आज सोमवार है, तारीख 27 सितंबर 2021; आश्विन मास, कृष्ण पक्ष और षष्ठी तिथि।
1- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 27 सितंबर को प्रधानमंत्री डिजिलट स्वास्थ्य मिशन की शुरुआत करेंगे, जिसका मकसद हेल्थ केयर सर्विसेज देने वाले संस्थानों तक आम आदमी की पहुंच को आसान बनाना है। इस Digital Health Mission के तहत लोगों को एक यूनीक आईडी कार्ड भी दिया जाएगा, जिसमें उनकी पूरी इनफॉर्मेशन सेव होंगी। आधार कार्ड जैसे इस यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड का एक 14 अंकों का नंबर होगा, जिसके माध्यम से मरीज की मेडिकल हिस्ट्री पता की जा सकेगी, यानि देश के किसी भी हिस्से में इलाज के लिए जाते वक्त आपको अस्पताल के कागजातों का पुलिंदा साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी, इस सबकी पूर्ति के लिए ये अकेला यूनिक डिजिटल हेल्थ कार्ड पर्याप्त रहेगा। डॉक्टर सिर्फ मरीज की यूनिक आईडी से उसकी मेडिकल हिस्ट्री जान सकेंगे। मरीजों का मेडिकल डेटा रखने के लिए अस्पताल, क्लीनिक और डॉक्टर्स को एक सेंट्रल सर्वर से लिंक किया जाएगा। ये यूनीक डिजिटल हेल्थ कार्ड आप घर बैठे बना सकते हैं इसके लिए आपको नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन की वेबसाइट ndhm.gov.in पर जाना होगा, और आधार नंबर व फोन नंबर डाल कर प्रक्रिया शुरु करनी होगी और मांगी गई जानकारी भरकर आप घर बैठे ये कार्ड पा सकेंगे।
2- तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने आज 27 सितंबर को फिर एक बार भारत बंद का आह्वाहन किया है। सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक चलने वाले इस भारत बंद में दिल्ली बॉर्डर के सभी रास्तों पर किसान धरने पर बैठे हैं। किसानों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे 40 से अधिक कृषि यूनियन के निकाय संयुक्त किसान मोर्चा ने लोगों से बंद में शामिल होने की अपील की है। किसान नेताओं द्वारा गांव के किसानों को भी धरना स्थल पर न बुलाकर अपने अपने क्षेत्र में बंद को समर्थन देने की अपील की गई है । बता दें कि कांग्रेस ने अपने सभी कार्यकर्ताओं, प्रदेश इकाई प्रमुखों और पार्टी से जुड़े संगठनों के प्रमुखों को इस भारत बंद में समर्थन देने के लिए कहा है। किसानों द्वारा आ किए जा रहे भारत बंद के समर्थन को लेकर कांग्रेस महासचिव (संगठन) के सी वेणुगोपाल ने ट्वीट कर कहा कि ‘हम अपने किसानों के अधिकार में विश्वास करते हैं और काले कृषि कानूनों के खिलाफ उनकी लड़ाई में हम उनके साथ खड़े रहेंगे।’ उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमिटियों से अपील करते हुए कहा कि सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों, संगठन प्रमुखों से अनुरोध है कि वे देशभर में शांतिपूर्ण भारत बंद में हमारे अन्नदाता के साथ आएं।’ बता दें कि इस भारत बंद के दौरान सभी सरकारी और निजी दफ्तर, शिक्षण और अन्य संस्थान, दुकानें, उद्योग और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। जबकि आपात प्रतिष्ठान, सेवाओं, अस्पतालों, दवा की दुकानों, राहत व बचाव कार्य और निजी इमरजेंसी वाले लोगों को बंद से बाहर रखा गया है, एंबुलेंस और इमरजेंसी सर्विसेज को नहीं रोका जाएगा। बता दें कि किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के मद्देनजर दिल्ली पुलिस
ने दिल्ली के सभी बॉर्डर्स पर सिक्योरिटी बढ़ा दी है। सभी बॉर्डर्स पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। पश्चिमी यूपी, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में इसका अधिक असर दिख सकता है।
3- एक तरफ किसान केंन्द्र के लाए तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर अड़िग है और आंदोलन को बरकरार रखे हुए है और इसी आवाज को बुलंद करने के लिए आज किसानों ने भारत बंद का आह्वाहन भी किया है, लेकिन इस भारत बंद से ठीक एक रोज पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान हित में एक बड़ा ऐलान किया है। कल, लखनऊ में BJP के किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए योगी ने केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किसानों के हक में लागू की गई योजनाओं की चर्चा की और इसी दौरान उन्होंने गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि, राज्य सरकार ने तय किया है कि गन्ने के समर्थन मूल्य में 25 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि नई तकनीक के साथ किसान को अत्याधुनिक बीज मुहैया कराने के लिए भी सरकार प्रय़ासरत है, ताकि किसान अगेती गन्ना का ही उत्पादन करने की दिशा में आगे बढ़ें। आपको बता दें कि गन्ने के मूल्य में इस बढ़ोत्तरी के ऐलान के बाद प्रति क्विंटल गन्ने की कीमत 340 रूपये होगी जो अभी तक 315 रुपये प्रति क्विंटल थी। वहीं 325 रुपये प्रति क्विंटर के दाम से बिकने वाला गन्ना अब 350 रुपये प्रति क्विंटल की कीमत से बिकेगा।
