1- नेताजी सुभास चंद्र बोस की 125वीं जयंती
आज 23 जनवरी को नेताजी सुभास चंद्र बोस की 125वीं जयंती है, इस शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी पश्चिम बंगाल पहुंचकर पराक्रम दिवस समारोह की अध्यक्षता करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी
नेताजी की जयंती के अवसर पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित हो रहे पराक्रम
दिवस समारोह को संबोधित करेंगे, साथ ही एक स्थायी प्रदर्शनी और नेताजी पर एक प्रोजेक्शन
मैपिंग शो का उद्घाटन करेंगे और नेताजी की याद में आज सिक्का व डाक टिकट भी जारी करेंगे।
अपने बंगाल दौरे की जानकारी प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्वीट कर दी। पश्चिम बंगाल में होने वाले
चुनाव से पहले प्रधानमंत्री का पश्चिम बंगाल दौरा काफी खास माना जा रहा है, क्योंकि पार्टियों के
बीच नेताजी की जयंती पर भी राजनीति हो रही है। एक तरफ जहां केन्द्र सरकार ने नेताजी की
जयंती को हर साल पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है तो दूसरी तरफ टीएमसी
जयंती को राज्य में देशनायक दिवस के रूप में मनाने का ऐलान कर चुकी है और कांग्रेस ने भी
घोषणा की है कि सत्ता में आई तो पश्चिम बंगाल में नेजाती की सबसे ऊंची प्रतिमा बनवाएगी।
2- किसान आंदोलन- दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर किसानों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा
शुक्रवार को दिल्ली के सिंघू बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच किसानों ने एक संदिग्ध
व्यक्ति को पकड़ा है, जिसे आंदोलन को हिंसक बनाने के लिए भेजा गया था। किसानों ने इस
संदिग्ध को पुलिस के हवाले कर दिया है। सिंघू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान किसान नेताकुलवंत
सिंह ने बताया कि मास्क पहले इस संदिग्ध और उसके साथियों को धमकी दी गई है कि अगर पकड़े
जाने पर उन्होंने कुछ भी बताया तो उनके परिजनों को मार दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि ये
संदिग्ध आंदोलन कर रहे चार किसान नेताओं को गोली मारने और 26 जनवरी को की जाने वाली
किसान ट्रेक्टर रैली में हिंसा फैलाने के लिए आंदोलन में पहुंचा था।पूछताछ में इस व्यक्ति के बताया
है कि इसे आंदोलन में हिंसै फैलाने के निर्देश देने वाला शख्स एक पुलिसकर्मी है। इस व्यक्ति की 10
लोगों की टीम बताई जा रही है जिसमें 2 औरते भी शामिल हैं, जो पैसों के बदले हिंसा फैलाने के
लिए आंदोलन में पहुंचे। जिन्हें इस काम के लिए 10-10 हजार रुपये दिए गए हैं। जानकारी के
मुताबिक पकड़ा गया ये शख्स मूल रूप से अल्मोडा का बताया जा रहा है, जो पहले भी कुछ
आंदोलनों व प्रदर्शनों में प्रायोजित हिंसा का हिस्सा रह चुका है। इस मामले में पुलिस का कहना है
कि संदिग्ध से पूछताछ के बाद ही इस विषय पर कुछ कहा जा सकता है।
3- लोकप्रिय भजन गायक नरेन्द्र चंचल का दिल्ली के में निधन
भक्ति गीतों में अपने आवाज की मिठास घोलने वाले लोकप्रिय भजन गायक नरेन्द्र चंचल का कल
22 जनवरी को दिल्ली के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। नरेन्द्र चंचल पिछले तीन महीने से
बीमार चल रहे थे। नरेन्द्र चंचल दिमागी बीमारी से पीड़ित थे, 27 नवंबर को उन्हें इलाज के लिए
