1- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में देश में तेजी से बढ़ रहे नए मामलों के मद्देनजर गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने कोविड मामलों में अचानक हुई बढ़ोत्तरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी स्थिति में युद्ध स्तर पर काम करने की जरूरत है साथ ही आने वाले 3 हफ्ते खास अहतियात बरतनी होगी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पूरी तरह लॉकडाउन की जरूरत नहीं है, लोगों में जागरुकता के लिए नाइट कर्फ्यू ही पर्याप्त है। बीते साल संपूर्ण लॉकडाउन की जरुरत इसलिए पड़ी क्योंकि तब हमारे पास महामारी से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन और व्यवस्थाएं नहीं थीं, आज हम सक्षम हैं। प्रधानमंत्री ने वैक्सीन से ज्यादा टेस्टिंग पर जोर देते हुए कहा कि स्थिति को काबू करने के लिए केवल टेस्ट,ट्रैक और ट्रीट पर जोर देना होगा। साथ ही कोविड-19 से प्रोटोकाल का पालन करना होगा। इसके अलावा बिना लक्षण वाले मामलों को ध्यान में रखते हुए प्रोएक्टिव टेस्टिंग भी जरूरी है। वैक्सीनेशन पर जोर देते हुए पीएम ने कहा कि 11 से 14 अप्रैल के बीच यानि ज्योतिबा फुले की जयंती से बाबा साहेब की जयंती तक टीका उत्सव मनाया जाना चाहिए, इस दौरान 45 साल से ज्यादा उम्र का हर व्यक्ति टीकाकरण जरूर कराए। उन्होंने राज्यों से कहा कि वे टीकाकरण के लिए प्रोत्साहिन कार्यक्रम में एनसीसी और एनएसएस के काडर की मदद ले सकते हैं। साथ ही उन्होंने मुख्मंत्रियों से राज्यपालों को इस काम में शामिल करने को कहा। कुल मिलाकर प्रधानमंत्री ने अपने कल के संबोधन में टेस्ट,ट्रैक और ट्रीट के साथ कोविड 19 संक्रमण के प्रति जागरुकता व टीकाकरण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया।
2- कोविड 19 के बढ़ते मामले हर दिन एक नया रिकॉर्ड बना रहे हैं, जो कि चिंता का विषय है। गुरुवार को भी देशभर में कोविड संक्रमण के 1 लाख 31 हजार 787 नए मामले सामने आए।जबकि 802 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के भी वैक्सीन ले चुके 37 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जिनमें से 32 को होम क्वारंटीन और 5 को अस्पताल में ही भर्ती किया गया है। वहीं कोरोना के नए मामलों में सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति में नजर आ रहे महाराष्ट्र में गुरुवार को 56 हजार 286 नए मामले दर्ज हुए हैं इसके अलावा दिल्ली में 7 हजार 437, कर्नाटक में 6 हजार 570 और गुजरात में 4 हजार 021 नए केस सामने आए।हर दिन बढ़ रही कोविड पेशेंट्स की गिनती को देखते हुए दिल्ली एम्स में भी 10 अप्रैल से विभिन्न ऑपरेशन थियेटर्स में सिर्फ इमरजेंसी सर्जरी ही की जाएंगी। आपको बता दें कि बढ़ते कोविड मामलों के मद्देनजर कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, कोरोना के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री ने नाइट कर्फ्यू को कोरोना कर्फ्यू कहा है, ताकि लोग इसके प्रति जागरुक बनें और जरूरी सावधानियों के प्रति लापरवाह होने की बजाय सतर्क हों।
3- यदि आपका ऑफिस दिल्ली एनसीआर में है, और आपको रोज अपडाउन करना होता है तो आपको बता दें कि दिल्ली के साथ साथ आसपास के कुछ और शहरों में भी कर्फ्यू के दौरान पास की व्यवस्था की है, ऐसे में आप भी कर्फ्यू पास जरूर बनवाएं, क्योंकि कर्फ्यू पास के जरिए ऑफिस में नाइट शिफ्ट करने वाले इंप्लॉय, असेशियल सर्विसेज से जुड़े लोग कर्फ्यू वाले इलाकों में आसानी से आ जा सकेंगे। आपको बता दें कि दिल्ली के अलावा नोएडा और गाजियाबाद में भी 17 अप्रेल तक के लिए रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक का नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। जबकि राजधानी दिल्ली में ये कर्फ्यू 30 अप्रैल तक के लिए है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े जिन लोगों को मूवमेंट पास लेकर नाइट कर्फ्यू के दौरान भी आने-जाने की छूट दी गई है, उन्हें यदि दिल्ली से एनसीआर के किसी शहर में आना-जाना है, तो बेहतर होगा कि वे दिल्ली के साथ-साथ इन शहरों की पुलिस या प्रशासन से भी नाइट कर्फ्यू पास बनवाएं, ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो।
4- वैक्सीनेशन प्रोग्राम के नए चरण में 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है, जो लोग इस दायरे में आते हैं वो टीकाकरण कराएं इसके लिए लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है, ताकि लोग रजिस्ट्रेशन कराकर जल्द से जल्द वैक्सीन की पहली डोज लें, लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे लेकर असमंजस्य की स्थिति में नजर आ रहे हैं और टीका लेने से कतरा रहे हैं, या कुछ लोग दफ्तरों के कामकाज के चलते टीका न ले पाने की बात कह रहे हैं, इसी कड़ी में केंद्र सरकार ने 11 अप्रैल यानी सोमवार से सरकारी और निजी कार्यालयों में भी वैक्सीन लगाने को मंजूरी दे दी है। साथ ही सरकार ने इसके लिए राज्यों से भी तैयारी करने को कहा है। ताकि वर्कप्लेस पर ही ऐसे लोगों का टीकाकरण किया जा सके, जो मौजूदा चरण के अंतर्गत टीकाकरण के योग्य हैं।
5- CRPF के कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह की पत्नी बीते पांच दिनों से जितनी दहशत और दुख में थीं आज उनके चेहरे पर उससे कहीं ज्यादा खुशी और शांति है, ये दिन उनके लिए सबसे ज्यादा खुशी का दिन है क्योंकि उनके पति नक्सलियों की कैद से आजाद हुए हैं। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा के जंगलों में 3 अप्रैल को नक्सलियों से हुई मुठभेड़ के बाद कई जवानों की शहादत और एक जवान के लापता होने की खबर आई, जिसके बाद लापता जवान के परिवार में डर और शोक की लहर थी। 6 अप्रैल को CPI माओवादी के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता ने प्रेस नोट जारी कर लापता जवान, कमांडो राकेश्वर सिंह को बंधक बनाने की बात कही। जिसके बाद उनकी पत्नी मीनू ने पति की सुरक्षित वापसी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील की, और आखिरकार पांच दिन बाद मीनू की मन्नतें और गुहार रंग लाईं, जब खबर आई कि नक्सलियों ने बंधक बनाए गए CRPF के कोबरा कमांडो राकेश्वर सिंह को छोड़ दिया है। राकेश्वर सिंह की रिहाई पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि ये हमारी रणनीतिक जीत है। राकेश्वर सिंह सुरक्षित लौटे हैं, मुझे इस बात का संतोष है।