आज रविवार है, तारीख 26 सितंबर 2021; आश्विन मास, कृष्णपक्ष और पंचमी तिथि।
1- कल, शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 76वें सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब दिया। अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने एक बार भी पाकिस्तान और इमरान खान का नाम नहीं लिया लेकिन दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन का जिक्र कर, बीजेपी और आरएसएस पर इमरान खान को आइना दिखाया। साथ ही पीएम मोदी ने आतंकवाद को लेकर दुनिया को सचेत किया कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों के लिए ना हो, हमें इस बात के लिए सतर्क रहना होगा कि वहां की नाजुक स्थिति का कोई देश टूल की तरह इस्तेमाल ना करे। उन्होंने कहा कि जो देश आतंकवाद का पॉलिटिकल टूल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें समझना होगा, यह उनके लिए भी उतना ही बड़ा खतरा है। पीएम मोदी ने चीन को भी खूब धोया। समंदर में दादागिरी दिखाने वाले चीन पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, हमारे समंदर भी हमारी साझा विरासत हैं। इसलिए हमें ये ध्यान रखना होगा कि महासागर के संसाधनों को हम यूज करें, अब्यूज नहीं। हमारे समंदर अंतरराष्ट्रीय व्यापार की लाइफलाइन भी हैं। इन्हें हमें विस्तार और बहिष्कार की दौड़ से बचाकर रखना होगा। रूल बेस्ड ऑर्डर को सशक्त करने के लिए, अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक सुर में आवाज उठानी होगी। बातों-बातों में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र को भी आइना दिखाया, जिसकी छवि पर कोरोना काल के दौरान सवालिया निशान लगे हैं।
2- अपने तीन दिवसीय अमेरिकी दौरे से लौटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका से ऐसी 157 भारतीय कलाकृतियों को लेकर आए हैं जो अवैध रूप में अमेरिका पहुंचाई गई थीं। अमेरिका ने ये बेशकीमती कलाकृतियां, पीएम मोदी को रिटर्निंग गिफ्ट के दौर पर दी हैं। कई शताब्दी पुरानी भारत की इन ऐतिहासिक धरोहरों को वापस लौटाने के लिए पीएम मोदी ने अमेरिका का आभार व्यक्त किया साथ ही पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सांस्कृतिक वस्तुओं के अवैध व्यापार और चोरी को रोकने के लिए कड़े प्रयास किये जाने पर भी सहमति जताई है। बता दें कि इन 157 कलाकृतियों में 10वीं सदी से लेकर 14वीं सदी तक की मूर्तियों के अलावा कई ऐतिहासिक कलाकृतियां शामिल हैं। जिनमें 10वीं सदी की एक मूर्ति और 12वीं सदी की उत्कृष्ट कांसे की बनी नटराज की मूर्ति के अलावा 2000 ईस्वी पूर्व की कॉपर से बनी मानवाकृति और 45 ऐसी कलाकृतियां हैं जो इतिहास लिखे जाने से पहले के युग की हैं। यूनाइटेड स्टेट्स तोहफे में मिली इन कलाकृतियां करीब 71 कलाकृतियां सांस्कृतिक हैं। वहीं आधे से ज्यादा मूर्तियां हैं जो हिंदू धर्म , बौद्ध धर्म और जैन धर्म से संबंधित हैं। इन मूर्तियों का निर्माण धातु, पत्थर और टेराकोटा के जरिए हुआ है।
3- कम्युनिटी ऑफ सेंट एगिडियो शांति को बढ़ावा देने के लिए 1987 से हर साल प्रार्थना करता है। इस कार्यक्रम में दुनियाभर की नामी हस्तियां आमंत्रित की जाती हैं। इस साल 6 और 7 अक्टूबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए, कम्युनिटी ऑफ सेंट एगिडियो के प्रेसिडेंट प्रोफेसर मार्को इम्पाग्लियाजो ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री टीएमसी सुप्रीमो ममता को इनवाइट किया था, ये पहली बार है जब ममता बनर्जी को इंटरनेशनल पीस कॉन्फ्रेंस में शामिल होने का न्योता मिला था और ममता भी इस विश्व शांति सम्मेलन में भाग लेने जाने वाली थीं लेकिन केंद्र सरकार ने ममता को इटली जाने की इजाजत नहीं दी। कहा जा रहा है कि पॉलिटिकल एंगल को ध्यान में रखते हुए ममता को इटली जाने की मंजूरी नहीं दी गई। क्योंकि ये इवेंट जिस लेवल का है उसके लिए एक राज्य के मुख्यमंत्री की भागीदारी को सही नहीं समझा गया। वहीं दूसरी तरफ TMC प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य देव ने ममता बनर्जी को इटली जाने की इजाजत नहीं देने पर ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है, उन्होंने लिखा, केंद्र सरकार ने दीदी की रोम यात्रा की इजाजत नहीं दी! पहले उन्होंने चीन यात्रा की अनुमति भी रद्द कर दी थी। हमने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए उस फैसले को स्वीकार कर लिया था। अब इटली की यात्रा को लेकर मोदी जी ऐसा क्यों हुआ? बंगाल के साथ आपकी समस्या क्या है?
