आज बुधवार है, तारीख 27 अक्टूबर; कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष और सप्तमी तिथि।
1- आर्यन खान ड्रग मामले में केपी गोसावी के बॉडीगार्ड प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में जब NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया तो मामले ने एक नया मोड़ लिया है, अब NCB की 5 सदस्यों की विजिलेंस टीम वानखेड़े पर लगे रिश्वतखोरी के आरोपों की इंटरनल जांच के लिए आज मुंबई पहुंचेगी। बता दें कि रिश्वतखोरी के आरोपों से घिरे समीर वानखेड़े सोमवार देर शाम दिल्ली पहुंचे थे, मंगलवार सुबह NCB के दिल्ली दफ्तर में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उनपर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं, वे मुंबई पहुंचकर ही सारे आरोपों का जवाब देंगे। इसके बाद कल देर शाम वानखेड़े मुंबई निकल गए। बता दें कि एनसीपी नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर रिश्वतखोरी के अलावा फर्जीवाड़े के भी आरोप लगाए और प्रेस कॉन्फ्रेस कर वानखेड़े के खिलाफ 26 आरोपों की चिट्ठी मीडिया के सामने रखी। जिनमें मलिक ने कहा कि वानखेड़े ने फर्जी जातिप्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी हासिल की है, साथ ही अपना धर्म भी छिपाया है। अब सच क्या है झूठ क्या, ये तो विजिलेंस की जांच के बाद ही साफ होगा, हां फिलहाल जांच कर रहे जांच अधिकारी का ही जांच के घेरे में आने से, जांचों पर ही कई सवाल खड़े हो गए हैं।
2- बॉम्बें हाईकोर्ट में कल, मंगलवार को भी आर्यन खान को जमानत नहीं मिल सकी, लेकिन आर्यन के नए वकील मुकुल रोहतगी की दलीलें सोशल मीडिया पर छाई रहीं। आपको याद हो कि मुकुल रोहतगी वहीं शख्सियत हैं जिन्होंने इस केस में एनसीबी को शतुर्मुर्ग की भूमिका में बताया था, पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने कल केस की सुनवाई के दौरान जो दलीलें दीं उन्हें लेकर सोशल मीडिया पर लोग उनके समर्थन में दिखाई दिए। रोहतगी ने पैरवी के दौरान कोर्ट से कहा कि न आर्यन ने ड्रग्स कंज्यूम कीं, न उसके पास से बरामद हुई है तो फिर वो 23 दिन से जेल में क्यों है? रोहतगी ने आरोपियों के लिए कहा कि ये यंग बॉयज हैं इन्हें सुधार के लिए रिहैब सेंटर भेजा जाना चाहिए न कि इनपर मुकदमा चलाना चाहिए। उनकी इन दलीलों पर सोशल मीडिया यूजर्स भी सहमत दिखे और इसे सदी का सबसे बड़ा सवाल कहा कि बिना किसी गुनाह के साबित हुए, आर्यन अब तक जेल में क्यों हैं। आर्यन की जमानत पर आज भी कोर्ट में आज फिर सुनवाई है।
3- दिल्ली से पटना लौटे लालू प्रसाद यादव ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर एक इंटरव्यू में कहा था कि वे दिल्ली से पटना उनका विसर्जन करने आए हैं, लालू के इस बयान पर जवाबी हमला करते हुए कल, मंगलवार को बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर आरोप लगाया कि लालू कुछ और तो कर नहीं सकते मगर चाहें तो उन्हें गोली मरवा सकते हैं। हालांकि नीतीश कुमार ने ये बात दो बार मजाकिया अंदाज दोहराई, लेकिन तारापुर और कुशेश्वरस्थान होने वाले उप चुनाव से पहले उनका ये बयान काफी खास माना जा रहा है क्योंकि नीतीश साथ साथ ये भी कह चुके हैं कि मेरा काम है सेवा करना और लगातार कर रहे हैं। लालू जिनके शासनकाल को जंगलराज कहा जाता है वह उन्हें मरवा सकते हैं। उन्होंने ये कहते हुए लालू पर निशाना साधा कि पूरा बिहार एक परिवार है और कुछ लोगों के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। इस बयान के जरिए नीतीश ने जनता का ध्यान लालू के जंगलराज की ओर खींचने की कोशिश की है।
4- कोरोना काल के दौरान कोविड प्रोटोकॉल्स और लॉकडाउन नियमों का उलंघन करने वाले तीन लाख से ज्यादा लोगों पर यूपी में हुए मुकदमे, अब प्रदेश सरकार ने वापस लेने का फैसला लिया है, लेकिन इन मुकद्दमों से सिर्फ साधारण लोगों को ही राहत मिलेगी, वर्तमान व भूतपूर्व सांसदों, विधायकों व विधान परिषद सदस्यों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस नहीं होंगे। सरकार के इस फैसले की जानकारी देते हुए विधि एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि केंद्र सरकार ने राज्यों को सलाह दी है कि कोविड-19 प्रोटोकाल के उल्लंघन की वजह से दर्ज आपराधिक मामलों की उपयुक्त समीक्षा कर वापस लेने पर विचार किया जाए, जिसके बाद सामान्य नागरिकों को अनावश्यक अदालती कार्रवाई से बचाने व न्यायालयों में लंबित फौजदारी मामलों को रोकने के लिए योगी सरकार ने ये फैसला लिया है। बता दें कि मंगलवार को प्रशासन की तरफ से इस संबंध में डीटेल्ड गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं। तीन लाख से ज्यादा मुकदमों की वापसी का आदेश जारी करने के साथ योगी सरकार ने किसानों को राहत देते हुए बेमौसम बरसात और बाढ़ से बर्बाद फसलों का 90 हजार से ज्यादा किसानों को 35 जिलों में मुआवजा देने के लिए 30.54 करोड़ रुपये की धनराशि भी जारी की है।
5- पंजाब कांग्रेस द्वारा पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम को लेकर अमरिंदर पर आरोप लगाने के बाद इस मामले में खुद अरूसा ने इस विषय में अपनी बात रखी। कल, मंगलवार को अरुसा ने कहा आईएसआई से अपने संबंधों के आरोपों पर वो जांच में भारतीय एंजेंसियों का सहयोग करेंगी। अरुसा ने आईएसआई से अपने संबंधों के तार जुड़े होने के आरोपों को दुखद और अपमानजनक बताते हुए कहा कि उन्हें पंजाब की राजनीति में चल रही खींचतान के बीच बदनाम किया जा रहा है, ऐसे आरोपों के बाद वो कभी भारत आना नहीं चाहेंगी। उन्होंने ये भी कहा कि आईएसआई के साथ मेरे तार जोड़ने की सलाह जरूर नवजोत सिंह सिद्धू के मुख्य रणनीतिकार मुस्तफा की होगी, क्योंकि आईएसआई वाली बात भारत में खूब पसंद की जाती है। बता दें कि हाल ही में पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा था कि कैप्टन की महिला मित्र, पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के संबंध आईएसआई से हैं या नहीं इसका पता लगाने के लिए जांच की जाएगी, इस पर जबाव देते हुए अरुसा ने कहा कि रंधावा को उनका अधिकार क्षेत्र नहीं पता लेकिन, अगर वो मेरे आईएसआई से तार जुड़े होने की जांच करना चाहते हैं तो, उनका बहुत स्वागत है। वहीं पंजाब कांग्रेस नेता की तरफ से ऐसी बयानबाजियों के बाद अमरिन्दर ने कांग्रेस नेता पर पलटवार करते हुए कहा था कि रंधावा उन पर निजी हमले कर रहे हैं।