कम होता है। एक रिसर्च के मुताबिक रोजाना 30 मिनट साइकिल चलाने वाले व्यक्ति का दिमाग साधारण इंसान के मुकाबले ज्यादा एक्टिव रहता है साथ ही दिमागी मजबूती भी मिलती है। मोटापा, हृदय रोग, कैंसर, मानसिक बीमारी, डायबटीज और गठिया जैसी कई बीमारियों से बचाने में साइकिलिंग काफी मददगार है। तो साइकिल दिवस के महत्व को सार्थक कीजिए और स्वस्थ रहने व पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए साइक्लिंग जरूर कीजिए।