1- कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के चलते ब्रिटेन में स्थिति एक बार फिर बेकाबू होती नजर आ रही है, जिसे देखते हुए पीएम बोरिस ज़ॉनसन ने फिर से सख्त लॉकडाउन किया है, ब्रिटेन में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए कम से कम फरवरी के मध्य तक स्टे ऑन होम लॉकडाउन लागू रहने की संभावना है। ब्रिटेन में मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में नहीं आने का फैसला किया है। भारत की ओर से ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन को रिपब्लिक डे कार्यक्रम में बतौर मुख्य अथिति आमंत्रित किया गया था, लेकिन कोरोना के चलते उन्होंने भारत दौरा रद्द करते हुए कहा कि अभी उनका देश में रहना जरूरी है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने गणतंत्र दिवस पर भारत न आ पाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को फोन करके इसके लिए अफसोस जताया है। साथ ही उम्मीद जताई है कि वे इसी साल ब्रिटेन में होने वाली जी-7 समिट से पहले भारत दौरा करेंगे। इस समिट में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ब्रिटेन ने खास तौर पर आमंत्रित किया है।
2- कोरोना महामारी का संटक अभी पूरी तरह कटा भी नहीं है कि देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू ने पैर पसार लिए हैं, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, केरल और मध्यप्रदेश में एवियन फ्लू के संक्रमण के चलते भारी संख्या में पक्षियों की मौत हो रही है। केरल के अलाप्पुझा जिले के कई इलाकों में बर्ड फ्लू के मामले मिलने के बाद, जिला कलेक्टर ने जहां मीट, अंडे और पालतू पक्षियों के व्यापार व इस्तेमाल पर रोक लगाई है वहीं केरल सरकार ने मंगलवार को राज्य में आपदा घोषित कर दी है। इसके अलावा हिमाचल, राजस्थान औऱ मध्यप्रदेश में भी तमाम पक्षियों की मौत के बाद अलर्ट जारी किया गया है। मध्यप्रदेश के 7-8 जिलों में भी वायरस के चलते अभी तक 400 के करीब कौवों की मौत हो चुकी है, हिमाचल के कांगडा जिले में भी पोंड डैम झील में बर्ड फ्लू की वजह से 2000 से ज्यादा प्रवासी पक्षी मारे जा चुके हैं। पंजाब में भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है वहीं बिहार, झारखंड, उत्तराखंड और कर्नाटक में भी अहतियात बरती जा रही है।माना जा रहा है कि एवियन इंफ्लूएंजा वायरस का संक्रमण पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी खतरनाक है।
3- नए साल में 2 कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि सरकार 10 के अंदर कोरोना वैक्सीन शुरु करने की प्लानिंग कर रही है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषन के बताया कि ड्राइ रन डेटा के आधार पर सरकार वैक्सीनेशन के लिए तैयार है। वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी रखी गई है लेकिन स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि हैल्थ वर्कर्स औऱ फ्रंट लाइन वर्कर्स को रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं पड़ेगा क्योंकि उनका डेटा पहले से ही को-विन वैक्सीन डिलीवरी मैनेजमेंट सिस्टम में फीड किया जा चुका है। वैक्सीन स्टोर की जानकारी देते हुए राजेश भूषण ने बताया कि देश में चार प्राइमरी वैक्सीन स्टोर करनाल, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में बनाए गए हैं और इन प्राइमरी वैक्सीन स्टोर्स से अलग पूरे देश में 37 वैक्सीन स्टोर हैं जहां वैक्सीन स्टोर की जाएंगी और फिर आगे के लिए वितरित की जाएंगी। इसी बीच एक अच्छी खबर ये है कि वैक्सीन वॉर में आमने सामने आईं सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक ने अपनी आपसी कड़वाहट भुलाकर मंगलवार को एक जॉइंट स्टेटमेंट जारी कर कहा कि देश व दुनिया के लोगों की जान बचाना ही हमारा सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण उद्देश्य होगा। बता दें कि हाल ही में दोनों कंपनियां अपने-अपने टीके को ज्यादा प्रभावी औऱ दूसरे टीकों पर कम प्रभावी होने की टिप्पणियों के चलते टकराव की स्थिति में आ गई थीं। जो अब खत्म हो गई है।
4- दिल्ली बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे किसानों को डेढ़ महीना होने को है लेकिन ना तो सरकार ने कानून वापस लिए ना ही किसान हार कर घर वापस हुए, बल्कि सरकार के सख्त मिजाज के सामने किसानों के तेवर भी सख्त होते दिख रहे हैं साथ वक्त के साथ सख्त हो रहे हैं आंदोलनकारी किसानों के अस्थाई आवास वो तंबू जो मौसम के बिगड़ते मिजाज के सामने धराशायी हुए। दिल्ली एनसीआर में हाल ही में हुई जोरदार बारिश में जब किसानों के टेंट गिरे तो टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने मंगलवार को भूमि पूजन कर ईंट गारे से अपना स्थाई ठिकाना बनाने की शुरुआत कर दी। इतना ही नहींअब किसानों ने आंदोलन वाली जगह पर ही दूध के लिए गाय-भैंसो को लाने की भी तैयारी कर ली है। कानूनों की वापसी के लिए विरोध कर रहे किसानों का कहना है कि 7 जनवरी को वे सिंधु से टीकरी और टीकरी से शाहजहांपुर तक ट्रैक्टर मार्च करेंगे, वहीं गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर मोर्चे तक ट्रैक्टर मार्च निकाली जाएगी।पहले ये मार्च 6 तारीख को होनी थी जो अब 7 जनवरी को निकाली जाएगी और यदि 8 जनवरी को होने वाली मीटिंग में कोई हल नहीं निकलता तो किसान आंदोलन और तेज करेंगे।
5- सर्द मौसम में हो रही बारिश से आखिरकार अब राहत मिलेगी आज कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है, ज्यादा बारिश नहीं होगी, लेकिन ठंही हवाओं के चलते ठंड अभी जारी रहेगी, पहाड़ों की हो रही लगातार बर्फबारी और बारिश के चलते उत्तर भारत के राज्यों में सर्दी सितम ठा रही है। वहीं धुंध के कारण भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जम्मू-कश्मीर की पहाड़ियों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्म हो गया है। गुरुवार से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, लेकिन इस दौरान बारिश नहीं होगी, बल्कि धुंध बढ़ेगी और कड़ाके की ठंड भी पड़ेगी।