हाथरस में कथित गैंगरेप प्रकरण में रोज नए खुलासों के बीच शनिवार को संदग्धि नक्सल भाभी की एंट्री ने पुलिस-प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए हैं। बीती चार से छह अक्तूबर के बीच पीड़िता के घर पर ही महिला की मौजूदगी को लेकर जहां सवाल उठ रहे हैं, वहीं परिजनों ने उसे अपनी दूर की रिश्तेदार बताया।
हाथरस कांड के सुर्खियां आने के शुरुआती दिनों में कुछ संदग्धि लोगों के पीड़िता के परिजनों के घर में मौजूद होने के आरोप गांववाले लगाते रहे हैं। एक ठिगने कद का आदमी मुंह लपेटकर मीडिया के सामने पीड़िता का भाई बनकर परिजनों की बातों को कुछ दिनों तक रखता रहा। सवाल उठे तो वह गायब हो गया। बाद में गांववालों ने मीडिया व पुलिस अफसरों के सामने आरोप लगाए कि पीड़िता के घर में संदग्धि महिला घूंघट की आड़ में मीडिया, अफसरों व आने-जाने वालों से बात करती है। इस पर खुफिया और अफसरों के कान खड़े हो गए और उन्होंने इस पर नजर रखनी प्रांरभ की।
चार से छह अक्तूबर तक घर में रही महिला
बीती चार अक्तूबर तक पीड़िता के घर यह संदग्धि महिला मौजूद रही। इन तीन दिनों में इस महिला ने परिजनों से ज्यादा बढ़-चढ़कर आने-जाने वाले लोगों और मीडिया के सामने न्याय, कानून, संविधान आदि तर्कों के आधार पर अपनी बात रखी। साथ में यह भी स्पष्ट किया कि उसका इस घर के लोगों से कोई खून का रश्तिा नहीं है, लेकिन वह न्याय मिलने तक साथ खड़ी रहेगी। इस महिला की बेबाकी और वाकपटुता देख घर आने-जाने वाले नेता-सामाजिक संगठन के लोग भी चुप हो जाते थे। मीडिया से भी यही महिला अपने अंदाज में बात करती नजर आती थी, लेकिन छह अक्तूबर के बाद महिला घर पर नजर नहीं आती है।
प्रशासनिक अमला खोजबीन में जुटा
इससे पहले हाथरस प्रकरण को लेकर जातिय संघर्ष के लिए पीएफआई आदि की फंडिंग का मामले सामने आने पर पुलिस-प्रशासन पहले से ही अलर्ट होकर काम कर रहा है। इस बीच पीड़िता के घर में तीन दिन तक रहने वाली महिला के कथित नक्सल कनेक्शन ने पूरे प्रशासनिक अमले के पसीने छुड़ा दिए हैं। खुफिया विभाग भी इस बात की पड़ताल करने में जुट गया है कि महिला की वास्तविकता क्या है। हालांकि कोई भी अधिकारी इस मुद्दे पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।
मेरी दूर की रिश्तेदार :पीड़िता की भाभी
पीड़िता की भाभी ने बताया कि जिस महिला के बारे में बात की जा रही है वह उनकी दूर की रिश्तेदार हैं। उस महिला का नाम भी उन्होने बताते हुए कहा कि वह शादीशुदा है। दस साल का एक बेटा भी है। जबलपुर में वह जॉब करती हैं। घर में मौत होने पर वह यहां आई। मौत की खबर सुनकर लोग- रिश्तेदार मुम्बई, अहमदाबाद भोपाल से आ रहे हैं, क्या आने वाले लोगों को मना कर दिया जाएगा। क्या उन्हें ऐसा घोषित किया जाएगा। सवाल पूछने पर गुस्साईं घर की युवतियां बोलीं हमारे सारे रिश्तेदार अब आतंकवादी ही लगेंगे।
अभी मामला जानकारी में नहींः एसपी हाथरस
एसपी विनित जायसवाल का कहना है कि अभी उनकी जानकारी में यह मामला नहीं है। ना ही अभी तक इस मामले की जांच कराई गई है। आने वाले दिनों में यदि कुछ इस पर कुछ इनपुट मिलता है तो फिर काम किया जाएगा।
चंदपा की बिटिया के प्रकरण में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। शनिवार को एकाएक यह हल्ला मचा कि इस केस का नक्सल कनेक्शन भी है। इसकी वजह यह थी कि एक महिला बिटिया के घर पर कई दिन तक भाभी बनकर रही। यहां उसने परिवार की जमकर पैरवी की। कई बड़े नेताओं के सामने वह खुलकर सामने आई। मीडिया के सामने भी उसने बयानबाजी की। सूत्रों की मानें तो एसआईटी के सामने भी वह पूछताछ में मौजूद रही। शक होने पर इस महिला के बारे में छानबीन की गई तो वह जबलपुर की एक मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर निकली। हालांकि बिटिया के परिजन कह रहे हैं कि वह उनकी दूर की रिश्तेदार है।
शनिवार को सोशल मीडिया पर यह खबर चली कि बिटिया के घर में तीन दिन तक एक महिला रुकी थी। यह महिला खुद को परिवार की भाभी बता रही थी और उसका नक्सल कनेक्शन है। जातीय दंगे कराने की कोशिश की साजिश में वह शामिल थी। उसने इस परिवार को बरगलाया। एसआईटी के सामने वह पूछताछ में मौजूद रही। जबलपुर की रहने वाली इस महिला की गतिविधियां एसआईटी को भी संदिग्ध लगीं। सूत्रों की मानें तो यह महिला तीन दिन बाद ही वहां से चली गई। एसआईटी ने भी इसके कॉल रिकॉर्ड आदि खंगालने शुरू कर दिए। सूत्रों की मानें तो एसआईटी की जांच में इस महिला का मामला भी शामिल हो गया है।
मानवता के नाते गई थी हाथरस: महिला प्रोफेसर
सोशल मीडिया पर इस महिला को लेकर देर शाम कुछ और वीडियो वायरल हुए। इस वीडियो में इस महिला की पहचान राजकुमारी बंसल निवासी जबलपुर के रूप में हुई। यह महिला सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में एक प्रोफेसर निकली। उनका कहना था कि इस घटना की जानकारी पाकर वह हाथरस गईं थी और अपने अधिकारियों को अवगत कराया था। उसका इस परिवार से खून का कोई रिश्ता नहीं है। एक-दो दिन परिवार के साथ रुकी थी। उसने कहा है कि उसका नक्सली कनेक्शन साबित तो किया जाए। वह मानवता के नाते वहां गई थी। उनके नंबर के साथ छेड़छाड़ की गई है। साइबर सेल में इस बारे में शिकायत कर दी गई है। जो लोग मुझे नक्सलवाद से जोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगी।
वह हमारी दूर की रिश्तेदार, सूचना मिलने पर आई थी घर
इस मामले में बिटिया की भाभी का कहना है कि यह महिला उनकी दूर की रिश्तेदार है और घटना की जानकारी पाकर उनके यहां आई थी। बिटिया के भाई का कहना था कि उनके सब रिश्तेदार व सहानुभूति रखने वालों को भी तरह तरह से बदनाम किया जा रहा है। यह सब एक साजिश का हिस्सा है। उनके यहां जो आ रहा है, उसे नक्सलवादी, आतंकवादी बताया जा रहा है।