1- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान सियासत भी तेज हो गई है। ममता बनर्जी से उनके दमदार नेता को छीनने के बाद अमित शाह ने रैली में सुवेंदु अधिकारी का स्वागत किया और कहा -कांग्रेस, टीएमसी और लेफ्ट से आने वाले सभी नेताओं और उनके साथियों का मैं मन से बीजेपी में स्वागत करता हूं। मिदनापुर रैली मे शाह ने टीएमसी सरकार के खिलाफ जय श्रीराम के उद्घोष के साथ ममता पर तीखे वार किए, बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या को लेकर भी ममता सरकार पर शाह जमकर बरसे। रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा बंगाल में सभी समस्याओं का समाधान सिर्फ भारतीय जनता पार्टी कर सकती है। अमित शाह ने दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी 200 से ज्यादा सीटें लेकर आएगी और बंगाल को सोनार बांग्ला बनाएंगी।
2- कोरोना महामारी से बचाव के लिए हर किसी को इंतजार के कोरोना वैस्कीनेशन का, कुछ देशों में तो टीकाकरण शुरु भी हो चुका है वहीं भारत में जल्द कोरोना वैक्सीन देने का काम शुरु होने वाला है, इसी बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ आदर पूनावाला ने अपने एक डर कॆ जाहिर करते हुए कहा है कि सरकार को वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को मुकद्दमेबाजी से बचाने के लिए इसे लेकर एक कानून बनाना चाहिए। पूनावाला का कहना है कि वैक्सीन के संभावित साइड इफैक्ट्स के चलते वैक्सीन कंपनियों पर मुकद्दमेबाजी की जा सकती है इसलिए सरकार को वैक्सीन कंपनियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक कानून बनाना चाहिए, इस मांग को लेकर सीरम इंस्टूट्यूट जल्द ही सरकार को एक प्रस्ताव भेजने की तैयारी में है। ताकि मुकद्दमेबाजी में फंसने की बजाय कंपनियों का सारा ध्यान वैक्सीन बनाने पर रहे।
3- 19 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई, जिसमें 20 वरिष्ठ नेता शामिल हुए, 5 घंटे चली इस बैठक में एक बार फिर से राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग उठी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी, अशोक गहलोत और अंबिका सोनी ने राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालने की मांग की तो राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वे उसे निभाएंगे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष के चुनने का फैसला चुनाव पर छोड़ना चाहिए, चुनाव तय करेंगे कि पार्टी का नया अध्यक्ष कौन बनेगा।
4- नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान आज रविवार 20 दिसंबर को उन किसानों के श्रद्धांजलि दिवस के रूप में मना रहे हैं जिन्होंने इस आंदोलन के दौरान अपनी जांन गंवाई है। आंदोलन कर रहे किसानों ने कहा है कि देशभर के किसान आज 20 दिसंबर को ‘श्रद्धांजलि दिवस’ के रूप में मनाएंगे और इस दौरान देश में जगह-जगह पर प्रार्थना सभाओं का आयोजन भी करेंगे। हाल की में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्षी दलों पर तीन कृषि कानूनों पर किसानों को गुमराह करने का आरोप के बाद इसपर जवाब देते हुए कल शनिवार को प्रदर्शन कर रहे 40 किसान संगठनों के संयुक्त मंच, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को अलग-अलग पत्र लिखकर अपने आंदोलन को गैर राजनीतिक बताया और कहा कि सरकार का यह अनुमान गलत है कि किसानों का कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन विपक्षी दलों का षडयंत्र है, ये किसानों की अपनी मांग है कि तीनों कृषि कानून सरकार वापस ले।
5- सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के आरक्षण पर बड़ा फैसला देते हुए कहा है कि कोटा पॉलिसी का मतलब किसी की योग्यता को नकारना नहीं है, ना ही इसका मकसद योग्य कैंडीडेट्स को नौकरी के अवसरों से वंचित रखना है, भले ही वे आरक्षित वर्ग से संबंध रखते हो। कोर्ट ने कहा कि पदों पर नियुक्ति के समय किसी आवेदक की जाति नहीं बल्कि उसकी य़ोग्यता को ध्यान में रखना चाहिए। अगर आरक्षित श्रेणी की महिला सामान्य वर्ग के लिए तय कटऑफ से ज्यादा नंबर्स हासिल करती है तो ऐसे में उस महिला को सामान्य वर्ग में गिना जाना चाहिए आरक्षित वर्ग में नहीं। ये फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कटऑफ से अधिक अंक हासिल करने वाली पिछड़े वर्ग की महिलाओं को नौकरी पर रखने के आदेश दिए हैं।