1- आने वाले यूपी चुनाव की तैयारियों में जी जान से जुटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कल रविवार को छोटीकाशी अनूपशहर में वेस्ट यूपी के 14 जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों को विधानसभा चुनाव में जीत के लिए प्रतिज्ञा कराने पहुंची, बुलंदशहर से प्रतिज्ञा सम्मेलन लक्ष्य की शुरुआत करते हुए यहां प्रियंका गांधी ने कहा कि बिना किसी गठबंधन के अकेले अपने दमपर ये चुनाव लड़ेंगी और प्रदेश की हर सीट पर कांग्रेस कार्यकर्ता को उम्मीदवार बनाएगी। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा, यूपी में न सपा लड़ रही है, न बसपा, सिर्फ कांग्रेस लड़ रही है। प्रियंका ने कहा कि कोरोना महामारी हो या कोई और संकट, कांग्रेस के कार्यकर्ता ही लोगों की मदद के लिए आगे आए, उन्नाव, लखीमपुर खीरी और हाथरस की घटनाओं के खिलाफ भी कांग्रेस ने संघर्ष किया। बीजेपी पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने कहा कि जो आजादी के लिए नहीं लड़े वे स्वतंत्रता का सम्मान नहीं कर सकते। आजादी के लिए गांधी जी, नेहरू जी, सरदार पटेल ओर बाबा साहेब ने कुर्बानी दी, लेकिन बीजेपी के नेतृत्व को आजादी का अर्थ नहीं पता। आज कुछ लोगों के पास ही आजादी है। प्रियंका ने कहा कि जब मैं यूपी आती हूं तो महसूस होता है कि बीजेपी आजादी का मतलब नहीं समझती।
2- एक तरफ जहां ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई की कार्रवाईयों को लेकर विपक्ष ने हंगामा मचाया हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक पहले केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए CBI और ED के निदेशकों का कार्यकाल 3 साल और बढ़ा दिया है। ये कार्यकाल बढ़ाने के लिए ही कल सरकार ने दो अध्यादेश सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (अमेंडमेंट) ऑर्डिनेंस 2021 और दिल्ली स्पेशल पुलिस स्टैबलिशमेंट (अमेंडमेंट) ऑर्डिनेंस 2021 लागू किए हैं जिनके तहत सीबीआई और ईडी के प्रमुखों का कार्यकाल पांच साल होगा। अभी तक इन पदों का कार्यकाल अधिकतम 2 साल हुआ करता था जो अब तीन साल और बढ़ने के बाद 5 साल का होगा। जाहिर है सरकार के इस फैसले से विपक्ष सवाल जरूर खड़े करेगा क्योंकि विपक्ष पहले ही ईडी और सीबीआई पर ये आरोप लगा चुका है कि ये दोनों ही एजेंसिया सरकार के पक्ष में काम करने के लिए विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही हैं। बता दें कि ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय की अगुआई अभी आईआरएस संजय मिश्रा कर रहे हैं। वहीं, सीबीआई की कमान आईपीएस सुबोध जायसवाल के हाथों में है।
3- कल रविवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुए अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के रजत जयंती समारोह में शामिल होने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यहां अपने संबोधन में नाम लिए बगैर चीन और पाकिस्तान चेतावनी देते हुए साफ शब्दों में कहा कि भारत को किसी ने छेड़ा तो उसे बख्शेंगे नहीं। भले ही वो देश कितना ही ताकतवर क्यों न हो। बातों बातों में उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ये भी कहा कि मुझे दुख है कि कुछ राजनीतिक दल हमारे जवानों की वीरता पर सवाल उठाने की कोशिश करते हैं, वे नेतृत्व का नाम लेते हैं लेकिन सीमाओं पर राजनेता नहीं, जवान लड़ते हैं। बता दें कि शनिवार को मणिपुर में असम राइफल्स के काफिले पर हुए हमले को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था कि, मणिपुर में सेना के काफिले पर हुएआतंकी हमले से एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार राष्ट्र की सुरक्षा करने में असमर्थ है। इसी के जवाब में कल रक्षामंत्री ने राहुल पर ये तंज कसा।
