नई दिल्ली:
दो महीने से अधिक समय से चल रहे किसान आंदोलन (Farmers’ Protest) को लेकर किसानों के तेवर तो गरम हैं ही साथ ही केंद्र सरकार पर भी कई राजनीतिक पार्टियां लगातार हमलावर हैं। बुधवार को मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक ट्वीट कर कहा है कि दुनिया के अधिकतर तानाशाहों के नाम M अक्षर से ही क्यों शुरू होते हैं?
राहुल गांधी ने ट्वीट में कई तानाशाह शासकों के नाम भी लिखें हैं जिनका नाम इतिहास के पन्नों में उनकी क्रूरता के लिए दर्ज़ है।
Why do so many dictators have names that begin with M ?
Marcos
Mussolini
Milošević
Mubarak
Mobutu
Musharraf
Micombero— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 3, 2021
हांलाकि राहुल के इस ट्वीट को किसान आंदोलन से जोड़ कर देखा जा रहा है लेकिन कुछ लोग M अक्षर से मिन आंग लाइंग (Min Aung Hlaing) की ओर इशारा मान रहें हैं. जिसने म्यांमार में तख्तपलट करके Aung San Suu Kyi को हिरासत में ले लिया है।
राहुल ने अपने ट्वीट में मार्कोस (Marcos), मुसोलिनी (Mussolini), मिलोसेविच (Milošević), मुबारक (Mubarak), मोबुतु (Mobutu), मुशर्रफ (Musharraf) और माइकॉम्बेरो (Micombero) का नाम गिनाया। ध्यान रहे कि मार्कोस का पूरा नाम फर्डिनेंड इमैनुएल एड्रैलिन मार्कोस (Ferdinand Emmanuel Edralin Marcos) था जो फिलिपींस का राष्ट्रपति बना।
बेनितो मुसोलिनी इटली का एक राजनेता था जिसने फासीवाद के दर्शन की नींव रखी। स्लोबोदान मिलोशेविच सर्बिया का राजनेता था जिसे तानाशाह के रूप में देखा जाता है। होस्नी मुबारक मिस्र का, कर्नल जॉसेफ मोबुतु कॉन्गो का, जनरल परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान और माइकल माइकल माइकॉम्बेरो बुरुंडी का तानाशाह था।
बेनितो मुसोलिनी इटली का एक राजनेता था जिसने फासीवाद की शुरुआत की थी। स्लोबोदान मिलोशेविच सर्बिया का राजनेता था जिसे दुनिया ने एक तानाशाह माना। होस्नी मुबारक मिस्र का, कर्नल जॉसेफ मोबुतु कॉन्गो का, जनरल परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान और माइकल माइकल माइकॉम्बेरो बुरुंडी का तानाशाह था।
कृषि क़ानून को लेकर राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमलावर हैं। इससे पहले भी उन्होंने आरोप लगाया था कि ‘मोदी सरकार का राज करने का स्टाइल है- चुप कराओ और कुचल दो.’ राहुल गांधी ने यह प्रतिक्रिया तब दी थी जब यह खबर आई थी की ट्विटर ने किसान संगठनों से जुड़े ट्विटर अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया है।
दिल्ली की सीमाओं पर पुलिस द्वारा की जा रही बैरिकेडिंग की तस्वीरों को साझा करते हुए राहुल गांधी ने पहले भी लिखा था की सरकार को ‘पुल बनाना चाहिए, दीवारें नहीं’।