आज गुरुवार है, तारीख 12 अगस्त 2021; श्रावण मास, शुक्ल पक्ष और चतुर्थी तिथि।
1- पृथ्वी की निगरानी करने वाले उपग्रह अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, EOS-03 launch कर इसरो इतिहास रचने जा रहा था, लेकिन क्रायोजेनिक इंजन में आई टेक्नीकल प्रॉबलम के चलते ये मिशन कामयाब नहीं हो सका। श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपण के बाद सैटेलाइट ने दो चरण तो सफलता पूर्वक पूरे किए लेकिन 18 मिनट के बाद क्रायोजेनिक इंजन में तकनीकी खराबीके चलते आंकड़े मिलने बंद हो गए और EOS-3 सैटेलाइट लॉन्चिंग मिशन फेल हो गया, कुछ देर बाद इसरो ने मिशन के पूरा नहीं होने की घोषणा की। इसके सफल प्रक्षेपण से भारत को काफी फायदा मिलने वाला था। अंतरिक्ष में तैनात ये सैटेलाइट धरती का निगहबान बनकर तमाम जरूरी चीजें वैज्ञानिकों तक पहुंचाता। ये सैटेलाइट 10 साल तक अपनी सेवाएं देता और किसी भी बड़े क्षेत्र की रीयल टाइम इमेज लगातार भेजता। जैसे प्राकृतिक आपदाएं, अचानक होने वाली अकाल्पनिक घटनाएं, चक्रवाती निगरानी से जुड़ी जरूरी जानकारी ये धरती तक भेजता, इतना ही नहीं देश की सीमाओं पर नजर रखने में भी आसानी होती, लेकिन ये मिशन अधूरा ही रह गया।
2- हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में एक और भूस्खलन की घटना में कई लोगों की मौत हुई है और 50 से ज्यादा जिन्दगियों के मलबे में दबे होने की खबर है। बताया जा रहा है कि चट्टान ट्रक, कार और बस के ऊपर गिरी। बताया जा रहा है कि बस और बोलेरो गाड़ी अभी तक नहीं मिली है, हालांकि बस के कंडक्टर और ड्राइवर को बचा लिया गया है लेकिन वे दोनों ही गहरे सदमे में हैं। राहत-बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ समेत सीआरपीएफ व आइटीबीपी की टीमों ने 10 लोगों के शव और 13 लोगों को सुरक्षित निकाला है वहीं अभी भी 30 से ज्यादा जिन्दगियों के मलबे में दबे होने की आशंका है। रुक रुक कर पहाड़ का मलबा गिरलैंड स्टाइलड होने की वजह से बचाव कार्य में रुकावट आ रही है। हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने हर संभव मदद करने का ऐलान किया है आज वे घटना स्थल का दौरा करेंगे, पीएम मोदी ने सीएम से बात करके स्थिति की जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
3- हाल ही में केन्द्र सरकार ने रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स से कंपनियों को मुक्त किया है, जिसे लेकर CII की मीटिंग में पीएम ने कहा कि इस टैक्स के खत्म होने से इंडस्ट्रीज और सरकार के बीच रिश्ता बेहतर होगा। Confederation of Indian Industry की दो दिन चलने वाली मीटिंग को पहले दिन, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने इतिहास की गलती को सुधारते हुए रेट्रोस्पेक्टिव टैक्स खत्म किया है, इससे उद्योगों और सरकार के बीच भरोसा बढ़ेगा। इंडस्ट्री ने देश की जरूरतों को हर संभव सहयोग दिया है। पीएम ने कहा, विदेशी निवेश से आशंकित रहने वाला भारत अब हर प्रकार के निवेश का स्वागत कर रहा है। आज का नया
भारत, नई दुनिया के साथ चलने के लिए तैयार है। आत्मनिर्भर भारत की सफलता की जिम्मेदारी उद्योगों पर है, सरकार आपके साथ है, नए अवसर को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य पूरा करें।