4- चुनाव से पहले चर्चाओं और मुद्दों में अक्सर जाति-धर्म, विकास और बदहाली सुनाई देते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश की राजनीति में इस बार इतिहास को लेकर वाद-विवाद चल रहा है और इन विवादों में जिन्ना के बाद अब चंद्रगुप्त मौर्य पर बहस छिड़ गई है। दरअसल लखनऊ में सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि, इतिहास ने सम्राट अशोक या चंद्रगुप्त मौर्य को महान न बताकर सिकंदर को महान बताया जो चंद्रगुप्त से हार गए थे। उन्हें एलेक्जेंडर द ग्रेट कहा जाता है, देश के साथ ये बड़ा धोखा हुआ है। योगी के इसी बयान पर पलटवार करते हुए ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने योगी के दावे को झूठा बताते हुए हिंदुत्व को झूठे इतिहास की फ्रैक्ट्री कहा। ओबेसी ने ट्वीट कर कहा कि, हिंदुत्व झूठे इतिहास की फैक्ट्री है। चंद्रगुप्त और सिकंदर के बीच कभी युद्ध नहीं हुआ। ये एक और उदाहरण है कि क्यों हमें एक अच्छी सार्वजनिक शिक्षा व्यवस्था की जरूरत है। उन्होंने तंजीया लहजे में लिखा कि अच्छे स्कूलों के अभाव में बाबा लोग अपनी सुविधा के मुताबिक तथ्य बनाते हैं। ये दिखाता है कि बाबा शिक्षा को महत्व नहीं देते।
5- बीते साल लॉकडाउन के दौरान मज्लूमों के मसीहा बनकर सामने आए सोनू सूद खुद भले राजनीति में उतरने से फिलहाल इनकार कर चुके हों लेकिन उनके परिवार की राजनीति में एंट्री हो रही है क्योंकि उनकी बहन मालविका सूद सच्चर अगले साल होने वाले पंजाब विधानसभा चुनाव में मोगा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। कल रविवार को सोनू सूद और उनकी बहन मालविका ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। हालांकि मालविका किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है लेकिन जल्द ही पार्टी के नाम का खुलासा भी हो जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोनू सूद ने कहा कि मालविका ने बहुत काम किए हैं अब वह चुनावों में उतरेंगी और लोगों के दिए ओहदे पर खरी उतरकर पंजाब की जनता की सेवा करेंगी। पार्टी के बारे में पूछेजाने पर सोनू ने कहा कि पार्टी से ज्यादा सोच जरूरी है हां समय आने पर वह पार्टी के नाम के बारे में भी बता देंगे। वैसे अटकले लगाई जा रही हैं कि मालविका कांग्रेस या आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकती हैं, इधर सिद्धू और उनकी पत्नी भी उन्हें कांग्रेस ज्वाइन करने को इनवाइट कर चुके हैं।
6- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे। मध्य प्रदेश के भोपाल में स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम अब बदल चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को इसका लोकार्पण करेंगे। हबीबगंज स्टेशन का नाम अब रानी कमलापति हो गया है। नाम बदले जाने को लेकर प्रदेश परिवहन विभाग ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था, जिसे मंजूरी दे दी गई है। बता दें कि हबीबगंज स्टेशन का निर्माण अंग्रेजों ने करवाया था। उस समय इसका नाम शाहपुर रखा गया था। लेकिन साल 1979 में रेलवे ने इस स्टेशन का विस्तार किया और नाम बदलकर हबीबगंज कर दिया गया। दरअसल, हबीब गंज नाम क्यों पड़ा इसके पीछे भी एक कहानी है। हबीबगंज का नाम भोपाल के नवाब हबीब मियां के नाम पर है हबीब मियां ने 1979 में स्टेशन के विस्तार के लिए अपनी जमीन दान में दी थी। साथ ही, उस समय एमपी नगर का नाम गंज हुआ करता था। इस तरह दोनों को जोड़कर हबीबगंज रखा गया था।