स्मिथा सिंह, नई दिल्ली
फिल्मी दुनिया हो, राजनीतिक गलियारे, सामाजिक कामों का मंच या फिर पारिवारिक जिम्मेदारियां, अपनी हर भूमिका को बखूबी और ईमानदारी से निभाने में सफल रही शख्सियत हैं जया बच्चन। जो इंडस्ट्री और राजनीति में अपनी एक अलग पहचान रखती हैं और अपने परिवार की सबसे मजबूत कड़ी हैं। आज जया बच्चन 73 साल की हो गई हैं, आईये उनके जन्मदिन के मौके पर उनकी जिन्दगी से जुडी ऐसी दिलचस्प बातें आपको बताते हैं जिन्हें शायद कम ही लोग जानते होंगे।
9 अप्रैल 1948 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक बंगाली परिवार में जन्मी जया बच्चन, 15 साल की उम्र से ही फिल्मों में काम कर रही हैं। जया ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत साल 1963 में सत्यजीत रे के डायरेक्शन में बनी बंगाली फ़िल्म ‘महानगर’ से की। वैसे शायद कम ही लोग जानते होंगे कि जया के पिता तरुण कुमार भादुड़ी मशहूर जर्नलिस्ट और राइटर थे और जया तीनों बहनों में सबसे बड़ी हैं। जया ने हायर सेकंडरी पास करने के बाद पुणे के फिल्म इंस्टीट्यूट से एक्टिंग की बाकायदा पढ़ाई की है, वही एफटीआई यानि फ़िल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, जिसने फिल्म इंडस्ट्री को कई कमाल के सितारे दिए हैं जया भी उसी एफटीआई से गोल्ड मेडल के साथ पासआउट हैं।
कुछ ऐसे हुई थी अमिताभ-जया की शादी
जया की हिन्दी फिल्मों में एन्ट्री भी काफी दिलचस्प रही। अपनी पढ़ाई के दौरान ही जाने-माने निर्माता-निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी ने उन्हें अपनी फिल्म ‘गुड्डी’ में बतौर हीरोइन काम करने के लिए साइन किया।इस फिल्म में जया एक स्कूल गर्ल के रोल में नजर आईं, जिसे धर्मेन्द्र से प्यार हो जाता है। इसके बाद जया ने ‘कोशिश’, ‘कोरा कागज’, ‘उपहार’, ‘अनामिका’, ‘जवानी दीवानी’ और ‘बावर्ची’ जैसी कई फिल्में कीं। साल 1973 में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन संग शादी के बंधन में बंधी जया और बिग बी के प्यार की कहानी भी किसी फिल्मी कहानी जैसी ही है। जया अमिताभ की मुलाकात हुई थी फिल्म ‘गुड्डी’ के सेट पर और ये मुलाकात कराई थी ऋषिकेश मुखर्जी ने, हालांकि अमिताभ और जया इस फिल्म में साथ काम नहीं कर सके। वैसे इससे पहले जया ने बिग बी को देखा था फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ की शूटिंग के दौरान, क्योंकि इस फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में ही अमिताभ बच्चन जया के कॉलेज गए थे, जहां से वो खुद एक्टिंग की पढ़ाई कर रही थीं। खैर ‘गुड्डी’ के सेट पर मुलाकात के बाद दोनों नें पहली बार फिल्म ‘बंसी बिरजू’ मे साथ काम किया। साल 1973 में जब बिग बी के सितारे गर्दिश में थे, कोई हिरोइन उनके साथ काम करना नहीं चाहती थी, ऐसे में जया ने उनके साथ फिल्म ‘जंजीर’ में काम किया और फिल्म हिट हुई। फिल्म ‘जंजीर’ की सफलता के साथ ही दोनों सितारों का प्यार भी शादी की सफलता तक पहुंचा। बिग बी चाहते थें कि फिल्म ‘जंजीर’ की सफलता को वे जया के साथ लंदन में सेलिब्रेट करें, लेकिन ये बात जब उनके घर वालों को मालूम हुई तो उन्होंने साफ कह दिया कि दोनों शादी कर लो और फिर जहां जाना हो जा सकते हों। जिसके बाद 3 जून, 1973 को बिग बी और जया, शादी के बंधन में बंधे। शादी के बाद जया और बिग बी ने ‘अभिमान’, ‘चुपके-चुपके’ और ‘शोले’ जैसी हिट फिल्में दीं।
फिल्म इंडस्ट्री के आइडल कपल कहे जाने वाले बिग बी और जया का रिश्ता भी एक वक्त काफी तनाव से गुजरा, जब फिल्म ‘सिलसिला’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ और रेखा को लेकर खबरे आने लगीं और इत्तेफाक से फिल्म की कहानी तीनों की रीयल लाइफ जैसी ही थी। एक बार जब एक इंटरव्यू में जया से अतिताभ और रेखा के अफेयर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘अमिताभ बहुत अच्छे इंसान हैं। मैं जिस परिवार से जुड़ी हूं वो रिश्ते निभाना अच्छे से जानता है। अगर वह मुझे छोड़कर जाते हैं तो मैं समझूंगी कि वो मेरे कभी थे ही नहीं।’
एक बेहतरीन राइटर भी हैं जया
शादी के बाद जया काफी वक्त, करीब 14 साल फिल्मों से अलग रही, एक अच्छी मां और जिम्मेदार गृहणी की तरह उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश पर फोकस किया। जया एक सफल गृहणी, सफल अभिनेत्री, सफल राजनेत्री के साथ साथ एक अच्छी राइटर भी हैं, जी हां 1988 में आई फिल्म ‘शहंशाह’, जिसमें अमिताभ बच्चन लीड रोल में थे। इस फिल्म की कहानी खुद जया बच्चन ने ही लिखी थी। लंबे वक्त तक अभिनय की दुनिया से दूर रही जया ने साल 1998 में फिर से फिल्मों में वापसी की और फिल्म ‘हजार चौरासी की माँ’ में नजर आई। इसके बाद उन्होंने ‘फिजा’, ‘कभी खुशी कभी गम’ और ‘कल हो न हो’ जैसी फिल्मों में अपने अभिनय की छाप छोड़ी।
अपने बेहतरीन और उम्दा अभिनय के लिए जानी जाने वाली जया को 3 आईफा और 9 फिल्मफेयर अवॉर्ड मिले हैं। फिल्म ‘अभिमान’, ‘कोरा कागज’, ‘नौकर’, ‘हजार चौरासी की मां’, ‘फिजा’, ‘कभी खुशी कभी गम’ और ‘कल हो ना हो’ जैसी कई फिल्मों के लिए जया, फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजी गई हैं, इसके अलावा उन्हें साल 1992 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया गया है। इतना ही नहीं राजनीतिक करियर में भी वे एक सफर राजनेत्री के तौर पर जानी जाती हैं, जया को साल 2017 में पूरी अटेंडेंस होने के लिए बेस्ट पर्लियामेंट्री अवॉर्ड दिया भी गया था। ऐसे कम ही सितारे हैं जो फिल्म इंडस्ट्री की तरह ही राजनीति के क्षेत्र में भी सफल रहे हो, जया बच्चन उन्ही में से एक हैं, जिन्होंने अभिनय के साथ साथ राजनीति में भी दमदार मुकाम हासिल किया है। अभिनय की दुनिया के लंबे वक्त तक काम करने के बाद साल 2004 में जया अभिनेत्री से राजनेत्री बनीं और लगातार चार बार राज्यसभा सदस्य चुनी गई। मौजूदा समय में जया, समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद हैं।