आज शनिवार है, तारीख 14 अगस्त 2021; श्रावण मास, शुक्ल पक्ष और षष्ठी तिथि।
1- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक स्टडी में कहा गया है कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड, दोनों वैक्सीन की एक-एक डोज लगाने से इम्यूनिटी ज्यादा बेहतर होती है, और कोरोना वायरस के खिलाफ बेहतर सुरक्षा मिलती है। लेकिन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के चेयरमैन अदार पूनावाला को वैक्सीन कॉकलेट रास नहीं आ रहा, उनका कहना है कि वे इसके फेवर में नहीं है, क्योंकि दोनों वैक्सीन की मिक्स डोज की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कुछ गलत होता है, तो दोनों जैब्स के निर्माताओं के बीच एक दूसरे पर आरोप लगाने का खेल शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा, अगर मिक्स वैक्सीन लगाई जाती हैं और कुछ भी गलत होता है, तो सीरम कहेगा कि दूसरा टीका अच्छा नहीं है और दूसरी वैक्सीन कंपनी, यही आरोप हमारी वैक्सीन को देंगी कि हमारे टीके में कोई समस्या थी। मुझे लगता है, टीकों को मिलाना बहुत गलत है। उन्होंने ये भी कहा कि वैक्सीन कॉकटेल के ट्रायल में हजारों लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें इसकी एफिकेसी अच्छी नहीं रही है।
2- माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी का अमेरिका ट्रांसफर कर दिया गया है, अब वे यूएस में ट्विटर के कामकाज को संभालेंगे, वे अमेरिका में रेवेन्यू स्ट्रेटजी एंड ऑपरेशंस के सीनियर डायरेक्टर बनाए गए हैं जहां उनका जोर न्यू मार्केट्स पर होगा। ट्विटर के सीनियर एग्जीक्यूटिव यू सासामोटो ने ट्विटर पर शुक्रवार को इसकी पुष्टि की। मनीष माहेश्वरी दो साल से ज्यादा वक्त तक ट्विटर इंडिया के हेड रहे हैं और बीते कुछ वक्त में ट्विटर और सरकार के बीच चलती तल्खियों में माहेश्वरी का नाम भी सुर्खियां में सुनाई देता रहा है। फिर चाहें वो ट्विटर पर सांप्रदायिक वीडियो पोस्ट होने के संबंध में नोटिस हो, नए आईटी नियमों पर टकराव हो या कानून मंत्री रहे रविशंकर प्रसाद का अकाउंट ब्लॉक करना। माहेश्वरी का कार्यकाल विवादों में रहा। बता दें कि अब ट्विटर की सेल्स हेड कनिका मित्तल और बिजनस हेड नेहा शर्मा कत्याल, ट्विटर इंडिया को मिल कर लीड करेंगी।
3- तमिलनाडु सरकार ने पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों में थोड़ी कटौती कर राज्य के लोगों को राहत दी है, राज्य सरकार ने पेट्रोल पर टैक्स 3 रुपये घटाने के साथ ही तेल की बढ़ती कीमतों के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार भी ठहराया। तमिलनाडु के वित्त मंत्री पलानीवेल त्यागराजन ने विधानसभा में संशोधित बजट पेश करते हुए कहा की मई 2014 में पेट्रोल पर कुल टैक्स को 10.39 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर केंद्र सरकार ने 32.90 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर लगने वाले टैक्स को 3.57 रुपये से बढ़ाकर 31.80 रुपये प्रति लीटर कर दिया था। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में 2.63 करोड़ दोपहिया वाहन है, जो कामकाजी गरीब लोगों के लिए परिवहन का सबसे लोकप्रिय साधन है लेकिन पेट्रोल की बढ़ती कीमत के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्टालिन सरकार ने मजदूर गरीब और मध्यम वर्ग के दर्द को महसूस करते हुए पेट्रोल पर टैक्स में 3 रुपये प्रति लीटर कटौती का फैसला किया है। जनता की जेब के वजन को घटाने के लिए राज्य सरकार ने स्टेट एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर पेट्रोल के दाम में जो तीन रुपये कम किए हैं उससे राज्य सरकार को सालाना 1160 करोड़ रुपये का नुकसान होगा।
4- कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम ने मॉनसून सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की अनुपस्थिति को लेकर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों की न तो संसद में आस्था है ना ही उन्हें संसदीय परंपराओं की परवाह है, इतना ही नहीं उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू पर भी आरोप लगाया कि वे सरकार और विपक्ष में भेदभाव करते हैं। एक इंटरव्यू के दौरान, मानसून सत्र के आखिरी दिन संसद में हुए हंगामे को लेकर पी चिदंबरम ने ये बातें कही हैं, उन्होंने हंगामे के लिए जिम्मेदार सांसदों के व्यवहार के लिए भी सरकार को ही जिम्मेदार कहा, उन्होंने कहा कि 11 अगस्त को राज्यसभा में हुआ हंगामा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने विधेयकों को चुपचाप पारित करने की कोशिश की।
5- अफगानिस्तान पर तालिबान हर दिन हावी होता जा रहा है, कल हेरत प्रांत में तालिबान के आगे पूरी सरकार ने सरेंडर किया। शुक्रवार को ही तालिबान ने कंधार और लश्कर गाह पर भी कब्जा जमा लिया। अब तक 34 में से 19 प्रांतों और उनकी राजधानियों को कब्जा चुका तालिबान काबुल से मात्र 50 किलोमीटर दूर रह गया है। तालिबान के बढ़ते कदमों से काबुल में हलचल मची हुई है, लोग समझ नहीं पा रहे कि वे आगे सुरक्षित रहेंगे कि नहीं। तालिबान ने राष्ट्रपति गनी से अपना पद छोड़ने को कहा है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि अफगान के राष्ट्रपति गनी अपने पद से इस्तीफा दे देंगे लेकिन शुक्रवार को ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर एक हाईलेबल मीटिंग की। साथ ही उन्होंने इस्तीफा देने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि हम तालिबान से मजबूती के साथ लड़ेंगे। ताबिलान-अफगान के बीच चल रही इस लड़ाई में बीते महीने भर में एक हजार से ज्यादा आम लोग मारे गए हैं। तालिबान की अफगानिस्तान पर बढ़ती पकड़ को देखते हुए नाटो सहयोगियों ने शुक्रवार को उत्तरी अटलांटिक परिषद में मीटिंग की और गठबंधन ने बैठक में तालिबानी हिंसा की आलोचना के साथ-साथ अफगान सरकार को समर्थन जारी रखने का फैसला किया है।