1- देश में कोरोना की दूसरी लहर काफी चिंताजनक होती जा रही है, कल रविवार को देशभर से कोविड 19 के 1 लाख से ज्यादा नए मामलों की पुष्टि हुई है। कोरोना महामारी के शुरुआती दौर से अभी तक के पहली दफा है जब भारत में कोविड संक्रमितों की गिनती 1 लाख के पार पहुंची है, इससे पहले 17 सितंबर को 98 से ज्यादा लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी, लेकिन कल के संक्रमितों की गिनती ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा जब कुल 1 लाख 3 हजार 844 केस सामने आए और इन कुल मामलों में सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति में नजर आ रहा है महाराष्ट्र, जहां कल भी 57 हजार 74 नए केस मिले हैं। जिनमें महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में ही 11 हजार से ज्यादा नए मरीज मिले हैं। आपको बता दें कि ये बेहद गंभीर स्थिति है कि विश्व में भारत दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहां इस वक्त कोविड 19 के 24 घंटे में 1 लाख के ऊपर मामल मिल रहे हैं। पहले इस मामले में पहले नंबर पर अमेरिका और दूसरे पर ब्राजील था, लेकिन अब भारत संक्रमितों की बढ़ रही गिनती के साथ पहले नंबर पर आ गया है। ऐसे में यदि लोगों ने लापरवाहियों पर विराम न लगाया तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। आपको बता दें कि अमेरिका के बाद भारत दूसरा देश है जहां महज 24 घंटे में संक्रमितों की संख्या एक लाख का आंकड़ा पार कर रही है।
2- कोविड संक्रमितों की बढती संख्या के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को हाईलेवल मीटिंग की जिसमें में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसीमीटिंग में पीएम ने महारी के प्रति लोगो में जागरुकता फैलाने के साथ जन भागीदारी को जारी रखने की बात कही। संक्रमण की रफ्तार को कोरने के लिए इस मीटिंग में टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट के साथ साथ कोविड 10 से बचाव संबंधी सावधानियों और टीकाकरण की पांच स्तरीय रणनीति के गंभीरता तथा प्रतिबद्धता से पालन करने पर जोर दिया गया। इस मीटिंग मे ये भी कहा गया कि मौजूदा समय में कोविड के नए मामलों में 90 फीसदी से ज्यादा संक्रमित महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ समेत 10 राज्यों से हैं और इन्हीं 10 राज्यों में संक्रमण से सबसे ज्यादा मौतें भी हो रही हैं। मीटिंग में महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ मे तेजी से बढ़ रहे मामलो पर चिंता जताई गई और कोरोना संबंधी दिशा-निर्देशों के जमीनी स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन की कमी को भी इसकी एक वजह बताया गया, साथ ही इन राज्यों की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री ने इन राज्यों में जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों तथा चिकित्सकों की केन्द्रीय टीम भेजने के निर्देश दिये। इस बैठक के बाद PMO की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 6 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच कोविड 19 महामारी के संक्रमण से बचाव संबंधी सावधानियों के लिए एक अभियान भी चलाया जाएगा।
3- देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों में फिर से नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन लगाना शुरु कर दिया है। महाराष्ट्र में जहां कोरोना विर्फोट के बाद उद्धव सरकार ने वीकेंड में लॉकडाउन लगाया है तो वहीं मध्यप्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि वो महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सटी अपनी सीमाओं को सील करेगा और लोगों की आवाजाही पर रोक रहेगी, राज्य के जिन इलाकों में संक्रमण ज्यादा होगा वहां लॉकडाउन भी लगाया जाएगा। इसके अलावा योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए कोरोना संक्रमण को लेकर नए दिशा निर्देश जारी किए हैं, जिनके तहत कंटेनमेंट जोन का दायरा नए सिरे से बनाया गया है। जिसके तहत संक्रमण का एक मामला मिलने पर 25 मीटर यानि 20 घर और एक से ज्यादा संक्रमित मिलने पर 50 मीटर के दायरे को यानि 60 घरों को कंटेनमेंट जोन बनाया जाएगा, इऩ नियमों में क्षेत्र की स्थिति के मुताबिक बदलाव भी किए जा सकते हैं। असम और कर्नाटक राज्य ने भी कोरोना को लेकर एक नया नियम जारी किया है जो 9 अप्रैल से लागू होगा, इशके मुताबिक महाराष्ट्र से असम और कर्नाटक जाने वाले यात्रियों को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट साथ ले जानी होगी, जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए बिहार सरकार ने भी राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों को 11 अप्रैल तक बंद रखने का फैसला लिया है।
4- कर्ज में डूबी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने की सरकार की कवायद और तेज हो गई है और एयर इंडिया को खरीदने की दौड़ में सबसे आगे है टाटा संस लिमिटेड। कहा जा रहा है कि टाटा इस महीने के खत्म होने से पहले पहले, एयर इंडिया को खरीदने के लिए अपनी बोली दर्ज कराएगा। वैसे एयर इंडिया को साल 1932 में टाटा ग्रुप द्वारा ही शुरु किया गया था, जिसे साल 1953 में टाटा ने सरकार को बेचा था, अब एक बार फिर टाटा इस कंपनी को वापस खरीदना चाहता है। आपको बता दे कि साल 2007 में राज्य-संचालित इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय होने के बाद एयरलाइन का सालाना प्रोफिट गिरने लगा और कंपनी कर्ज मे चली गई। इस समय एयर इंडिया पर 90000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। आने वाले सालों में एयर इंडिया के बहुत से कर्मचारी रिटायर होने वाले हैं। ऐसे में कंपनी के कर्मचारी चाहते हैं कि कंपनी की ओनरशिप भले किसी को मिले लेकिन पेंशन से संबंधित मामलों का ध्यान सरकार रखे।
5- दिल्ली बॉर्डर्स पर आंदोलन कर रहे किसानों की घटती भीड़ के बाद ऐसी चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं, कि अब ये आंदोलन ज्यादा दिन नहीं चलेगा लेकिन भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इन चर्चाओं का खंडन करते हुए कहा है कि किसान अपने खेतों में काम करने गए हैं। केंद्र सरकार जब बंगाल चुनाव से फुर्सत पा लेगी तब किसान भी वापस लौटकर मैदान में डट जाएंगे। किसानों के समर्थन के लिए दो दिन के गुजरात दौरे पर गए किसान नेता राकेश टिकैत ने कल, रविवार को बनासकांठा में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानून, किसानों के लिए नहीं बल्कि व्यापारियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाए गए हैं। जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक वे धरना स्थल से नहीं हटेंगे। उन्होंने गुजरात के किसानों से भी अपील की कि वे तीनों कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन में ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल हों। आज, गुजरात दौरे के दूसरे दिन राकेश टिकैत साबरमती आश्रम जाएंगें। उसके बाद बारडोली का दौरा करेंगे।