4- कल राज्य सभा में हुए हंगामे को लेकर सभापति वैकेया नायडू भावुक हो गए। संसद के मानसून सत्र के दौरान दोनों सदनों में लगातार हंगामा जारी है, इस हंगामे के चलते पहले सुबह लोकसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई थी और फिर शाम को राज्यसभा की कार्यवाही भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। बुधवार को राज्यसभा में हुए हंगामे को लेकर सांसदों के व्यवहार पर नाराजगी जाहिर करते हुए सभापति वैकेया नायडू ने भावुक अपील भी की लेकिन उनकी अपील का किसी पर कोई असर नहीं हुआ, और कागज फाड़कर उछाले गए, नारेबाजी की गई। बता दें कि संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू हुआ था जो 13 अगस्त तक चलना था, लेकिन विपक्षी सांसदों के भारी हंगामे की वजह दोनों सदनों की बैठकें अनिश्चितकाल तक स्थगित की गई हैं और सत्र दो दिन पहले ही खत्म हो गया। इस दौरान कुल 17 बैठकें हुईं। इस सत्र में सरकार ने लोकसभा में कुल 13 विधेयक पेश किए और 20 विधेयक पारित हुए यानि हंगामे के चलते सात विधेयक बिना चर्चा के ही पारिए कर दिए गए।
5- कोरोना की दूसरी लहर अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है, और तीसरी की दस्तक के अंदेशे ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। हालांकि अब देश में एक्टिव केस 3 लाख 86 हजार के आसपास हैं जो कि बीते 140 दिनों में सबसे कम हैं वहीं कल बुधवार को देश में 24 घंटे में 40 हजार से कम, 38 हजार 353 नए मामले सामने आए जबकि 497 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई। रिकवरी रेट भी बढकर 97.45 फीसदी हो गया है, वहीं डेली पॉजिटिविटी रेट 2.16 फीसद पर आ गया है, बीते 24 घंटे में भी 40 हजार से ज्यादा कोविड मरीज ठीक हुए हैं। कोरोना के नए मामलों मे गिरावट, पॉजिटिविटी रेट का गिरना और रिकवरी रेट बढ़ना आदि से अलग महत्वपूर्ण है R वेल्यू, और कोरोनावायरस की नेशनल R वैल्यू 1.0 से ज्यादा है जो कि चिंता की बात है, तीसरी लहर के खतरे की घंटी न बजे इसके लिए जरूरी है कि R वैल्यू 1.0 से नीचे रहे।
6- कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार डेल्टा वैरिएंट खतरनाक होता जा रहा है, और तीसरी लहर के लिए भी डेल्टा वैरिएंट ही मुख्य वजह माना जा रहा है और चिंता बढ़ाने वाली बात ये है कि वैक्सीनेशन के बाद हर्ड इम्यूनिटी भी डेल्टा वैरिएंट के प्रभाव को रोकने में असफल नजर आ रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव का कारगर हथियार मानी जा रही वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोग भी इस वैरिएंट के चलते संक्रमित हो रहे हैं, ऐसे में इस महामारी के संक्रमण की रफ्तार कब थमेगी इस सवाल के जवाब को लेकर एक्सपर्ट्स भी कशमकश में हैं। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप के प्रमुख प्रोफेसर एंड्रयू पोलार्ड ने ब्रिटेन के ऑल पार्टी पार्लियामेंट्री ग्रुप की मीटिंग में इस विषय पर कहा कि महामारी
तेजी से अपना स्वरूप बदल रही है। डेल्टा वैरिएंट अभी सबसे ज्यादा संक्रामक बना हुआ है। हमारे पास ऐसा कुछ नहीं है जो संक्रमण को फैलने से रोक सके। इसलिए मुझे लगता है कि हम ऐसी स्थिति में हैं जहां हर्ड इम्यूनिटी संभव नहीं है। उन्होंने आशंका जताई की ये वायरस ऐसा नया स्वरूप पैदा करेगा, जो वैक्सीनेशन करा चुके लोगों को भी चपेट में ले सकता है। प्रोफेसर पोलार्ड की ये आशंका सीधे तौर पर उन लोगों के लिए वॉर्निंग है जिन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं ली है, क्योंकि वे ज्यादा खतरे में हैं।