1- पाकिस्तान के राष्ट्रीय दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को पत्र लिखकर शुभकामनाएं दी थीं,पाकिस्तान के पीएम ने प्रधानमंत्री दी के उसी खत का जवाब देते हुए खत लिखा है, जिसमें शुभकामनाओं के लिए शुक्रिया के साथ साथ भारतीयों को कोरोना से जंग के लिए भुकमानएं दीं और जम्मू-कश्मीर के मुद्दे का भी जिक्र किया है। इमरान खान ने खत में लिखा है कि पाकिस्तान के लोग, भारत समेत सभी पड़ोसी देशों संग शांतिपूर्ण रिश्ता व सहयोग चाहते हैं। हमें यकीन है कि दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भारत और पाकिस्तान सभी मुद्दों को, खासकर जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझा लेंगे। सकारात्मक और समाधान लायक बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। आपको बता दें कि इससे पहले शुभकामनाओं के लिए भारत के प्रधानमंत्री ने इमरानखान को जो खत लिखा था उसमें उन्होंने आतंकवाद के खात्मे की भी बात कही थी। जिसके बाद इमरान खान ने ये खत पीएम मोदी के नाम लिखा है।
2- देश के जिन राज्यों में कोरोना सबसे ज्यादा कहर बरपा रहा है, और मरीजों की बढ़ती गिनती से अस्पतालों में बेड कम पड़ने लगे हैं, ऐसे में महाराष्ट्र की स्थिति काबू के बाहर होती नजर आ रही है। जिसके बाद BMC ने प्राइवेट हॉस्पिटल्स के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत निजी अस्पतालों को 80 फीसदी बेड और 100 फीसदी ICU बेड कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व रखने होंगे। वहीं इन अस्पतालों को मरीजों को सीधे एडमिट करने से भी रोक दिया गया है। । BMC के मुताबिक, मुंबई के अस्पतालों में अब सिर्फ 23 प्रतिशत यानि सिर्फ 12 हजार 742 बेड्स ही खाली बचे हैं। देश के सात-आठ राज्यों में बेकाबू हो रहे कोरोना के नए मामलों पर केन्द्र ने आगाह करते हुए कहा है कि कुछ राज्यों के लापरवाह रवैये की वजह से पूरे देश के लिए संकट बढ़ रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने मंगलवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर नए सिरे से कोरोना के बढ़ते खतरे के प्रति आगाह किया।
3- केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और उनकी पत्नी ने 2 मार्च को पहली डोज लेने के बाद कल, मंगलवार को कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली, वैक्सीनेशन के बाद उन्होंने कोरोना के टीके को लेकर फैल रही अफवाहों और कोरोना की चपेट में आ रहे लोगों पर भी बात की। वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों पर उन्होंने कहा कि पहली डोज लेने के बाद उन्हें कोई साइड इफेक्ट महसूस नहीं हुए। कोरोना वैक्सीन को लेकर लोग अफवाहों का शिकार हो रहे हैं लेकिन दोनों की वैक्सीन सुरक्षित और असरदार हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वॉट्सऐप पर वायरल हो रही अफवाहों से बचें और टीकाकरण कराएं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीन लेने के बाद भी य़दि कोई कोविड पॉजिटिव हो जाता है तो अस्पताल में एडमिट होने की जरूरत कम ही पड़ती है। उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीन लेने के बाद लापरवाह न बनें। मास्क का इस्तेमाल करें और सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 1 अप्रैल से देश में 45 साल से ज्यादा की उम्र के हर एक व्यक्ति को वैक्सीन उपलब्ध होगी, आपसे गुजारिश है कि बड़ी संख्या में रजिस्ट्रेशन कराएं, दोपहर के बाद आप पैदल भी वैक्सीनेशन सेंटर पर जा सकते हैं जहां आपका रजिस्ट्रेशन होगा।
4- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जल्द ही बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारियों मे जुटे छात्रों से परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के जरीए जुड़ेंगे। कहा जा रहा है कि अप्रैल के दूसरे हफ्त में किया जाएगा, लेकिन इस कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी किताब एग्जाम वॉरियर्स का नया एडिशन रिलीज किया है, ताकि छात्र परीक्षाओं के तनाव से मुक्त रहें। आपको बता दें कि एग्जाम वॉरियर्स का पहला एडिशन साल 2018 में लाया गया था, जिसके बाद अब नया एडिशन कुछ नए मंत्रों के साथ लाया गया है। नए एडिशन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि इसमें कुछ नए मंत्र और इंटरस्टिंड एक्टिविटिज को शामिल किया गया है जो स्टूडेंट्स के साथ-साथ टीचर्स और पेरेन्ट्स को भी पसंद आएंगी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर नए एडिशन की जानकारी देते हुए कहा, हम सबको नौजवानों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि वे परीक्षाओं में शामिल होने जा रहे हैं। एग्जाम वारियर्स के इस नए संस्करण में घर बैठे परीक्षा की तैयारी कैसे मजेदार तरीके से करें, इस दौरान कौन सी दिलचस्प चीजें कर सकते हैं, जिनसे उनपर तनाव हावी न हो, ऐसी एक्टिविटीज को शामिल किया गया है। शिक्षा मंत्रालय का कहना है कि एग्जाम वारियर्स का ये नया एडिशन जल्द ही स्टूडेंट्स के लिए उपलब्ध होगा।
5- राजस्थान में SIMI यानि Students' Islamic Movement of India से जुड़े 7 साल पुराने मामले में 13 में से 12 सदस्यों को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है, जबकि एक को बरी किया है जिसका नाम मशरफ इकबाल है। जिन 12 लोगों को कोर्ट ने आतंकी करार दिया है उनके नाम हैं, मोहम्मद अम्मार यासर, मोहम्मद सज्जाद, मोहम्मद आकिब, मोहम्मद उमर, मोहम्मद इलियास, अब्दुल वाहिद गौरी, मोहम्मद वकार, अब्दुल माजिद उर्फ अद्दास, मोहम्मद मारुफ, वकार अजहर , बरकत अली, मोहम्मद साकिब अंसारी और अशरफ अली खान। बता दें कि साल 2014 में ATS और SOG ने दिल्ली में गिरफ्तार हुए आतंकियों से मिले इनपुट के आधार पर राजस्थान के जयपुर, सीकर और कुछ अन्य जिलों से 13 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था, ये सभी इंजीनियरिंग के छात्र थे। जिन पर आरोप था कि ये प्रतिबंधित संगठन SIMI से जुड़े हैं और राजस्थान में आतंकी एक्टिविटीज को अंजाम देने के कामों में लगे हैं। ये सभी संदिग्ध किसी साजिश को अंजाम दे पाते, उससे पहले ही ATS और SOG ने स्लीपर सेल से जुड़े इन 13 युवकों को पकड़ लिया। इस मामले में सात साल चले कोर्ट के ट्रायल में ये, फर्जी दस्तावेजों से सिम खरीदने, जिहाद के नाम पर पैसा
इकट्ठा करने, आतंकियों को पनाह देने और बम विस्फोट के लिए रेकी करने जैसे मामलों में दोषी पाए गए हैं और कोर्ट ने इन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।