1- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच रोजाना आ रहे नए संक्रमितों और मौतों की संख्या में कमी देखी जा रही है, दक्षिण के कुछ राज्यों में संक्रमितों की रोजाना आ रही संख्या अभी भी थोड़ी ज्यादा है। कल देशभर में 24 घंटे में 1 लाख 79 हजार 535 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई और
इस दौरान 3 हजार 556 लोगों ने संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई। देश की राजधानी दिल्ली में स्थिति काफी सुधरी है यहां कल 1 हजार 72 नए संक्रमित मिले और 117 लोगों की मौत हुई। वहीं महाराष्ट्र में 21 हजार 273 नए मामले सामने आए और 425 लोगों की संक्रमण से मौत हुई।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी कोरोना से मौत के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अभी तक 2 हजार 183 बच्चों ने अपने पिता या माता, दोनों में से किसी एक को इस महामारी में खोया है। उत्तर प्रदेश में 3 हजार 187 संक्रमितों की पुष्टि हुई और 187 लोगों की मौत हुई। बिहार में 2 हजार 568 लोग संक्रमित मिले और 98 लोगों की मौत हुई। हरियाणा में 2 हजार 322 नए मामले सामने आए और 98 लोगों की मौत हुई। राजस्थान में 3 हजार 454 नए मामले मिले और 85 लोगों की जान गई। वहीं दक्षिण के राज्यों में तमिलनाडु में कल 33 हजार 361 नए संक्रमित मिले और 414 लोगों की मौत हुई। कर्नाटक में 24 हजार 214 नए संक्रमित मिले और 476 लोगों की मौत हुई। केरल में 24 हजार 166 नए संक्रमित पाए गए औऱ 181 लोगों की जान गई। इसके अलावा आन्ध्र प्रदेश में 16 हजार 167 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई और 104 लोगों की मौत हुई। वहीं पश्चिम बंगाल में 13 हजार 47 नए मामले सामने आए और 148 लोगों की मौत हुई। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पश्चिम बंगाल में पाबंदियों को 15 जून तक के लिए बढ़ाया गया है।
2- कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम के लिए बनाए गए एक्सपर्ट्स के ग्रुप NEGVAC यानि National Expert Group on Vaccine Administration for Covid-19 ने केन्द्र से सिफारिश की थी कि वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों की सहूलियत के लिए उनके घरों के पास ही वैक्सीन लगाई जाए ताकि उन्हें टीकाकरण के लिए दूर न जाना पड़े। केन्द्र सरकार ने NEGVAC की इस सिफारिश पर अमल करते हुए टीकाकरण को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की हैं, जिनके मुताबिक वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और मरीजों को घर के करीब वैक्सीन लगाई जाएगी। नए दिशा निर्देशों के तहत ऐसे लोगों के वैक्सीनेशन के लिए घरों के नजदीक ही नॉन-हेल्थ फैसिलिटी में भी वैक्सिनेशन की व्यवस्था की जाएगी। ये सेंटर्स कम्युनिटी एरिया, पंचायत घर, स्कूलों और ओल्ड एज होम में बनाए जा सकते हैं। केंद्र ने ये गाइडलाइन बुजुर्गों और दिव्यांगों के वैक्सीनेशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जारी की गई हैं जिन्हें सभी राज्यों को भेज दिया गया है।
3- दिल्ली और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में वैक्सीन की कमी के चलते 18+ वालों का वैक्सीनेशन बंद कर दिया गया है, दिल्ली सरकार ने तो वैक्सीन की कमी के लिए केन्द्र को जिम्मेदार भी ठहराया है। इसके अलावा भी कई राज्यों से वैक्सीन की कमी की खबरें आ रही हैं। इसी बीच गुरुवार को नीति आयोग के सदस्य डॉ. विनोद के पॉल ने देश में वैक्सीन उपलब्धता की जानकारी देते हुए कहा कि जल्द ही भारत में 4 नए वैक्सीन आने वाले हैं। