आज गुरुवार है, तारीख 26 अगस्त 2021; भादों मास, कृष्ण पक्ष और चतुर्थी तिथि।
1- अफगानिस्तान में काबिज हुए तालिबान की दहशतगर्दी से दुनिया वाकिफ है, लेकिन देश के हित को ध्यान में रखते हुए भारत ने तालिबान के प्रति अपना रुख थोड़ा नर्म किया है, और तालिबान से बातचीत के संकेत दिए हैं, हालांकि बातचीत का रुख तालिबानी गतिविधियों से तय होगा। वहीं चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने बुधवार ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा है कि तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान से कोई भी संभावित आतंकवादी गतिविधि भारत की ओर आई तो उससे सख्ती से निपटेंगे। साथ ही उन्होंने ये सुझाव भी दिया कि क्वाड राष्ट्रों को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध में अपना सहयोग बढ़ाना चाहिए। बता दें कि भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया क्वाड का हिस्सा हैं। ऐसे वक्त में जब अफगानिस्तान पर तालिबानी सत्ता काबिज हुई है, तब ये आशंकाएं तेज हो जाती हैं कि अफगानिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों की गतिविधियां बढ़ सकती हैं, जिनसे निपटने के लिए बिपिन रावत ने इमरजेंसी प्लानिंग की बात कही। साथ ही इस बात पर हैरानी भी जाहिर की कि जितनी तेजी से अफगानिस्तान में तालिबान काबिज हुआ उसने सभी को चौंकाया है।
2- अफगानिस्तान में तालिबान की खूंखार सत्ता काबिज होने के बीच एक तल्ख टिप्पणी आई है पड़ोसी मुल्क तजाकिस्तान से। रूस के करीबी माने जाने वाले तजाकिस्तान ने अफगानिस्तान में काबिज हुई तालिबानी सत्ता को सरकार के रूप में मान्यता देने से इनकार कर दिया है। बुधवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से तजाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने साफ शब्दों में कहा कि उनका देश तजाकिस्तान, तालिबान को अफगानिस्तान की वैध सरकार के रूप में मान्यता नहीं देगा। कल हुई एक बैठक के बाद तजाकिस्तान की राष्ट्रीय सूचना एजेंसी खोवर ने राष्ट्रपति के हवाले से बयान जारी करते हुए कहा कि एक मुल्क में उत्पीडन के आधार पर बनी किसी भी भी सरकार को तजाकिस्तान मान्यता नहीं देगा। खोवर के जारी किए गए इस बयान में कहा गया है कि अफगानिस्तान की भावी सरकार में ताजिकों का एक योग्य स्थान है। हम ऐसी किसी भी सरकार को मान्यता नहीं देंगे जो अफगानी लोगों, खासकर सभी अल्पसंख्यकों को नजरंदाज करके बनाई गई हो।
3- महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने की बात कहने वाले केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे ने बुधवार को कहा कि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने मेरे खिलाफ दायर सभी मामलों में मेरे पक्ष में फैसला दिया है, जो दर्शाता है कि देश कानूनों से चलता है। उन्होंने सपोर्ट के लिए पार्टी के नेताओं को शुक्रिया कहा और शुक्रवार से फिर जन आशीर्वाद यात्रा शुरु होने की बात कही। राणे के खिलाफ नासिक में दर्ज FIR पर बुधवार को कोर्ट ने कहा कि 17 सितंबर तक कोई कार्रवाई न की जाए, साथ ही पुणे में दर्ज केस की सुनवाई भी टाल दी गई है। बता दें कि रायगढ़ जिले में सोमवार को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान ही नारायण राणे ने कहा था कि, ये शर्मनाक है कि मुख्यमंत्री को ये नहीं पता कि आजादी को कितने साल हो गए हैं। अगर मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता। अपने इस बय़ान के बाद ही राणे इन मुसीबतों में फंसे थे। वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से कहा है कि वो नारायण राणे के खिलाफ नासिक साइबर पुलिस थाने में दर्ज एफआईआर में कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करेगी। लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी के एक नेता यवतमाल जिले के अध्यक्ष नितिन भुटाडा ने पुलिस में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के उस बयान के खिलाफ शिकायत दी है, जिसमें उद्धव ठाकरे ने कहा था कि योगी को उन्हीं की चप्पल से मारना चाहिए। नितिन भुटाडा ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ FIR दर्ज कर, ऐसे भड़काऊ भाषण देने के लिए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
