हाथरस के तथाकथित रेप केस की जांच अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) करेगी। कई दिनों से लगाये जा रहे कयास के बाद सीबीआई ने अब इस केस की ज़िम्मेदारी अपने हाथ में ले ली है। इस केस को लेकर रोजाना नये खुलासे हो रहे हैं। शनिवार को मामले में एक नक्गैंसली करनेक्गशन सामने आया। ऐसे में यह सवाल भी उठ रहा है कि पीड़िता के घर की सुरक्षा बढ़ने के बाद नक्सल की आरोपी भाभी वहां से कैसे और कहां चले गए? पीड़ित परिवार के घर के बाहर और अंदर 8 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, एक मेटल डिटेक्टर भी लगाया गया है। घर के बाहर पुलिस की चौकसी और तैनाती है। फायर बिग्रेड की एक गाड़ी और खुफिया विभाग के कर्मचारी तैनात हैं।
हाथरस कांड को लेकर मचे बवाल और पेंचों के बीच इस केस की जांच के लिए सीबीआई तैयार हो गई है। केंद्रीय कार्मिक विभाग (डीओपीटी) ने जांच को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। केस दर्ज कर टीम जल्द ही हाथरस जाएगी।