32 साल पुराने अपहरण के मामले को लेकर बिहार में पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद से प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया है। पप्पू यादव की पत्नी और कांग्रेस की पूर्व सांसद रंजीत रंजन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार निशाना साध रही हैं।
मंगलवार को पति की गिरफ्तारी के बाद से ही रंजीत रंजन हमलावर हैं और एक के बाद एक ट्वीट करके सरकार को चेतावनी दे रही हैं। आज सुबह उन्होंने ट्वीट कर फिर एक बार सरकार को चेतावनी दी है।
उन्होंने कहा, ” मैं आज पटना आ रही हूं. पप्पू यादव जी पर हुक्मरानों के जुल्मोसितम के बावजूद लोगों को मदद अनवरत मिलती रहेगी. कोरोना के दौर में मानवता को बचाना प्रथम लक्ष्य. प्रेस से संवाद कर सरकार को आज बेनकाब करूंगी.”
मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद देर रात पप्पू यादव को मधेपुरा सिविल कोर्ट में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उनको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। फिलहाल पप्पू यादव सुपौल की वीरपुर जेल में हैं। जेल में रात गुजारने के बाद पप्पू यादव ने भूख हड़ताल शुरू कर दी और आरोप लगाए कि जेल में ना तो पीने का शुद्ध पानी है नहीं बाथरूम की व्यवस्था।
बता दें कि पप्पू यादव डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनके पांव का ऑपरेशन हुआ है, जिससे शौचालय में बैठने में दिक्कत होती है, बाथरूम में कमोड तक नहीं है। दूसरी ओर हर ओर फैले कोरोना के आतंक को देखते हुए उनकी पत्नी और पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
रंजीत रंजन ने बुधवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए।उन्होंने पप्पू यादव की जान पर खतरा होने की आशंका जताते हुए लिखा, ‘नीतीश जी, पप्पू यादव कोरोना निगेटिव हैं, अगर वह पॉजिटिव हुए तो आपको, इस साजिश में शामिल चार लोगों और एम्बुलेंस चोरों को CM आवास से निकाल बीच चौराहे पर नहीं खड़ा किया तो मेरा नाम रंजीत रंजन नहीं।’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए पप्पू यादव की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी ने नीतिश कुमार को सीएम आवास से निकालकर बीच चौराहे पर खड़ा करने की धमकी दी है।
आगे उन्होंने लिखा, ‘कल पूरे दिन-रात जो आपके प्रशासन ने पटना से मधेपुरा फिर वहां से वीरपुर तक पप्पू यादव जी के साथ जो ड्रामा किया है, वह देख रहे हैं। उन्हें मेडिकल फैसिलिटी अभी तक नहीं मिली है।’
बता दें कि पप्पू यादव ने पिछले दिनों सारण से भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी की सांसद निधि से खरीदी गई करीब 30 से 40 एंबुलेंस के बेकार पड़े रहने का मामला उठाया था। राजीव प्रताप रूडी ने इस मामले पर अपनी सफाई भी दी लेकिन कोरोना काल में जहां लोगों के बीच एंबुलेंस की कमी को लेकर त्राहिमाम मचा है वहीं 40 एंबुलेंस का बेकार खड़े रहने पर रूडी पर कई ऊंगलियां भी उठीं। इस मामले को लेकर राजीव प्रताप रूडी और पप्पू यादव के बीच काफी बयानबाजी भी हुई थी। इस प्रकरण के बाद पप्पू यादव पर दो प्राथमिकियां भी दर्ज की गई। कोरोना के नियमों के उल्लंघन को लेकर भी उनपर सवाल उठे हैं।
बता दें कि पप्पू यादव की गिरफ्तारी 1989 में बिहार के मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाने में दर्ज अपहरण मामले में हुई है। मंगलवार को चार बजे के करीब मधेपुरा जिले की पुलिस ने पटना पहुंच कर पप्पू यादव को गिरफ्तार किया। रात करीब एक बजे उनकी पेशी करवाई गई।