अस्पताल में भर्ती कराया गया था शुक्रवार दोपहर करीब 12.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। साल
1940 में 16 अक्टूबक को अमृतर के नमक मंडी में एक पंजाबी परिवार में पैदा हुए नरेन्द्र चंचल को
बचपन से ही धार्मिक माहौल मिला, यही वजह थी कि उन्हें छोटी उम्र से ही भजन और आरती आदि
भक्ति गीत गाने में रुचि थी। नरेन्द्र चंचल को हिन्दी सिनेमा में पहचान मिली फिल्म बॉबी के एक
गीत “बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो” से। इस गाने के लिए उन्हें 1974 में बेस्ट प्लेबैक सिंगर का
फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। इसके बाद आई फिल्म बेनाम का टाइटल सॉन्ग भी चंचल की आवाज
में लोगों ने खूब पसंद किया। हिन्दी फिल्मों के भक्ति गीत चलो बुलावा आया है औऱ तूने मुझे
बुलाया तो आज भी भक्ति गीतों के प्रेमियों को खूब भाते हैं। तमाम संघर्षों और कठिनाईयों के बाद
सुरों की दुनिया में नाम कमाने वाले नरेन्द्र चंचल ने खुद की एक ऐसी पहचान कायम की कि ने
भक्ति गीत संगीत का पर्याय बन गए, और 80 साल की उम्र में मखमली आवाज की धनी ये
शख्सियत दुनिया को अलविदा कह गई।
4- केन्द्र सरकार व किसान नेताओं की बातचीत का निष्कर्ष नहीं निकला
केन्द्र सरकार व किसान नेताओं के बीच शुक्रवार को हुई बातचीत भी बेनतीजा रही। सरकार ने
किसान नेताओं के सामने कृषि कानूनों को दो साल तक स्थगित रखने का प्रस्ताव रखा जिसे किसान
नेताओं ने ठुकरा दिया और कानूनों को पूरी तरह रद्द करने की मां एक बार फिर दोहराई, इस पर
केन्द्रीय कृष मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं से कहा- “सरकार आपके सहयोग के लिए
आभारी है। कानून में कोई कमी नही है। हमने आपके सम्मान में प्रस्ताव दिया था। आप निर्णय नही
कर सके। आप अगर किसी निर्णय पर पहुँचते है तो सूचित करें। इस पर फिर हम चर्चा करेंगे।“
सरकार की तरफ से अगली बातचीत के लिए कोई तारीख भी नहीं दी गई है। बैठक बेनतीजा खत्म होने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का प्रदर्शन कोई कमजोर आंदोलन नहीं
है, ये लंबा चलेगा। हालांकि दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रेक्टर रैली को मंजूरी नहीं दी है लेकिन
टिकैत ने कहा कि किसानों द्वारा 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों पर शांतिपूर्वक ट्रेक्टर रैली
निकाली जाएगी, इस रैली में भाग लेने के लिए हजारों ट्रेक्टर पंजाब – हरियाणा से दिल्ली के लिए
निकल चुके हैं, किसान अपनी ट्रेक्टर-ट्रॉली में 2-2 महीने का राशन लेकर निकले है, उनकी तैयारी
दिल्ली की सीमाओं पर जमकर बैठने की है, जब तक कानून वापस नहीं होंगे, किसानों की घर वापसी
नहीं होगी।
5- पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज फिर से बढ़ोत्तरी
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज फिर बढ़ोत्तरी की गई है इस बढ़ोत्तरी में डीजल की कीमतों
में जहां 18 से 26 पैसे का इजाफा हुआ है तो वहीं पेट्रोल की कीमत भी 22 से 25 पैसे प्रति लीटर
बढ़ी है। इस बढ़ोत्तरी के बाद दिल्ली व मुंबई जैसे महानगरों में पेट्रोल की कीमत अपने अभी तक के
सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली में डीजल जहां 76 रुपये के करीब पहुंच गया है तो वहीं
पेट्रोल 85 रुपये 70 पैसे प्रति लीटर हो गई है। जबकि मुंबई में डीजल 82 के पार है औऱ पेट्रोल 92
रुपये 28 पैसे प्रति लीटर।