1- देश में कल 24 घंटे में 1 लाख 53 हजार से ज्यादा नए संक्रमित मिले जबकि 24 घंटे में कल 3 हजार 129 लोगों की जान गई। उत्तर भारत के राज्यों में जहां मामलों में लगातार कम होती देखी जा रही है, वहीं देश के कुछ एक राज्यों में मिल रहे संक्रमितों की संख्या काफी ज्यादा है। कल देश के 4 राज्यों से 60 फीसदी केस मिले हैं। महाराष्ट्र में जहां 18 हजार 600 नए संक्रमित मिले तो वहीं, इस दौरान 814 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा केरल में 19 हजार 894 नए संक्रमित मिले और 186 लोगों की मौत हुई। कर्नाटक में 20 हजार 378 लोग संक्रमित पाए गए और 381 लोगों की जान गई। जबकि तमिलनाडु में कल 28 हजार 864 नए मामले मिले हैं और इस दौरान 493 लोगों ने दम तोड़ा। पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में भी नए संक्रमितों की संख्या 10 हजार के ऊपर है। वहीं दिल्ली में 47 दिन बाद कल मौत का आंकड़ा सौ के नीचे पहुंचा कल दिल्ली में 24 घंटे में 78 लोगों ने दम तोड़ा और इस दौरान 946 नए संक्रमित मिले। देश के कुछ राज्यों में आज से, और कुछ में कल से अनलॉक की प्रक्रिया शुरु की जा रही है। लेकिन संक्रमण के खतरों को देखते हुए अनलॉक में पूरी ढील न देते हुए जरूरत के मुताबिक छूट देने का फैसला लिया गया है। महाराष्ट्र में जहां अहतियातन 15 जून तक के लिए लॉकडाउन को बढ़ाया गया है तो वहीं यूपी में भी जिन ज़िलों में 600 से कम संक्रमित हैं वहां छूट दी गई है। कल यूपी में 24 घंटे में 199 नए संक्रमित मिले और 140 लोगों ने संक्रमण के चलते दम तोड़ा। रोजाना घट रहे संक्रमण के मामलों से, देश में एक्टिव केस 20 लाख के करीब आ गए हैं।
2- कोरोना संक्रमण से रिकवर हुए मरीजों के लिए वैक्सीन की केवल एक डोज ही काफी है, ये कहना है BHU यानि बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का, जिन्होंने अपनी स्टडी में पाया है कि संक्रमण से ठीक हुए लोगों में वैक्सीन की पहली खुराक लगने के 10 दिन के अंदर ही शरीर की संक्रमण से सुरक्षा के लिए पर्याप्त एंटीब़ॉडीज बन जाते हैं। जबकि ठीक इसके उलट ऐसे लोग जो संक्रमण से नहीं गुजरे हैं यानि स्वस्थ लोगों में वैक्सीन की पहली डोज लगने के 3 से 4 हफ्तों में शरीर में एंटीबॉडीज बनते हैं। इस स्टडी के नतीजों के बाद BHU के वैज्ञानिकों ने पीएम को पत्र लिखकर सलाह दी है कि कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के लिए वैक्सीन की एक डोज को अनिवार्य किया जाए, ताकि संक्रमण से ठीक हुए लोगों से बची डोज दूसरे लोगों के लिए काम आ सकें। अभी तक देश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने संक्रमण को मात दी है ऐसे में यदि इन्हें एक डोज वैक्सीन दी जाती है तो ऐसे समय में जब वैक्सीन की कमी का संकट कई राज्यों के सामने है, तब 2 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन अन्य लोगों के लिए काम आ सकेंगी।
3- बीते डेढ़ साल से मानव जाति पर जानलेवा प्रहार करने वाला कोरोना वायरस क्या इंसान की अपनी बनाई मुसीबत है या फिर प्राकृतिक, इस बात को लेकर लगातार बहस जारी है, और सवालों के घेरे में है चीन। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तो अमेरिका की खुफिया एजेंसियों को ये निर्देश भी दे दिए हैं कि90 दिन के अंदर वारयस की हकीकत दुनिया के सामने लाई जाए। वहीं दूसरी तरफ अब ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने अपनी नई स्टडी के बाद ये दावा किया है कि SARS-CoV-2 वायरस प्राकृतिक नहीं बल्कि चीन के वुहान लैब से लीक हुआ है। ब्रिटेन के प्रोफेसर एंगस डेल्गलिश और नॉर्वे के डॉक्टर बर्गर सोरेनसेन द्वारा की गई इस नई स्टडी के मुताबिक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि ये वायरस नेचुरल है। इस स्टडी के बाद जारी पेपर्स में कहा गया है कि साइंस सेक्टर में आगे निकलने की होड़ में चीनी वैज्ञानिकों से रिचर्स के दौरान ये हादसा हुआ है लेकिन जब ये गलती हो गई तो रिवर्स इंजीनियरिंग वर्जन के जरिए इसे छुपाने और दुनिया को ये दिखाने की कोशिश की गई कि वायरस लैब से नहीं बल्कि प्राकृतिक तौर पर चमगादड़ों से इंसानों में फैला है।
4- कोविड वैक्सीन प्रोग्राम के तहत देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों के टीकाकरण के लिए सरकार प्रयासरत है लेकिन इस बीच कई राज्यों से वैक्सीन की कमी के चलते टीकाकरण कार्यक्रम में रुकावट की खबरें भी आ रही हैं। लेकिन अब देश में वैक्सीन की समस्या खत्म होगी क्योंकि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने जून में कोविशील्ड वैक्सीन की 9-10 करोड़ डोज के उत्पादन और सप्लाई का दावा किया है। कंपनी ने अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने की बात कहते हुए गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है और कहा है कि कोविड महामारी की कठिन चुनौतियों के बीच कंपनी के कर्मचारी दिन रात काम कर रहे हैं, और हम जून के महीने में कोविशील्ड टीके की नौ से 10 करोड़ डोज का उत्पादन और आपूर्ति करने में सक्षम होंगे। जो मई की उत्पादन क्षमता 6.5 करोड़ डोज की तुलना में ज्यादा है। आपको बता दें कि सरकार ने देश में वैक्सीन की किल्लत को खत्म करने के लिए जुलाई के अंत तक वैक्सीन की 20-25 करोड़ खुराक और अगस्त-सितंबर में 30 करोड़ खुराक की खरीदने का लक्ष्य रखा है।
5- ऐलोपैथी पर टिप्पणियों के चलते योग गुरु बाबा राम देव इन दिनों सुर्खियों और मुश्किलों से घिरे हुए हैं लेकिन उनके बयानों का दौर जारी है। देश में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कारगर उपाय माना जा रहा है वैक्सीन, लेकिन अब बाबा रामदेव ने कहा है कि वे संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन नहीं लगवाएंगे क्योंकि वो योग और आयुर्वेद की डबल डोज ले रहे हैं। उनका कहना के कि वायरस के कितने भी मजबूत वेरिएंट क्यों न आ जाए, योग उन्हें संक्रमण से बचा लेगा। साथ ही लोगों को भी संक्रमण से बचने के लिए योग पर भरोसा करना होगा और कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए लोगों को अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत करना होगा। वैक्सीन पर बाबा रामदेव का कहना है कि वैक्सीन सौ फीसदी प्रभावी नहीं है। वैक्सीन लेने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं।