1- देश में कोरोना के नए मामले इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं कि ब्राजील को पीछे छोड़ अमेरिका के बाद भारत कोरोना संक्रमण से प्रभावित दुनिया का दूसरा देश बन गया है, रोजाना टूट रहे संक्रमितों के रिकॉर्ड ने सोमवार को भी पिछला रिकॉर्ड तोड़ा, कल सोमवार को देश में 1 लाख 68 हजार 912 मामले दर्ज हुए। बीते सात दिनों की तुलना में ये आंकड़ा 70 फीसद से ज्यादा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इसके बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,35,27,717 हो गई है। एक तरफ मामलों में बढ़ोत्तरी और दूसरी तरफ कोरोना वैक्सीन की कमी का संकट। ऐसे में एक अच्छी खबर ये है कि सोमवार को एक्सपर्ट कमेटी ने रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-V के इमरजेंसी यूज को मंजूरी दे दी है। अब DGCI यानि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया इस पर आखिरी फैसला लेगा। जिसे मंजूरी मिलने के बाद ये वैक्सीन भारत के कोरोना टीकाकरण अभियान में शामिल होने वाली तीसरी वैक्सीन बन जाएगी। अभी भारत में चल रहे टीकाकरण अभियान में कोवीशील्ड और कोवैक्सिन टीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
2- देश के कुछ राज्यों में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं, महाराष्ट्र में स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। वीकेंड के लॉकडाउन के बाद भी यहां 24 घंटे में कल 63 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। जो किसी भी देश में एक दिन में आए सबसे ज्यादा केस हैं। इसे देखते हुए राज्य में 10वीं-12वीं की परीक्षाएं फिलहाल टाल दी गई हैं। इसी तरह मध्य प्रदेश में बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा मामले सामने आएहैं, राज्य में एक दिन में 6 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं, 5200 सैंप्लस की जांच में 1456 पॉजिटिव मिलने के बाद भोपाल में संक्रमण की दर 28 फीसद पहुंच गई है। इसके बाद सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए सोमवार शाम से ही भोपाल में एक हफ्ते का कोरोना कर्फ्यू, या कहिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रांची में कोरोना का कहर सड़कों पर दिखाई दे रहा है। रांची में कोविड 19 से होने वाली मौते इतनी ज्यादा है कि बीते 10 दिनों में यहां श्मशान और कब्रिस्तान कें लाशें आने की संख्या बहुत बढ़ गई है, जिसके चलते अंतिम संस्कार के लिए जगह तक कम पड़ रही है, और लोग घंटों के इंतजार के बाद भी नंबर न आने पर खुले मेंशवों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। दिल्ली में भी कोरोना की चौथी लहर ने अभी
तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं यहां कल एक दिन में 11 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं, बढ़ते खतरे को भांपते हुए दिल्ली सरकार ने 14 प्राइवेट और 4 सरकारी अस्पतालों में अब सिर्फ कोरोना का इलाज करने के निर्देश दिये हैं। देश में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए कई राज्यों ने अहतियातन नाइट कर्फ्यू लगाया है।
3- कोविड 19 संक्रमितों की बढ़ती संख्या पर आगाह करते हुए एम्स के डायरेक्ट डॉ रणदीप गुलेरिया ने सोमवार को कहा है कि यदि हालात नहीं बदले तो संक्रमण के बढ़ते मामलों से देश की स्वास्थ्य व्सवस्था पर दबाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि फरवरी में संक्रमण के मामलेघटने के बाद लोगों में कोविड गाइडलाइन्स के पालन में लापरवाही बरती है, लोग इस बीमारी को काफी हल्के में ले रहे हैं। उन्होंने लोगों को चेतातै हुए कहा कि यदि एक बीमार अपने कॉन्टेक्ट में आने वाले 30 लोगों को संक्रमित कर सकता है तो इस बीमारी की चपेट में आ रहेलोगों ज्यादा लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। देश में कोरोना के नए स्ट्रैन फैल रहे हैं जो संक्रमण को तेजी से फैलाने में सक्षम हैं। गुलेरिया ने बताया कि पूरी मनुष्यता कठिन समय से गुजर रही है ऐसे में जब जक जरूरी नहीं, घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने ये भी कहा यदि हमने अभी ध्यान नहीं दिया तो हम वो बढ़त गवां सकते हैं जो हमने हासिल की है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण के बाहर हो सकती है। साथ ही उन्होंने लोगों से कोविड वैक्सीन लगवाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि टीका रोग से नहीं बचाता लेकिन शरीर में संक्रमण को बढ़ने से रोक सकता है, इससे संक्रमण गंभीर रूप नहीं लेगा और मृत्युदर घटेगी।
4- देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों का शेयर मार्केट को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है। लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू के चलते सोमवार को शेयर मार्केट औंधे मुंह गिरा, सेंसेक्स में इतनी भारी गिरावट दर्ज की गई कि इनवेस्टर्स के 8.77 लाख करोड़ रुपये डूब गए। सोमवार को शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 1000 पॉइंट गिरा और दोपहर तक इंडेक्स 48 हजार के नीचे पहुंच गया। शेयर मार्केट की शुरुआत ही कल माइनस के सेंसेक्स के साथ हुई, सेंसेक्स 634.67 अंक नीचे 48,956.65 पर खुला था और दिनभर भारी गिरावट के बाद बाजार बंद होते होते इडेक्स 1,707 अंकों की भारी गिरावट के साथ 47,883 पर बंद हुआ। आपको बता दें कि कोरोना काल में इससे पहले 29 जनवरी को इंडेक्स 48 हजार के नीचे 46,285 अंकों पर बंद हुआ था और कल दो महीने बाद सेंसेक्स 1700 प्वाइंट लुढ़ककर बंद हुआ, जो निवेशकों के लिए बड़ा नुकसान दायक रहा।
5- पश्मिच बंगाल विधानसभा चुनाव में चार चरण का मतदान खत्म हो चुका है, अब राजनैतिक दल पांचवे चरण के मतदान की तैयारियों में रैलियों और प्रचार में जान फूंक रहे हैं, इसी बीच इलेक्शन कमिशन ने टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ एक सख्त कार्रवाई की है। चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी को भड़काऊ भाषण देने के मामले में आरोपी मानते हुए, बड़ा कदम उठाया है और 24 घंटे तक के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी है, जो सोमवार रात 8 बजे से लागू की गई है। आपको बता दें कि ममता बनर्जी के चुनाव प्रचार पर इलेक्शन कमिशन ने ये रोक कूच बिहार में दिए गए उनके भाषण को देकर भी लगाई गई है। जिसमें उन्होंने महिला मतदाताओं से अपील की थी कि वे चुनाव के दौरान सुरक्षाबलों का घेराव करें। चौथे चरण के मतदान के दौरान ही कूच बिहार में हिंसक झड़प हुई थी जिसमें 4 लोगों की जान भी गई थी और अमिताशाह ने इसके लिए ममता बनर्जी के भड़काऊ भाषण को जिम्मेदार माना था। इससे पहले एक भाषण के दौरान ममता बनर्जी ने मुस्लिम मतदाताओं को एकजुट होकर तृणमूल कांग्रेस को वोट करने की अपील की थी। इस पर शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने ममता के खिलाफ ये सख्त कार्रवाई की है। इस बैन के बाद ममता काफी भड़क गई हैं और उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि वे चुनाव आयोग के इस असंवैधानिक व अलोकतांत्रिक फैसले के विरोध में आज 12 बजे कोलकाता में गांधी मूर्ति के सामने धरने पर बैठेंगी।