देशभर में आज से कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू होने जा रहा है। ड्राई रन फिलहाल हर राज्य में दो-दो शहरों में आयोजित करने की तैयारी है। परिणामों के आधार पर वास्तविक टीकाकरण अभियान को पूरे राज्य में विस्तार किया जाएगा। इसके जरिए केवल यह टेस्ट किया जाएगा कि सरकार द्वारा तैयार किया गया वैक्सीनेशन प्लान कितना कारगर है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) सुबह साढ़े 9 बजे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में ड्राई रन का जायजा लेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, फ्रंटलाइन कर्मचारी जो इस अभियान के तहत काम कर रहे हैं, उन्हें सूचीबद्ध किया गया है और सूची COVID-19 प्लेटफॉर्म पर भी अपलोड की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन को दिल्ली के दरियागंज अस्पताल, जीटीबी अस्पताल और दिल्ली के एक निजी अस्पताल में आयोजित किया जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि नया साल सभी के लिए 2020 से बेहतर होगा।
इस ड्राई रन के दौरान कोई वैक्सीन इस्तेमाल नहीं होगी। इसके अलावा सरकार Co-WIN ऐप के जरिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी टेस्ट की जाएगी।
डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि ड्राई रन किसी चुनावी प्रक्रिया समान है। इसके लिए करीब 96 हजार वैक्सीनेटर्स को ट्रेन किया गया है। 2 हजार 360 लोगों को नेशनल ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स और 57000 से ज्यादा लोगों को जिला स्तरों पर 719 जिलों में ट्रेनिंग मिली है।
ड्राई रन में केवल स्वास्थ्यकर्मी ही शामिल होगे। सरकार की ओर से तय किए गये नियम के मुताबिक वैक्सीन सबसे पहले Health Care Staff और Frontline Workers को लगाई जाएगी। दूसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की बारी आएगी और अंत में 50 वर्ष से कम उम्र के उन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी, जिन्हें गंभीर बीमारियां हैं।
दिल्ली में तीन जगह होगा ड्राई रन
राष्ट्रीय राजधानी में ड्राई रन के तीन स्थानों पर किये जाएगें। शाहदरा के गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दरियागंज का शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और द्वारका का वेंकटेश्वर अस्पताल दिल्ली, में ड्राई रन आयोजित किया जाएगा। इन स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण का मॉकड्रिल होगा। इन स्थानों पर तीन कमरों की व्यवस्था की गई है। पहला कमरा प्रतीक्षालय की तरह काम करेगा जहां वैक्सीन लगवाने वाले लोगों का पंजीकरण होगा। पंजीकरण के लिए आईडी साथ लेकर जाना होगा। दूसरे कमरे में वैक्सीनेटर ऑफिसर टीका लगाएंगे। वैक्सीन रखने के लिए हर तरह की सुविधा की व्यवस्था की गई है। तीसरे कमरे में वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को आधे घंटे के लिए बैठाकर यह नजर रखी जाएगी कि कोई साइड इफेक्ट तो नहीं दिख रहा है। हर टीकाकरण बूथ पर इसी तरह की तैयार होगी।
यूपी में इन जगहों पर होगा ड्राई रन
उत्तर प्रदेश में ड्राई रन के लिए राज्य सरकार ने लखनऊ में सहारा अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, केजीएमयू और एसजीपीजीआई सहित 6 केंद्रों का चयन किया है। इन केंद्रों पर सुबह 9 बजे से लेकर 4 बजे तक टीकाकरण की तैयारियों को परखा जाएगा।
महाराष्ट्र कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित रहा
महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे महाराष्ट्र के आज चार जिलों में ड्राई रन की तैयारी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश तोपे के अनुसार ये चार जिले हैं पश्चिमी महाराष्ट्र का पुणे, विदर्भ का नागपुर, उत्तरी महाराष्ट्र का नंददरबार और मध्य महाराष्ट्र का जालना जिला। हर जिले में तीन स्वास्थ्य केंद्र और 25 स्वास्थ्य कर्मी इस मॉक ड्रिल के लिए तैनात किये गये हैं।
बिहार की कैसी तैयारी
बिहार के तीन शहरों में कोरोना टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) होने जा रहा है। इसके लिए पटना, जमुई व पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया को चुना गया है। पटना के तीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व अस्पताल में टीकाकरण का मॉक ड्रिल होने जा रहा है। जिसके लिए फुलवारीशरीफ अस्पताल, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल व शास्त्रीनगर अस्पताल का चयन किया गया है। पश्चिम चंपारण के बेतिया के पीएचसी, चनपटिया, पीएचसी, मझौलिया व बेतिया शहरी अस्पताल तथा जमुई के बहुद्देशीय स्कूल, जमुई, प्लस टू स्कूल, जमुई और ऑक्सफोर्ड स्कूल, जमुई में मॉक ड्रिल होगा। इन अस्पतालों में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर भी तैयारियां पूरी हैं।
क्या होता है ड्राई रन?
ड्राई रन का मतलब ये है कि पूरे टीकाकरण प्रोसेस की मॉक ड्रिल करना। इसका मतलब यह है कि सबकुछ वैसा ही किया जाएगा जैसा टीकाकरण अभियान में होने वाला है, सिवाय वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के। मॉक ड्रिल में हर विवरण को शामिल किया जाएगा। कोल्ड स्टोरेज, तापमान, बिजली और इंजेक्शन की व्यवस्था, स्टाफ और चुनौतियां, जो ड्रिल के दौरान सामने आएंगी इन सभी चीजों पर मॉक ड्रिल में नजर रखी जाएगी।