1- देश के अस्पतालों में कोरोना संकट के चलते पस्त होते हेल्थ सिस्टम के बीच कल फिर कोरोना संक्रमितों के रिकॉर्ड तोड़ मामले दर्ज हुए। 24 घंटे में 3 लाख 86 हजार 854 नए मामले सामने आए और इस दौरान 3 हजार 501 संक्रमितों की मौत हुई। लगातार तीसरे दिन देश में 3 हजार से ज्यादा कोविड संक्रमितों की मौत हुई है। वहीं सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में गुरुवार को 66 हजार 159 संक्रमितों की पुष्टि हुई है और इस दौरान 771 लोगों ने इस संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में भी कर 24 घंटे में 35 हजार 104 लोग संक्रमित पाए गए हैं जबकि 295 लोगों की मौत हुई है। बात दिल्ली की करें तो यहां गुरुवार को 24 हजार 235 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए औऱ 395 कोरोना संक्रमितों ने दम तोड़ा। कोरोना के कारण पैदा हुई इन विकट परिस्थितियों से निपटने के लिए आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रीमंडल की बैठक की जाएगी। आज 11 बजे वर्चुअल होने वाली इस बैठक में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति और उससे निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर चर्चा होगी साथ ही इस बैठक में कुछ अहम फैसले भी किए जा सकते हैं। आपको बता दें कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बीच आज होने वाली बैठक केन्द्री मंत्रिमंडल की पहली बैठक होगी, इससे पहले हाल पीएम मोदी देश के 10 सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ इस विषय पर बैठक कर चुके हैं।
2- सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड के दाम घटने के बाद अब भारत बाय़ोटेक ने भी कोवैक्सिन के दाम घटाए हैं। भारत बायोटेक का कहना है कि पब्लिक हेल्थ सिस्टम को मजबूती देने के लिए कंपनी ने ये फैसला लिया है। राज्यों के लिए, सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा कोविशील्ड वैक्सीन को 400 रुपये से घटाकर 300 रुपये प्रति डोज करने के बाद भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन के दाम घटाकर 400 प्रति डोज कर दिए हैं। कंपनी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी और बयान जारी कर कहा है कि, “भारत बायोटेक देश में कोरोना महामारी की मौजूदा स्थिति से चिंतित है। पब्लिक हेल्थ केयर सिस्टम के सामने बड़ी चुनौती को देखते हुए हम राज्य सरकारों को इसे 400 रुपए प्रति डोज के हिसाब से उपलब्ध कराएंगे।” आपको बता दें कि भारत बायोटेक ने हाल ही में वैक्सीन के दामों की घोषणा करते हुए कहा था कि राज्यों को कोवैक्सीन 600 रुपये प्रति डोज के हिसाब से मुहैया कराई जाएगी, लेकिन कोविशील्ड के दाम 100 रुपये प्रति डोज घटाए जाने के बाद भारत बायोटेक ने भी राज्यों के लिए वैक्सीन के दाम 200 रुपये प्रति डोज के हिसाब से कम करने का फैसला लिया है।
3- उत्तर प्रदेश के शिक्षक संघों ने निर्वाचन आयोग को 577 शिक्षकों और सपोर्ट स्टाफ एक लिस्ट सौंपते हुए ये दावा किया है कि पंचायत चुनाव में लगी ड्यूटी के दौरान इन सभी शिक्षकों की जान गई है, साथ ही शिक्षक संघों ने निर्वाचन आयोग से काउंटिंग स्थगित करने की अपील भी की है। जिसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य अधिकारी एसके सिंह ने सभी जिलों के डीएम, एसपी और जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर, उनके जिलों में हुई शिक्षकों की मौत की वास्तविकता का पता लगाने के आदेश दिये हैं और इसकी रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर देने के निर्देश दिए हैं। मतगणना की तारीख संथगित करने की मांग के साथ-साथ शिक्षक संघों ने सभी शिक्षकों से 2 मई को होने वाली काउंटिंग से दूरी बनाने को कहा है।
4- कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उत्तराखंड सरकार ने अहम फैसला लेते हुए इस साल की चारधाम यात्रा, जो मई में शुरु होनी थी उसे रद्द कर दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि चारों धाम के कपाट अपने तय समय पर खुलेंगे लेकिन केवल पुजारी और पुरोहित ही चारों धामों में पूजा अर्चना करेंगे। श्रद्धालुओं को वहां जाने की इजाजत नहीं होगी। हरिद्वार कुंभ मेले में फैले कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए ये राज्य सरकार का एक अहम फैसला है। श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते संक्रमण की लंबी होती चेन को रोका जा सके इसके लिए जरूरी है कि ऐसी यात्राएं कुछ वक्त के लिए रोक दी जाएं ताकि बेकाबू होती स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके और देश में बद्तर होते हालात में सुधार हो।
5- कोरोना के हाहाकार के बीच ऐसी खबरें भी झकझोर देती हैं। देश में तेजी से पैर पसार रही कोरोना महामारी लोगों के शारीरिक स्वास्थ्य के साथ साथ मानसिक स्वास्थ्य को भी खोखला कर रही है, कोरोना से होने वाली मौतों के चलते देश के अलग-अलग हिस्सों में मची चीत्कार लोगों को मानसिक रूप से कमजोर कर रही है। ऐसी ही झकझोर देने वाली खबर है मध्य प्रदेश के इंदौर से। इंदौर के राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के सेंचुरी पार्क में रहने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर नेहा पवार के पति पवन 15 दिन पहले कोविड संक्रमित पाए गए थे, जिसके बाद उनका एक प्राइवेट हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट चल रहा था और बुधवार सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। 32 साल की नेहा पति की अचानक मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। हाल ही में पवन का लोक सेवा आयोग की परीक्षा के जरिये रेंजर पद के लिए चयन हुआ था। वे ट्रेनिंग के लिए देहरादून जाने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही वो इस माहामारी की भेंट चढ़ गए और पत्नी ने उनके जाने के गम में जिंदगी खो दी। इस विपत्ति भरी स्थिति में जब लोग असमय अपनों को मौत के मुंह में समाते देख रहे हैं, मानसिक तनाव और डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं, ऐसे वक्त में जरूरी है कि हताश होते लोगों को मदद के हाथ मिलें और तनाव व डिप्रेशन से बाहर लाने के लिए उनका वक्त पर इलाज हो, ताकि ऐसे हौसला हार कर लोग अपनी जिंदगी न खोएं।