पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के निर्देश पर भारत में आतंकी गतिविधियों को संचालित करने वाला सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख भिखारीवाल खालिस्तानी नेटवर्क का प्रमुख चेहरा है । दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में इस हार्डकोर आतंकी ने कई रहस्य उजागर किए है । उसने बताया है कि किस तरह देश विदेश में बैठे खालिस्तानी आतंकी भारत विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और इन लोगों की फंडिंग कहां से होती है। खुलासा किया गया है खालिस्तानी आतंकी पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत में कश्मीरी आतंकियों के साथ गठजोड़ करके ड्रग्स की तस्करी करते हैं और इसके जरिए कमाए गए रुपयों को भारत में आतंकी कार्रवाई के लिए खर्च करते हैं ।
एक बार फिर पुलिस हिरासत में भिखारीवाल
पटियाला हाउस कोर्ट ने खालिस्तानी समर्थक आतंकवादी सुखमीत पाल सिंह ऊर्फ सुख भिखारीवाल को एक बार फिर सोमवार को 7 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया । अदालत ने कहा कि भिखारीवाल के खिलाफ आरोपों की प्रकृति काफी गंभीर है और उससे अभी पूछताछ किए जाने की जरूरत है। सनद रहे कि भिखारीवाल को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पिछले 31 दिसंबर को गिरफ्तार किया था । उसी दिन भिखारीवाल दुबई से प्रत्यपर्ण कर भारत लाया गया था। भिखारीवाल के खिलाफ पासपोर्ट एक्ट के तहत फर्जीवाड़ा और आपराधिक साजिश रचने का दर्ज किया गया और भिखारीवाल को खालिस्तानी नेटवर्क का मुख्य कड़ी माना जाता है । इस आतंकी के संपर्क में कई और अन्य खालिस्तानी आतंकी है जो भारत में देश विरोधी काम करते हैं ।
आईएसआई के इशारे पर करता है आतंकी क्रियाकलाप
दिल्ली पुलिस सूत्रों की माने तो वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम करता रहा है और उसके संपर्क आई एस आई के कई वरिष्ठ अधिकारियों से है। इसका नाम तब उजागर हुआ था जब दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिसंबर माह के पहले सप्ताह में शकरपुर से मुठभेड़ के बाद पांच संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था। आतंकियों से हुई गहन पूछताछ के बाद ही भिखारीवाल का नाम सामने आया था। इनमें से तीन संदिग्ध आतंकी कश्मीर के जबकि दो पंजाब के थे। जांच कार्रवाई में पता चला कि कश्मीर एवं पंजाब के संदिग्ध आतंकी मिलकर पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे थे। वह भारत के खिलाफ कुछ बड़ा करने की साजिश रच रहे थे।
दुबई में छिपा था भिखारीवाल
आईएसआई के इशारे पर दुबई में मौजूद था भिखारीवाल । उसने अपना हुलिया बदल लिया ताकि उसकी पहचान ना हो सके। लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस तरह की जानकारी मिलते ही भिखारीवाल को दबोचे जाने के लिए प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू करवाई ,जिसके बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल दुबई पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी । इसके बाद दुबई पुलिस ने भिखारीबाल को गिरफ्तार कर लिया । बाद में कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उसे प्रत्यर्पण कर दुबई से भारत लाया गया । जहां उसे दिल्ली पुलिस ने अपनी गिरफ्त में आधिकारिक तौर पर ले लिया । दिल्ली पुलिस का कहना है कि शुरुआती रिमांड में पूछताछ के दौरान पता चला कि भिखारीवाल खालिस्तान मूवमेंट से जुड़ा है और आतंकी गतिविधियों का संचालन आईएसआई के निर्देश पर करता है।
आईएसआई की शह पर पर भिखारीवाल ने कराई थी बलविंदर सिंह की हत्या
भिखारीवाल ने पंजाब के आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले बलविंदर सिंह की हत्या की सुपारी दी थी। बलविंदर सिंह की हत्या की साजिश पाकिस्तान से आईएसआई ने रची थी ताकि भारत में दंगे करवाए जा सके और इसका आरोप केंद्र सरकार पर मढ़ा जा सकें। बलविंदर सिंह ने पंजाब में आतंकवाद के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ी थी और उनकी हत्या पिछले दिनों पंजाब के तरनतारन जिले में की गई थी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, बलविंदर सिंह की हत्या में शामिल रहे पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले गुरजीत सिंह और सुखदीप सिंह को पिछले दिनों शकरपुर से पकड़ा गया था
खालिस्तान और हिजबुल कनेक्शन
गुरजीत सिंह और सुखजीत सिंह के साथ जम्मू-कश्मीर के रहने वाले अयूब पठान, शब्बीर और रियाज को पुलिस ने एनकाउंटर में गिरफ्तार किया था । दावा किया गया है कि यह आतंकवादी पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत में आतंकवाद और ड्रग की तस्करी करते रहे हैं । दिसंबर के पहले सप्ताह में इन आतंकवादियोंं के दिल्ली आने की जानकारी स्पेशल सेल कर्मियों को हुई थी और इन लोगों को जम्मू कश्मीर पंजीकृत एक कार से धर दबोचा गया था । इनके पास से ₹100000 तीन पिस्टल और 2 किलो हेरोइन और दस्तावेज बरामद किए गए थे। पुलिस उपायुक्त प्रमोद कुशवाहा का कहना था कि गिरफ्तार किए गए दोनों पंजाब के गैंगस्टर है और तीनों कश्मीरी का हिज्बुल मुजाहिदीन से कनेक्शन रहे है । पांचो आतंकी भिखारीवाल के लिए काम कर रहे थे और इनके पकड़े जाने के बाद आईएसआई के इशारे पर खालिस्तान और कश्मीरी लिंक को उजागर किया गया । आईएसआई भारत में नोटबंदी के बाद ड्रग्स बेचकर इसकी कमाई के रुपए से भारत में अशांति फैलाना चाहता है और इसके नेटवर्क को खंगाल कर अन्य आतंकियों को पकड़े जाने की कार्रवाई जारी है।