4- उत्तर प्रदेश की सियासत के लिए कल, रविवार का दिन काफी अहम रहा क्योंकि योगी सरकार ने कैबिनेट का विस्तार कर सात नए चेहरों को कार्यभार का जिम्मा सौंपा। इन नए चेहरों में 1 ब्राह्मण और 6 ओबीसी-दलित हैं। सभी सात नए मंत्रियों को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंत्री पद की शपथ दिलाई। मोदी की तरह योगी सरकार ने भी ओबीसी में गैर यादव और दलित में गैर जाटव को सरकार में शामिल किया है। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में कांग्रेस के पुराने और कद्दावर नेता रहे जितिन प्रसाद, RSS के प्रचारक रह चुके कुर्मी समाज से आने वाले छत्रपाल सिंह गंगवार, ओबीसी समाज से आने वाले धर्मवीर प्रजापति, मेरठ की हस्तिनापुर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक दिनेश खटीक, छटीक बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले बलरामपुर से सदर विधायक पलटू राम और पिछड़ी जाति बिंद समाज से संबंध रखने वाली संगीता बलवन्त बिंद शामिल हैं। इन सभी को कल मंत्रीपद की शपथ दिलाए जाने के बाद, अपने-अपने पद की जिम्मेदारियां सौंपी गई।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब 6 महीने की ही दूरी पर है। चुनाव से ठीक पहले योगी सरकार ने दूसरी बार कैबिनेट विस्तार कर जातिय समीकरणों को साधने की कोशिश की है। रविवार को योगी सरकार के 7 नए मंत्रियों ने शपथ ली। जहां कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया वहीं 6 राज्य मंत्री बनाये गये। नए मंत्रियों में 3 OBC, दो दलित, एक एसटी और एक ब्राह्मण चेहरा हैं। भाजपा ने नई नियुक्तियों के माध्यम से चुनाव से पहले जातिगत आधार पर वोट बैंक बढ़ाने का प्रयास किया है। योगी कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़कर अब 60 हो गई है। जिन 7 चेहरों को शामिल किया गया वो हैं जितिन प्रसाद (ब्राह्मण)। तीन महीने पहले भाजपा का दान थामने वाले जितिन प्रसाद पहली बार 2004 में अपने गृह क्षेत्र शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव जीते थे। वहीं छत्रपाल गंगवार (कुर्मी) हैं। बरेली के बहेड़ी से विधायक गंगवार रुहेलखंड क्षेत्र के वोटरों को लुभाने का काम करेंगे। पलटू राम (दलित) हैं। बलरामपुर से ताल्लुक रखने वाले पलटू राम पहली बार 2017 में जीते थे। संगीता बिंद (ओबीसी) हैं। – इनका चयन पिछड़ी जाति को ध्यान में रखकर किया गया है। छात्र राजनीति से जुड़ी रह चुकी बिंद पहली बार विधायक चुनी गई हैं गाजीपुर सदर सीट। संजीव कुमार (अनुसूचित जनजाति) – कुमार सोनभद्र के ओबरा सीट से विधायक हैं। आदिवासी समुदाय से आते हैं। ये अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष हैं। दिनेश खटीक (एससी)- खटीक मेरठ के हस्तिनापुर सीट से विधायक हैं। इनका ताल्लुक सोनकर समाज से है। ये पश्चिम यूपी को कवर करेंगे। धर्मवीर प्रजापति (ओबीसी)- धर्मवीर प्रजापति हाथरस से आते हैं। विधान परिषद सदस्य हैं। 2021 में ही विधान परिषद में पहुंचे हैं। माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं।
5- गुलाब चक्रवात कल शाम 7बजे के करीब आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से टकराया। गुलाब के उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा तट गुजरने के बाद इसके असर से आंध्र के उत्तरी और ओडिशा के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश हो रही है। कल तूफान के तट से टकराने के दौरान मंडासा तट के किनारे एक नाव तेज लहरों से टकराई, जिससे नाव में सवार सभी 6 मछुआरे समुद्र में गिर गए जिनमें से तीन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया लेकिन 2 की मौत हो गई, जबकि एक लापता है। कल, रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी से बात की और चक्रवाती तूफान गुलाब से पैदा होने वाली किसी स्थिति से निपटने में केंद्र की ओर से मदद का भरोसा दिया। इसकी जानकारी पीओम मोदी ने खुद ट्वीट कर दी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में तूफान की स्थिति पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक जी से चर्चा की. केंद्र आने वाली मुश्किल में पूरी मदद करने का भरोसा देता है। चक्रवात ने उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा तट को पार कर लिया है। इसके कारण आंध्र के उत्तरी और ओडिशा के दक्षिणी हिस्से में भारी बारिश हो रही है। इससे पहले मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश के उत्तरी इलाकों और ओडिशा के दक्षिणी इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। ओडिशा में NDRF के 24, ओडिशा डिसास्टर रैपिड एक्शन फोर्स के 42 दल तैनात किए गए और 1600 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।