राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुंबई पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वझे को शनिवार रात 11 बजकर 50 मिनट पर गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले NIA (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) ने ‘मुकेश अंबानी बम धमकी’ केस में उनसे 12 घंटे तक पूछताछ भी की। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर पार्क स्कॉर्पियो कार में जिलेटिन की 20 छड़ें (विस्फोटक) मिलने के केस की जांच के संबंध में वझे की गिरफ्तारी हुई है।
NIA ने सचिन को आईपीसी की सेक्शन 286, 465, 473, 506(2), 120 बी और 4(a)(b)(I) विस्फोटक पदार्थ ऐक्ट 1908 के तहत अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक भरी कार रखने में शामिल होने को लेकर गिरफ्तार किया गया।
एनआईए के अधिकारियों ने कहा कि विस्फोटक मामले में शनिवार की सुबह सचिन वाझे को जांच के लिए बुलाया था। वह पहले जांच की कमान संभाल रहे थे और स्कॉर्पियो का इस्तेमाल करने के लिए उनका नाम सामने आया था। एनआईए का कहना है कि मामले में उनकी संलिप्तता सामने आई है।
खबरों के मुताबिक सचिन वाझे ने 25 फरवरी को एंटीलिया विस्फोटक लदे स्कॉर्पियो लगाने वाले लोगों में एक होने की बात कबूल कर ली है।
बता दें कि बीते 25 फरवरी को अंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध स्कार्पियो कार बरामद की गई थी। इस घटना के एक कुछ दिनों बाद ही स्कार्पियो के कथित मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। बताया जाता है कि मुंबई पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वझे उसी स्कार्पियो को चार महीने से चला रहे थे। खबरों की मानें तो अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक के लदे स्कॉर्पियो मिलने के बाद भी वह लगातार मनसुख हिरेन के संपर्क में थे। जिस कराण से मनसुख का परिवार आरोप लगा रहा है कि उनकी हत्या में वझे का हाथ है। मनसुख हिरेन की पत्नी ने वझे पर हत्या का आरोप भी लगाया था। तब से वझे की गिरफ्तारी की मांग उठ रही थी। हिरेन की मौत की जांच फिलहाल ATS कर रही है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद सरकार ने वझे का ट्रांसफर कर दिया था। वझे ने ठाणे सेशन कोर्ट में अग्रिम जमानत की याजिका भी दायर की थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।