1- कांग्रेस नेता राहुल गांधी और केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर के बीच कल ट्विटर पर मुहावरा जंग चली। दरअसल बुधवार को आयकर विभाग द्वारा फिल्ममेकर अनुराग कश्यप और बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू सहित कुछ सितारों के घरों और दफ्तरों पर जो छापेमारी की गई, उसके लेकर राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने मुहावरों का इस्तेमाल किया, फिर क्या था, जवाब में केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी मुहावरों की भाषा में राहुल के मुहावरों भरे तंज का जवाब दिया और इस तरह ट्विटर पर दोनों के बीच मुहावरा वॉर चली। पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया- “कुछ मुहावरे: उँगलियों पर नचाना- केंद्र सरकार IT Dept-ED-CBI के साथ ये करती है। भीगी बिल्ली बनना- केंद्र सरकार के सामने मित्र मीडिया। खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे- जैसे केंद्र सरकार किसान-समर्थकों पर रेड कराती है”। राहुल गांधी के इस तंजिया ट्वीट पर केन्द्रीय मंत्री ने ट्वीट कर जवाब दिया- “Mr. @RahulGandhi इन मुहावरों को भी याद करिये 1. सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज को – आपातकाल में मीडिया की आज़ादी पर अंकुश लगाने वाली कांग्रेस का #Mediafreedom पे ज्ञान देना । 2. ऊँगली पर गिने जा सकना – @INCIndia की मौजूदा स्थिति और चुनाव में स्थिति । 3. रंगा सियार – सबसे सांप्रदायिक पार्टी सेकुलरिज्म का ढोंग करती; एक परिवार की पार्टी अब लोकतंत्र पढ़ा रही”।
2- अगली बार यदि गर्मी की छुट्टियों में वादियां घूमने का मन हो तो बेझिझक शिमला जाएं क्योंकि रहने के लिहाज से शिमला कम आबादी वाला देश का नंबर वन शहर है। ये हमारा नहीं, ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 का कहना है। कल गुरुवार यानि 4 मार्च 2021 को आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स 2020 यानि रहने में आसानी सूचकांक जारी किया। जिसमें करीब 111 शहरों ने हिस्सा लिया। इस इंडेक्स में 10 लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले शहरों की रैंकिंग और 10 लाख से कम जनसंख्या वाले शहरों की रैंकिग की गई है। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की लिस्ट में जहां बंगलुरु नंबर वन सिटी बना है तो वहीं दूसरे नंबर पर पुणे और तीसरे पर अहमदाबाद है। जबकि 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में पहला नंबर मिला है पहाड़ों की रानी शिमला को। दूसरे नंबर पर है भुवनेश्वर और तीसरा स्थान मिला है सिलवासा को।
3- देश के 5 राज्यों में इसी महीने शुरु होने वाले विधानसभा चुनावों में सियासी सरगर्मियां सबसे तेज हैं पश्चिम बंगाल में, जहां टीएमसी और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर है, और दोनों पार्टिंयां एक दूसरे को हराकर, जीत के लिए पूरी ताकत झोंकती नजर आ रही हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी जहां दमदार पार्टी के रूप में चुनावों के प्रचार में जुटी है तो वहीं टीएमसी को आरजेडी और समाज वादी पार्टी के बाद अब शिवसेना का भी समर्थन मिल गया है। बीजेपी के खिलाफ चुनावी जंग में तृणमूल कांग्रेस को अब तीन-तीन पार्टिंयों का सपोर्ट है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी के समर्थन के बाद अब शिवसेना ने भी टीएमसी को समर्थन देते हुए विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है, और टीएमसी को समर्थन देने की घोषणा की है।
4- कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम का दूसरा चरण एक मार्च से शुरु हुआ है जिसमें 60 साल के अधिक उम्र के लोगों और 45 साल से ज्यादा उम्र के ऐसे लोगों को टीका लगाया जा रहा है जो किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। वहीं दूसरी तरफ वैक्सीनेशन की मांग से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने दोनों वैक्सीन निर्माता कंपनियों, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटैक को ये निर्देश दिए हैं कि वे अपनी निर्माण क्षमता का खुलासा करें। दरअसल दिल्ली बार काउंसिल की ओर से एक याचिका दायर की गई है जिसमें न्यायाधीशों, अदालत में काम करने वालों और वकीलों समेत न्याय प्रक्रिया से जुड़े लोगों को भी फ्रंट लाइन वर्कर कैटेगरी में रखने की मांग की गई है। जिसपर सुनवाई करते हुए दिल्ली हाईकोर्ट ने, केन्द्र सरकार से व्यक्तियों के वर्ग पर सख्त पाबंदी रखकर टीकाकरण करने के तर्क के बारे में भी पूछा है। याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत ने ये भी कहा कि जरूरत को देखते हुए अपने लोगों का टीकाकरण नहीं किया जा रहा। कोविड टीके दान किए जा रहे हैं, दूसरे देशों को बेचे जा रहे हैं। कोर्ट ने ये भी कहा कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनिया अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर रहीं, इसलिए हाईकोर्ट ने दोनों कंपनियों को
वैक्सीन मैन्यूफैक्चिंग कैपेसिटी की जानकारी देने के निर्देश दिए हैं।
5- पीएमओ ने गुरुवार को एक जानकारी साझा करते हुए बताया कि आज शुक्रवार, 5 मार्च को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कैम्ब्रिज एनर्जी रिसर्च एसोसिएट्स वीक (सेरावीक) के वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण लीडरशीप पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इस कार्यक्रम में मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल होंगे और कार्यक्रम को संबोधित भी करेंगे। आपको बता दें कि सेरावीक, विश्व के अग्रणी ऊर्जा मंचों में गिना जाता है, जिसका आयोजन साल 1983 से होता आ रहा है, हर साल मार्च महीने में ह्यूस्टन में आयोजित होने वाला सेरावीक का इस साल कोरोना महामारी के चलते डिजिटल आयोजन किया गया है।