4- कोरोना के घटते मामलों के बीच एक बार फिर रोजाना आ रहे संक्रमितों की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी हुई है, संक्रमितों की इस बढ़ती गिनती ने तीसरी लहर की आशंकाओं को भी बढा दिया है। दैनिक मामलों में एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ है केरल में, जहां बीते 24 घंटे में 31 हजार 445 नए संक्रमित मिले हैं, और 215 मरीजों की जान गई है, ये बीते 3 महीने में पहली दफा है जब संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार हुई है, इससे पहले राज्य में 30 मई को 30 हजार 491 संक्रमित मिले थे। एक्सपर्ट्स में ओणम के बाद राज्य में संक्रमितों की संख्या बढने की जो आशंका जताई थी वो सही साबित हुई, केरल स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में अब संक्रमण दर 19 फीसदी से ज्यादा हो गई है, यानि जितने लोगों के टेस्ट हो रहे हैं उनमें हर 5वां व्यक्ति संक्रमण का शिकार है। वहीं महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना के 5 हजार 31 नए मामले सामने आए। केरल में संक्रमितों की संख्या बढ़ने से कल बुधवार को देशभर में नए संक्रमितों की संख्या 46 हजार का आंकड़ा पार कर गई है। भारत में 24 घंटे में 46 हजार 227 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 605 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई है। वैसे चौथे सीरो सर्वे के आधार पर कहा जा रहाहै कि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामलों में ज्यादा आने की संभावना कम ही है। एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि टीकाकरण होने के कारण भी तीसरी लहर कम खतरनाक होगी।
5- देश में कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम काफी तेजी से चलाया जा रहा है, ताकि दिसंबर तक आबादी के बड़े हिस्से को वैक्सीनेट कर, लोगों को संक्रमण के खतरों से सुरक्षित किया जा सके, इसके अलावा जल्द ही किशोरों का वैक्सीनेशन भी शुरु करने की तैयारी है। बताया जा रहा है कि इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद अब जायडस कैडिला की कोरोना रोधी वैक्सीन ZyCoV-D को बच्चों के लिए जल्द ही टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा। बता दें कि बिना सुई वाली ये दुनिया की पहली डीएनए आधारित वैक्सीन है, तीन डोज वाली ये वैक्सीन 12 से 18 साल के किशोरों को भी दी जाएगी। एनटीएजीआई जल्द बैठक कर वैक्सीन लाने के लिए रोडमैप तैयार करेगा। एनटीएजीआइ के चेयरमैन डा. एनके अरोड़ा ने कहा कि, एक अनुमान के मुताबिक देश में 12-18 साल के आयुवर्ग के किशोरों की संख्या लगभग 12 करोड़ हैं, जिनमें से करीब एक करोड़ किशोर ऐसे हैं जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में इस वैक्सीन पर होने वाली बैठक में लाभार्थियों की प्राथमिकता भी निर्धारित की जाएगी।
6- मशहूर शायर मुनव्वर राणा के बेटे तबरेज राणा को उत्तर प्रदेश की रायबरेली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, बता दें कि तबरेज राणा पर आरोप है कि उन्होंने अपने चाचा को फंसाने के लिए खुद ही खुद पर हमले की साजिश रची थी। तबरेज का अपने चाचा से संपत्ति को लेकर विवाद चर रहा है, लेकिन तबरेज ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई की 28 जून की रात उसपर रायबरेली के एक पेट्रोल पर पर बदमाशों ने गोलियों से हमला किया, जिसके लिए उसने अपने चाचा पर शक जताया था लेकिन जब पुलिस ने मामले में छानबीन की तो इस फिल्मी साजिश का पर्दा फाश हुआ, तभी से पुलिस तबरेज को गिरफ्तार करने के लिए उसके नजदीकियों से पूछताछ कर रही थी लेकिन तबरेज पुलिस की निगाहों से बचा घूम रहा था, जिसे कल शाम रायबरेली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
आज के दिन खास
1910 में आज ही के दिन भारत रत्न से सम्मानित मदर टेरेसा का जन्म हुआ था। मदर टेरेसा ने अपनी पूरी जिंदगी भारत के गरीबों और बीमारों को समर्पित कर दी थी। इनका जन्म 26 अगस्त 1910 को मेसेडोनिया के अल्बेनियाई परिवार में हुआ था। इनका असली नाम था आन्येज़े गोंजा बोयाजियू। मदर टेरेसा 1929 में भारत पहुंची थीं। यहीं उन्होंने नर्सिंग की ट्रेनिंग ली। मदर टेरेसा ने 1948 में भारतीय नागरिकता ले ली थी। इसके बाद 1950 में इन्होंने मिशनरीज़ ऑफ चैरिटी की स्थापना की। इन्होंने 45 साल तक गरीब, बीमार और अनाथ लोगों की मदद की। 1979 में मदर टेरेसा को नोबेल शांति पुरस्कार मिला और 1980 में भारत रत्न से इन्हें नवाजा गया। मदर टेरेसा ने एड्स, कुष्ठ और तपेदिक के रोगियों के लिए धर्मशालाएं बनावाईं, अनाथालय और विद्यालय भी बनवाए। 5 सितंबर 1997 को उनका निधन हो गया।