1- आखिरकार कोरोना वैक्सीन के लिए भारत का इंतजार खत्म हुआ, ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ज को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा कैडिला हैल्थकेयर की वैक्सीन को फेज 3 ट्रायल का अप्रूलव दे दिया गया है। रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी देते हुए DCGI के निदेशक वीजी सोमानी ने बताया कि दोनों ही वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित हैं। दोनों वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट बधाई दी और वैक्सीन को आत्मनिर्भर भारत से जोड़ते हुए कहा कि ये भारत के लिए गर्व की बात है कि जिन दो वैक्सीन को मंजूरी दी गई है वे भारत में बनी हैं। एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी वैक्सीन को मिली मंजूरी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ये देश के लिए अहम दिन है। WHO ने भी दोनों वैक्सीन को मंजूरी देने के फैसला का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे साउथ ईस्ट एशिया में कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी। वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि अगले हफ्ते से वैक्सीनेश ड्राइव शुरु हो जाएगा।
2- नए साल की शुरुआत में कोवेक्सिन और कोविशील्ड वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद इस विषय पर जमकर राजनीति शुरु हो चुकी है। पहले वैक्सीन को लेकर अखिलेश यादव ने विवादित बयान दिया और फिर कई और विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने इसपर बय़ानबाजी की, जिसके बाद बीजेपी नेता व केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इन नेताओं के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि- हमारे इन हाउस सिनिक जयराम, थरूर और अखिलेश अपने पूरे वास्तविक फॉर्म में व्यवहार कर रहे हैं। उन्होंने पहले हमारे सैनिकों की वीरता पर सवाल उठाया और अब दुखी हैं कि भारत के बने दो टीकों को डीसीजीआई की हरी झंडी मिल गई है, साफतौर पर वे राजनीतिक हाशिए पर हैं। अखिलेश यादव ने जहां वैक्सीन को बीजेपी वैक्सीन कहकर न लगवाने की बाद कही थी वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा था कि कोवैक्सीन को समय से पहले मंजूरी दी गई है जो कि खतरनाक हो सकता है। और काग्रेस के नेता राशिद अल्वी ने अखिलेश यादव के बयान का समर्थन करते हुए कहा था कि हर विपक्षी नेता को सरकार खत्म करना चाहती है ऐसे में अगर किसी को वैक्सीन के गलत इस्तेमाल का डर है तो सरकार को चाहिए कि विपक्षी नेताओं को भरोसे में ले।
3- कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान 40 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं, आज 4 जनवरी को सरकार व किसान नेताओं के बीच इस विषय पर अगले दौर की बातचीत होनी है। इस मीटिंग से पहले किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि वार्ता में समस्या का हल न निकलने पर 6 जनवरी से आंदोलन तेज होगा। आंदोलन की आगे की रणनीति बनाते हुए किसानों ने कहा है कि वे 6 से 20 जनवरी तक देश जागृति पखवाड़ा मनाएंगे साथ ही KMP एक्सप्रेसवे पर मार्च निकालेंगें, इसके बाद 13 जनवरी को देशभर में संकल्प दिवस मनाया जाएगा और किसान कृषि कानूनों की कॉपिया जलाकर लोहड़ी मनाएंगे फिर 18 जनवरी को महिला किसान दिवास और 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर आजाद हिंद किसान दिवस भी मनाएंगे इसके बाद किसान 26 जनवरी को दिल्ली में घुसकर ट्रैक्टर-ट्रॉली और दूसरे वाहनों के साथ किसान गणतंत्र परेड निकालेंगे। सरकार जहां हर वार्ता में किसान नेताओं के सामने कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव रख रही है तो वहीं किसान कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़िग हैं।
4- रविवार को उत्तर प्रदेश के औद्योगिक शहर गाजियाबाद के मुरादनगर में एक श्मशान में भीषण हादसा हुआ जिसमें 20 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। तेज बारिश के चलते श्मशान घाट में निर्माणाधीन लिंटर उस वक्त गिर गया जब किसी का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, लिंटर गिरने से संस्कार में शामिल हुए लोग इसकी चपेट में आए और मलबे में दब गए। जिस व्यक्ति का दाह संस्कार किया जा रहा था उनके बेटे की भी इस हादसे में मौत हो गई। रेस्क्यू टीम में मौके पर पहुंच कर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया लेकिन कई लोगों की मलबे में दबकर मौके पर ही मौत हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी औऱ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट कर दुर्घटना पर शोक व्यक्ति किया है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया और हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये आर्थिक मदद का ऐलान किया।
5- भारतीय मौसम निभाग ने रविवार को पूर्वानुमान जारी कर कहा है कि उत्तर भारत में 5 जनवरी तक गरज के संग भारी बारिश औऱ बिजली गिरने के साथ विभिन्न स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बारिश के बाद उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी क्षेत्रों में उत्तरी व उत्तर पश्चिमी हवाएं चल सकती हैं जिसकी वजह से 7 जनवरी से पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में शीतलहर का प्रकोप एक बार फिर बढ़ने की आशंका है। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी की भी चेतावनी जारी की है। विभाग ने 4 जनवरी को मध्यम व ऊंची पहाडियों में भारी बारिश के साथ बर्फबारी के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।