1- कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति की निगरानी के लिए एक ऑनलाइन प्लैटफॉर्म बनाया गया है, जिसका नाम है को-विन। केन्द्र सरकार ने रविवार को इस प्लेटफॉर्म की जानकारी देते हुए कहा कि को-विन प्लेटफॉर्म ही कोरोना वेक्सीनेशन अभियान का आधार होगा, जो कि नागरिक केन्द्रित होगा। भारत में 16 जनवरी से शुरु हो रहे इस टीकाकरण अभियान को प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम बताया है। 16 जनवरी को टीकाकरण शुरु होने से पहले आज, 11 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वर्चुअल मीटिंग करेंगे। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी सभी मुख्यमंत्रियों को वैक्सीनेशन प्रोग्राम के आगे के रोडमैप व इसकी चुनैतियों के बारे में बताएंगे। कहा जा रहा है कि इस मीटिंग में वैक्सीन की कीमत के साथ-साथ कई और महत्वपूर्ण सवालो पर भी चर्चा हो सकती है।
2- हफ्तेभर से हो रही भारी बर्फबारी के चलते कश्मीर में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। भारी बर्फबारी की वजह से कश्मीर से सड़क व हवाई संपर्क टूट गया है। सड़कों पर बर्फ की इतनी मोटी चादरें हैं कि एंबुलेंस मरीजों को लेकर अस्पताल पहुंचने में असमर्थ हैं, और लोग मीलों पैदल चलकर मरीजों को अस्पताल ले जा रहे हैं। बर्फबारी से बदहाल हुए कश्मीर में सड़कों से बर्फ हटाने में नाकाम साबित हो रहे प्रदेश प्रशासन की काफी किरकिरी हो रही है। दिक्कतों का सामना कर रहे लोगों का कहना है कि बर्फबारी के कारण हो रही परेशानियों में सेना और वायुसेना तो मदद के लिए हाथ बढ़ा रही है लेकिन स्थानीय प्रशासन नदारद है, ऐसे में सड़कों पर जमी बर्फ को हटाने का काम लोग खुद कर रहे हैं।
3- 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने वाले थे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, लेकिन ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन के चलते स्थिति बिगड़ने की वजह से उन्होंनें अपना भारत दौरा रद्द किया है। जिसके बाद गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे सूरीनाम गणराज्य के राष्टपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी। हाल ही में हुए 16वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में चंद्रिकाप्रसाद बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे और अब उन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के तौर पर शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है।
4- कृषि कानूनों की वापसी को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों व सरकार के बीच अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। एक तरफ किसान कानूनों की वापसी से कम पर आंदोलन खत्म करने को तैयार नहीं तो वहीं दूसरी तरफ सरकार, किसानों को संशोधन का विकल्प दे रही है। इसी बीच अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्ना मोल्लाह ने कहा है कि सरकार को कानून वापस लेने होंगे। उन्होंने कहा कि किसानों ने ही मोदी सरकार को भूमि अधिग्रहण विधेयक पर पीछे हटने को मजबूर किया था जो मोदी की जिंदगी की पहली हार थी और अब कृषि कानूनों पर उनकी दूसरी हार होगी। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कृषि कानूनों को लेकर सरकार की मंशा पर सवाल उठाया है। टोंक किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के साथ सरकार की 9 दौर की बातचीत बेनतीजा रही है क्योंकि सरकार की मंशा हल निकालने की नही है वो सिर्फ किसानों को थकाना चाहती है।
5- देश के सात राज्यों- हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, गुजरात, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और केरल में बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। मत्स्य पालन, पशुपालन, व डेयरी मंत्रालय के मुताबिक इन सातों राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है, विभाग की ओर से इन सभी राज्यों को एडवाजरी जारी की गई है ताकि बर्ड फ्लू को फैलने से रोका जा सके। कच्चे मांस व अंडे से संक्रमण का खतरा है इसलिए इन्हें कच्चा कतई न खाएं। विशेषज्ञों का कहना है कि ये वायरस हीट सेंसिटिव है जो कुकिंग टेंपरेचर में खत्म हो जाता है इसलिए इन्हें पका कर ही खाएं। पोल्ट्री फार्म्स में काम करने वाले लोगों से व प्रभावित क्षेत्रों से दूर रहे। ओपन एयर मार्केट में जाने से बचें और हाइजीन-बैंडवॉश जैसी बातों का ध्यान रखें।