1- देशभर में सोमवार को दर्ज हुई नए संक्रमितों की संख्या में मंगलवार को थोड़ी बढ़ोत्तरी हुई, कल देशभर में 24 घंटे में 2 लाख 67 हजार 44 नए मामले सामने आए जबकि मौतों के मामले में कल भी कोई राहत दिखाई नहीं दी, देशभर में कल मरने वालों की संख्या 4 हजार 525 रही। दिल्ली में जहां नए संक्रमितों की संख्या 4 हजार 482 रही तो वहीं इस दौरान 265 लोगों की जान गई। दिल्ली का डेथ रेट 1.58 फीसदी, संक्रमण दर 6.89 फीसदी और रिकवरी रेट 97.79 फीसद पर पहुंच गया है। इसके अलावा महाराष्ट्र में कल नए संक्रमितों की संख्या जहां 28 हजार 438 रही तो वहीं इस दौरान राज्यभर में 1 हजार 291 लोगों ने संक्रमण के चलते जिन्दगी की जंग हारी। केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों में कल भी 30 हजार के पार रही। केरल में 31 हजार 337 नए संक्रमित मिले और 97 लोगों की जान गई, कर्नाटक में 30 हजार 309 नए संक्रमित मिले और 525 लोगों की जान गई वहीं तमिलनाडु में 33 हजार से ज्यादा मामले सामने आए और 364 लोगों की मौत हुई। पश्चिम
बंगाल में 24 घंटे में 19 हजार 428 नए संक्रमित मिले और 145 लोगों की मौत हुई, वहीं उत्तर प्रदेश में कल 8 हजार 737 नए मामले मिले और इस दौरान 255 लोगों की जान गई। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री विजय कश्यप का भी कोरोना संक्रमण के चलते निधन हो गया, वे 29 अप्रैल से
गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। आपको बता दें कि ये उत्तर प्रदेश के पांचवें विधायक हैं जिनकी जान कोरोना संक्रमण से गई है।
2- सिंगापुर में मिले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को बच्चों के लिए काफी घातक माना जा रहा है। खुद सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओं ये कुंग ने कहा है कि बच्चे कोरोना के नए वेरिएंट B.1.617 के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। इसी को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केन्द्र सरकार को आगाह करते हुए भारत सरकार से अपील की कि सिंगापुर से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगाई जाए क्योंकि ये वेरिएंट देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की वजह बन सकता है। केजरीवाल ने सिंगापुर में मिले इस वेरिएंट के घातक परिणामो की आशंका पर केन्द्र सरकार को आगाह करते हुए ट्वीट किया, सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद ख़तरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है। केंद्र सरकार से मेरी अपील: 1. सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों 2. बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो। हालांकि केजरीवाल के इस ट्वीट के बाद देर रात सिंगापुर के हाई कमिश्नर ने ऐसे किसी भी वेरिएंट के मिलने और उससे बच्चों के संक्रमित होने की खबरों से इनकार किया।
3- दिल्ली को दर्द देने वाला कोरोना संक्रमण अब धीरे धीरे हल्का पड़ रहा है, लेकिन संक्रमण से जूझती दिल्ली में इस महामारी को बीच बहुतों ने अपना बहुत कुछ खोया है। उन्हीं के हितों और दर्द को ध्यान में रखते हुए कल केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के लिए चार बड़े ऐलान किए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि कोरोना के खिलाफ जारी इस जंग में कुछ परिवार बेहद मुश्किल हालातों का सामना कर रहे हैं, ऐसे सभी जरूरतमंद परिवारों के लिए आज हम राशन से लेकर पेंशन तक जैसी चार महत्वपूर्ण घोषणाएं करने जा रहे हैं। केजरीवाल सरकार की इन घोषणाओं में दिल्ली के लाखों लोगों को मुफ्त राशन, अनाथ बच्चों को आर्थिक मदद,कोरोना संक्रमण से मौत पर मुआवजा और प्रभावित परिवारों को पेंशन शामिल हैं। केजरीवाल ने कहा, दिल्ली सरकार 72 लाख लोगों को जो 5 किलो राशन देती है वो इस महीने मुफ्त मिलेगा। इसके अलावा 5 किलो राशन प्रधानमंत्री योजना के तहत भी दिया जाएगा यानी कुल 10 किलो राशन मुफ्त मिलेगा। ऐसे में
जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं उन्हें भी राशन दिया जाएगा यानि जो राशन मांगेगा, उसे राशन देंगे। इसके अलावा जिन लोगों की जान कोरोना से गई है, उनके परिवारों को बतौर राहत राशि 50 हजार रुपये का मुआवजा मिलेगा। वहीं जिन परिवारों ने घर के कमाने वाले को इस महामारी में खोया है उन्हें 50 हजार रुपये के मुआवजे के साथ ढाई हजार रुपए महीना पेंशन भी दी जाएगी। केजरीवाल ने कहा कि इस महामारी के चलते जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है उन्हें भी 25 साल की उम्र तक ढाई हजार रपुये प्रति माह पेंशन और मुफ्त शिक्षा दी जाएगी।
4- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का प्रकोप भी शांत नहीं हुआ है कि तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है, क्योंकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार युद्ध स्तर पर तीसरी लहर से बचाव के कामों में लगी है ताकि संक्रमण के चलते बच्चों की जान आफत में न आए। संक्रमण से बचाव का एक कारगर इलाज माना जा रहा है वैक्सीन, इसीलिए 2 साल से 18 साल तक की उम्र के लिए वैक्सीन की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। तीसरी लहर की चेतावनी से पहले बच्चों पर ट्रायल को मंजूरी देना बड़ा फैसला माना जा रहा है। इस पर जानकारी देते हुए नीति आयोग के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल ने कहा कि वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक अब 2-18 वर्ष की आयु वर्ग के लिए टीके की तैयारी में लग गई है। भारत बायोटेक को इसके लिए DCGI, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की मंजूरी भी मिल गई है। वीके पॉल ने कहा कि अगले 10-12 दिनों में इसके क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो जाएंगे।
5- कल मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 राज्यों के जिलों के फील्ड ऑफिसर्स से वर्चुअल मीटिंग की। इस मीटिंग में कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, चंडीगढ़, बिहार, मध्य प्रदेश,हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, असम और गोवा के अधिकारियों से पीएम ने बाततीच की और कोरोना काल में विभिन्न जिलों की चुनौतियों से निपटने के लिए उनसे अपने अनुभवों के जरिए इस लड़ाई में अपनी भूमिका अदा करने को कहा। उन्होंने फील्ड ऑफिसर्स का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि आप युद्ध के कमांडर हैं, किसी भी युद्ध में कई कमांडर कई योजनाओं को मूर्त रूप देते हैं, लड़ाई लड़ते हैं और हालात के हिसाब से फैसला करते हैं। आप भारत की लड़ाई के महत्वपूर्ण फील्ड कमांडर हैं। उन्होंने कहा कि आप एक भी प्रयास मत छोड़िए। उन्होंने कहा कि संक्रमण के खिलाफ हमारे हथियार लोकल कंटेनमेंट जोन, एग्रेसिव टेस्टिंग, लोगों तक सही और पूरी जानकारी पहुंचाना है। तमाम अहतियातों सुझावों और सकारात्मकता से भले पीएम के इस संबोधन का जब लाइव ब्रॉडकास्ट हुआ तो बार फिर सियासत गर्मा गई। इस वर्चुअल मीटिंग के बाद पीएम मोदी ने सभी को एक मैसेज दिया जिसका टेलीविजन पर ब्रॉडकास्ट किया गया। इसपर सवाल उठाते हुए दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर सवाल खड़ा किया, आज की मीटिंग में प्रधानमंत्रीजी का वक्तव्य टीवी पर लाइव प्रसारित हुआ। पिछली बैठक में केजरीवालजी के लाइव प्रसारण पर आपत्ति थी। कहा गया था कि प्रोटोकॉल
तोड़ा गया है। आज के प्रोटोकॉल में लाइव ब्रॉडकास्ट की इजाजत थी? कैसे पता चलेगा कि कौन सी मीटिंग का लाइव टेलीकास्ट हो सकता है और किस मीटिंग का नहीं? आपको बता दें कि बीती 23 अप्रैल को पीएम मोदी ने 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी बैठक की थी, जिसका लाइव टेलीकास्ट करने पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को टोकते हए कहा था कि ये हमारी जो परंपरा है, हमारे जो प्रोटोकॉल हैं, उसके खिलाफ हो रहा है कि कोई मुख्यमंत्री ऐसी इनहाउस मीटिंग को लाइव टेलीकास्ट करे। ये उचित नहीं है, हमें हमेशा संयम पालन करना चाहिए।