1- साल 2021 के पहले दिन का स्वागत किया कड़ाके की ठंड ने। एक तरफ जहां घने कोहरे के चलते विजिबिलिटी बाधित रही, घने कोहरे की वजह से 200 मीटर की दूरी तक भी कुछ साफ नजर नहीं आ रहा था तो वही दूसरी तरफ दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ ठंड के साथ नए साल की शुरुआत हुई। नए साल के पहले दिन दिल्ली का तापमान 1.1 डिग्रीसेल्सियर दर्ज किय़ा गया, जिसने पिछले 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। मौसम विभाग के जारी अनुमान के मुताबिक उत्तर भारत में जनवरी के महीने में आंधी और तूफान के साथ जोरदार बारिश भी हो सकती है ऐसे में अभी अगले दो दिन में राजधानी में ठिठुरन और बढ़ सकती है।
2- आटा, मैदा, चावल आदि खाद्य उत्पादों का कारोबार करने वाली कंपनी शक्तिभोग फूड्स के खिलाफ सीबीआई द्वारा 3269 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि शक्तिभोग कंपनी द्वारा एसबीआई के नेतृत्व में 10 अन्य बैंकों के कंसोर्टियम संग धोखाधड़ी की गई है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा शक्तिभोग फूड्स के खिलाफ की गई शिकायत में कहा गया है कि सरकारी फंज को निकालने के लिए कंपनी के डायरेक्टर्स ने बैंक अकाउंट्स में धांधले बाजी की और फर्जी दस्तावेज भी पेश किए। जिसके बाद एसबीआई की शियाकत के आधार पर सीबीआई ने कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्ट केवल कृष्ण कुमार और डायरेक्टर सिद्धार्थ और सुनंद कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
3- CDSCO यानि Central Drugs Standard Control Organisation की कोविड 19 पर विषय विशेषज्ञ समिति ने शुक्रवार को हुई बैठक में ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड वेक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने की फैसला किया है, लेकिन अंतिम मंजूरी देश के दवा महानियंत्रक यानि DCGI से मिलेगी और DCGI से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो सकेगा। आपको बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी-एस्ट्राजेनेका की बनाई वैक्सीन को भारत में पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा कोविशील्ड के नाम से तैयार किया जा रहा है और अब तक करीब 4-5 करोड़ खुराक का उत्पादन किया जा चुका है, कंपनी का लक्ष्य अगले साल मार्च तक 10 करोड़ खुराक उत्पादन का है। सीरम इंस्टीट्यूट के अलावा भारत बायोटेक और फाइजर ने भी अपनी बनाई वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मांगी है।
4- दिल्ली सीमाओं पर सवा महीने से कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों और सरकार के बीच अभी भी समस्याओं के समाधान के लिए मंथन जारी है लेकिन कोई ठोस हल 7 दौर की बातचीत में नहीं निकल सका है अब 4 जनवरी को किसान नेताओं व सरकार के बीच 8वें दौर की बातचीत होनी है, जिसमें तीनों कानूनों की वापसी और एमएसपी के लिए कानून बनाने के विषय पर चर्चा होगी। इस अगली बातचीत से पहले शुक्रवार को किसान संगठनों बैठक हुई जिसमें किसान नेताओं ने आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया। इस बैठक मेंकिसानों ने फैसला लिया कि यदि 4 जनवरी को होने वाली बैठक में कोई हल नहीं निकलता तो किसान आंदोलन को तेज करते हुए 6 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे, 6 तारीख से 20 तारीख तक 2 हफ्ते पूरे देश में किसानों द्वारा देश जागृति अभियान चलाया जाएगा, साथ ही हरियाणा-राजस्थान बॉर्डर पर बैठे किसान दिल्ली कूच करेंगे।
5- नए साल में सुप्रीम कोर्ट में कई अहम संवैधानिक व सामाजिक मुद्दों पर सुनवाई होनी है जिनमें सीएए यानि नागरिकता संशोधन कानून, अनुच्छेद 370 को खत्म करना, आरक्षण, कृषि कानूनों की वैधानिकता और महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर पाबंदी जैसे कई मुद्दे शामिल हैं। ये सभी ऐसे मुद्दे हैं जिनपर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ही देश की दिशा औऱ दशा निर्भर है। सीएएस और 370 के सरकार के फैसले पर जहां देशव्यापी प्रतिक्रियाएं देखी गईं तो वहीं महिलाओं के धार्मिक स्थलों में प्रवेश पर पाबंदी को देकर हल किया जाना मुद्दा भी देश की आधी आबादी को प्रभावित करेगा। आरक्षण भी एक अहम मुद्दा रहा है जिसपर सुप्रीम कोर्ड का फैसला एक दिशा तय करेगा इसके अलावा दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का मुद्दा भी खास है, तीनों ही कृषि कानूनों को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। इन सभी लंबित मुद्दों की सुनवाई के चलते नए साल में देश नृकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर रहने वाली हैं।