2- PNB घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी ने डोमिनिका हाईकोर्ट में दिए अपने हलफनामे में कहा है कि उसने भारत सिर्फ इलाज के लिए छोड़ा था। मैंने भारत में किसी एजेंसी से बचने की कोशिश नहीं की है। चौकसी ने हलफनामे में लिखा है कि जब मैं अमेरिका में इलाज कराने के लिए भारत छोड़ रहा था, तब मेरे खिलाफ किसी भी एजेंसी द्वारा कोई भी वारंट नहीं जारी किया गया था। भारतीय अधिकारी डोमिनिका आएं और अपनी जांच से जुड़े कोई भी सवाल पूछें। मैं उन्हें यहां आकर सवाल पूछने का ऑफर देता हूं। मेहुल चौकसी ने हलफनामें में और भी कई दलीलें दी हैं साथ ही कोर्ट से एंटीगुआ जाने की इजाजत भी मांगी है। अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए चौकसी ने कोर्ट से जमानत मांगी है।
3- संक्रमण की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए बच्चों के बचाव की तैयारियां जोरों पर हैं वहीं बच्चों के लिए जल्द कोरोना वैक्सीन आने की भी उम्मीद है। बच्चों के लिए कोरोना की वैक्सीन जल्द आ सके इसके लिए दिल्ली AIIMS में भी आज से बच्चों पर भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का ट्रायल शुरू होने जा रहा है। आपको बता दे कि भारत बायोटेक को DCGI से बच्चों पर वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल की मंजूरी 11 मई को मिल गई थी। जिसके बाद पटना में 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों पर वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल शुरु किया गया है, इसके बाद 6 से 12 और फिर 2 से 6 साल के बच्चों को ट्रायल में शामिल किया जाएगा। आपको बता दें कि कोवैक्सीन का ट्रायल 525 हेल्थी वॉलेंटियर्स पर होगा, ट्रायल में ये देखा जाएगा कि वैक्सीन बच्चों के लिए कितनी सुरक्षित है और इसके क्या क्या साइड इफेक्ट्स हैं, ट्रायल के लिए एम्स–दिल्ली, एम्स पटना और नागपुर स्थित मेडिट्रिना इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस को चुना गया है। आपको बता दें कि दुनिया में अभी तक अमेरिका में बच्चों का वैक्सीन किया जा रहा है जिसके बाद इजराइल दूसरा देश है जहां 12 से 15 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरु किया गया है।
4- देश में जारी कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम में मौजूदा समय में दो वैक्सीन लगाई जा रहीहै, कोविशील्ड और कोवैक्सीन, लेकिन इन दोनों वैक्सीन में कौन सी वैक्सीन हर लिहाज से ज्यादा फायदेमंद है इसे लेकर लोगों के मन में तमाम तरह के सवाल हैं। इसी बीच वैक्सीन्स पर की गई एक स्टडी में ये कहा गया है कि ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड, स्वदेशी कोवैक्सीन की तुलना में ज्यादा एंडीबॉडीज बनाती है। COVAT यानि कोरोनावायरस वैक्सीन-इंड्यूस्ड एंडीबॉडी टाइट्रे द्वारा की गई स्टडी में कहा गया है कि वैक्सीन की पहली डोज ले चुके लोगों में कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड वैक्सीन लेने वाले लोगों के शरीर में एंटीबॉडी अधिक बनती है। COVAT की इस स्टडी में 552 हेल्थकेयर वर्कर्स को शामिल किया गया था। स्टडी में कहा गया है कि दोनों की वैक्सीन्स का इम्यून रिस्पॉन्स अच्छा है लेकिन सीरोपॉजिटिवी रेट और एंटी स्पाइक एंटीबॉडी कोविशील्ड वैक्सीन में ज्यादा है।
5- घरेलू हवाई यात्रा करने वालों को कम से कम परेशानी हो, इसके लिए केन्द्र सरकार प्लानिंग कर रही है कि जिन लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज दी जा चुकी हैं उन्हें देश में कहीं भी यात्रा करने पर RT-PCR रिपोर्ट नहीं होगी। अभी ऐसे राज्यों से यात्रा करने वालों के लिए RT-PCR रिपोर्ट दिखाना जरूरी किया हुआ है जहां कोरोना के मामले ज्यादा है।
6- सुशांत सिंह राजपूत की मौत को 14 जून को एक साल हो जाएगा, लेकिन अभी तक एक्टर की मौत के मामले में जांच जारी है। सुशांत की पुण्यतिथि से पहले एक बार फिर केस में हलचल तेज हुई है। NCB द्वारा सुशांत की मौत की ड्रग एंगल से चल रही हैं। NCB यानि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने सुशांत सिंह राजपूत की करीबी और ड्रग्स कनेक्शन मामले में मुख्य आरोपी रिया चक्रवर्ती का बयान अपनी चार्जशीट में शामिल किया है। जिसमें सुशांत के केस से जुड़ी और भी कई बातें सामने आई हैं। सूत्रों की मानें तो हाथ से लिखे हुए इस बयान में रिया ने सुशांत के परिवार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सुशांत को ड्रग्स की लत उनसे मिलने से पहले से थी, रिया के लिखे इस इकबालिया बयान के मुताबिक, सुशांत का परिवार इस बारे में सब कुछ अच्छे से जानता था कि उन्हें ड्रग्स की आदत पड़ चुकी है। रिया ने अपने बयान में ये भी कहा है कि सुशांत अपनी बहन प्रियंका और जीजा सिद्धार्थ के साथ गांजा लिया करते थे।इस लिखित बयान में उस प्रिस्क्रिप्शन का जिक्र भी किया गया है, जो 8 जून 2020 को सुशांत की बहन प्रियंका ने उन्हें वॉट्सऐप पर भेजा था। रिया ने NCB को दिए अपने बयान में ये बात खासतौर पर नोट कराई है कि प्रियंका के भेजे गए प्रिस्क्रिप्शन की दवाओं से सुशांत की मौत हो सकती थी।