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि केंद्र सरकार वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ हर दिन 1 करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन की प्लानिंग कर रही है। वैक्सीन की कमी पर डॉक्टर पॉल ने कहा कि प्राइवेट सोर्सेज से राज्यों को 25 फीसदी डोज मिल रही हैं लेकिन वैक्सीन की कमी की समस्याओं को काफी ज्याद बताया जा रहा। यूपी में वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज, दो अलग-अलग वैक्सीन की लगाए जाने से बवाल मचा हुआ है, इस पर बात करते हुए डॉ. वीके पॉल ने कहा कि इसका कोई नुकसान नहीं है, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि प्रोटोकॉल्स के हिसाब से सजग रहें और जिस वैक्सीन की पहली डोज ली है, दूसरी भी उसी की लें, लेकिन यदि दो अलग-अलग वैक्सीन लग जाती हैं तो परेशान न हों।
4- केंद्र सरकार ने 25 फरवरी को सोशल मीडिया और OTT प्लेटफॉर्म्स के लिए सख्त नियम बहनाते हुए नई गाइडलाइंस जारी की थीं। और फेसबुक, ट्विटर, वॉट्सऐप जैसी सोशल मीडिया कंपनियों को इन नई गाइडलाइंस लागू करने के लिए 3 महीने यानि 25 मई तक का समय दिया था, अंतिम तारीख समाप्त होते ही केंद्र ने दिशा निर्देशों के पालन को लेकर सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। गुरुवार को सूचना एवं प्रसारण विभाग ने, डिजिटल मीडिया समेत OTT प्लेटफॉर्म्स को, ये बताने के लिए 15 दिन की डेडलाइन दी है उन्होंने नई गाइडलाइंस को लेकर तीन महीने में क्या किया है। सरकार द्वारा दी गई इस मोहलत के बाद ऐसे तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भारत में बैन का खतरा मंडराने लगा है जिन्होंने केंद्र की नई गाइडलाइन को लागू नहीं किया। हालांकि केन्द्र के जारी किए गए उन नए नियमों को कई डिजिटल पब्लिशर्स ने अलग-अलग हाई कोर्ट में चुनौती दी है और उनकी याचिकाओं पर नोटिस भी जारी किए गए हैं। हाल ही में केन्द्र ने ट्विटर से भी सख्त रुख अपनाते हुए सोशल मीडिया को लेकर बनाई गई नई गाइडलाइंस को फॉलो करने केलिए कहा, जिसपर ट्विटर ने गुरुवार को कहा कि सरकार गाइडलाइन लागू करने के लिए 3 महीने की मोहलत दे, साथ ही ट्विटर ने नियमों को लेकर अभिव्यक्ति की आजादी खतरे में पड़ने को लेकर चिंता भी
जाहिर की। जिसपर IT मंत्रालय ने ट्विटर से कहा है कि वो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को न सिखाए कि हमें क्या करना है। मुद्दा भटकाने के बजाय नियमों का पालन करे।
5- यास तूफान के कहर से प्रभावित हुआ राज्य पश्चिम बंगाल और ओडिशा का आज दौरा करेंगे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। पीएम आज ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर पहुंचकर पहले रिव्यू मीटिंग करेंगे और फिर तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए बालासोर, भद्रक और पूर्वी मेदिनीपुर का हवाई सर्वे करेंगे। ओडिशा के बाद पीएम पश्चिम बंगाल में भी रिव्यू मीटिंग करेंगे। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तबाही मचाकर गुजरे चक्रवाती तूफान यास का असर देश के कई राज्योंमें दिखाई दे रहा है, इसे सॉलेकर मौसम विभाग ने अनुमान जारी कर कहा है कि 30 मई तक यूपी, बिहार, झारखंड सहित कई राज्यों में गरज के साथ मध्यम से भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। आपको बता दें कि झारखंड में तूफान के असर से भारी बारिश ने राज्य में जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने झारखंड में भारी बारिश को लोकर अलर्ट जारी कर कहा है कि तूफान के असर कारण अगले तीन-चार दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। वहीं बिहार, सब हिमालयन पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, सिक्किम, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। यास तूफान के असर से पूर्वांचल के साथ मध्य यूपी के जिलों में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही है। यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़ और झारखंड में हो रही बारिश यास तूफान का ही असर है।