4- पंजाब के नए सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल में आज शाम 4.30 बजे नए मंत्री पद की शपथ लेंगे। शनिवार को चन्नी ने राज्यपाल से मिलकर शपथ का समय लिया है। सूत्रों की मानें तो चन्नी, सिद्धू और राहुल गांधी ने काफी सोचविचार के बाद नए मंत्रिमंडल के मंत्रियों की लिस्ट तैयार कर ली है, जिसमें कैप्टन सरकार के 8 मंत्रियों को भी जगह मिलेगी, जिनमें विजय इंदर सिंगला, मनप्रीत बादल, रजिया सुल्ताना, ब्रह्म मोहिंदरा, अरुणा चौधरी, भारत भूषण आशु, तृप्त राजिंदर बाजवा और सुख सरकारिया शामिल हैं, जबकि 5 मंत्रियों साधु सिंह धर्मसोत, बलवीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा को बाहर का रास्ता दिखाया गया है, कहा जा रहा है कि उन्हीं मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है, जिन्हें लेकर कोई न कोई विवाद था। जबकि 7 नए चेहरे चन्नी के मंत्रिमंडल में शामिल होंगे। जिनमें परगट सिंह, संगत गिलजियां, गुरकीरत कोटली, कुलजीत नागरा, राणा गुरजीत, राजकुमार वेरका और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग शामिल हैं। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद 20 सितंबर को चरणजीत सिंह चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जबकि सुखजिंदर सिंह रंधावा व ओपी सोनी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
5- भारतीय मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि कि बंगाल की खाड़ी में एक और साइक्लोन तैयार हो रहा है। इस चक्रवात को गुलाब नाम दिया गया है जिसके आंध्रप्रदेश और ओड़िशा में समुद्र तट से टकराने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक गुलाब चक्रवात का सबसे ज्यादा प्रभाव ओड़िशा के गोपालपुर से आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम के बीच होगा। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि ये साइक्लोन आज शाम को भारत के पूर्वी तट के दो राज्यों ओडिशा और आंध्र प्रदेश को 70 से 80 किमी प्रति घंटे और 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के साथ पार करेगा। जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं ओडिशा राज्य सरकार ने सात जिलों में हाई अलर्ट जारी किया है और ओडीआरएएफ – एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। इस तूफान का असर देश के कई दूसरे राज्यों में भी दिखाई देगा, साइक्लोन की वजह से कई राज्यों में गरज के साथ भारी बारिश हो सकती है। वहीं दिल्ली में आज होने वाली बारिश के बाद 121 साल का रिकॉर्ड टूट सकता है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि दिनभर बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम स्तर तक की बारिश हो सकती है। बता दें कि नया रिकॉर्ड बनाने के लिए इस सितंबर में दिल्ली को केवल 13 मिमी बारिश की आवश्यकता है वहीं, इस पूरे वर्ष मानसून का रिकॉर्ड बनाने के लिए 20 मिमी बारिश की जरूरत है।