1- देश में कल रविवार को कई दिनों के बाद नए संक्रमितों की संख्या 4 लाख से नीचे गई। कल रविवार को देशभर में 3 लाख 66 हजार नए मामले मिले और इस दौरान 3 हजार 747 लोगों की मौत हुई। सक्रमितों की संख्या जहां पूरे देश में घटी, वहीं कर्नाटक में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है, कल कर्नाटक में करीब करीब महाराष्ट्र जितने ही मामले सामने आए। 24 घंटे में कर्नाटक में नए संक्रमितों की गिनती जहां 47 हजार 930 रही तो वहीं महाराष्ट्र में कल 48 हजार 400 नए संक्रमित मिले, 572 की मौत हुई। इन आंकड़ों से साफ होता है कि महाराष्ट्र में स्थिति सुधर रही है लेकिन कर्नाटक के हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद तीसने नंबर पर है केरल, जहां कल 24 घंटे में 35 हजार 801 नए संक्रमित मिले और 68 की मौत हुई। इसके अलावा तमिलनाडु में 28 हजार लोग संक्रमित मिले तो वहीं 236 लोगों की मौत हुई, यूपी में 23 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित मिले और 296 मौतें हुई। इसके अलावा बंगाल में कल 19 हजार 441 नए कोरोना संक्रमित मिले और 124 लोगों ने संक्रमण से अपनी जान गंवाई। वहीं 26 दिनों में पहली बार कल दिल्ली में 13 हजार 336 केस मिले जबकि 273 लोगों की मौत हुई लेकिन अहतियातन राजधानी में लॉकडाउन को आगे बढ़ाया गया है। उत्तर प्रदेश में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए योगी सरकार ने कोरोना कर्फ्यू को 17 मई तक बढ़ा दिया है। नई गाइडलाइन के तहत यूपी में अब 20 मई तक सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे और इस दौरान ऑनलाइन क्लासेज भी नहीं होंगी। इस बंदी के दौरान इमरजेंसी सेवाओं, वैक्सीनेशन प्रक्रिया जारी रहेंगी।
2- दिल्ली में लॉकडाउन को एक हफ्ते और बढ़ा दिया गया है रविवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अब दिल्ली में लॉकडाउन 17 मई की सुबह 7 बजे तक लागू रहेगा और इस एक हफ्ते के लॉकडाउन में दिल्ली मेट्रो की सेवाएं भी बंद रहेंगी। दरअसल लॉकडाउन लगने के बाद दिल्ली में रोजाना आने वाले संक्रमितों की संख्या में तो कमी आई है लेकिन संक्रमण की दर में कोई खास गिरावट नहीं आई। अभी भी संक्रमण की दर 23 फीसदी बनी हुई है। रविवार के दिन दिल्ली के लिए राहत भरी खबर ये रही कि 26 दिन में पहली बार कल दिल्ली में 13 हजार 336 केस मिले जबकि 273 लोगों की मौत हुई, लेकिन लॉकडाउन को बढ़ाने की जानकारी देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के केस भले ही कम हुए हैं, लेकिन ढिलाई नहीं बरत सकते क्योंकि जान है तो जहान है। एक हफ्ते के लिए दिल्ली में बढ़ाए गए इस लॉकडाउन में शादी-पार्टियों के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की गई हैं जिनके मुताबिक होटल, मैरिज हॉल व बैंक्वेट में शादी समारोहों पर प्रतिबंध रहेगा, सिर्फ कोर्ट मैरिज और घर पर ही 20 लोगों की मौजूदगी में शादी की इजाजत होगी। वहीं टेंट व डीजे वालों के लिए निर्देश हैं कि वे या तो एडवांस वापस करेंगे या शादी की तारीख आगे बढ़ाएं। वैक्सीनेश को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार हर महीने वैक्सीन की 60 लाख डोज दे, 3 महीने में सबको वैक्सीन लगाई जाएगी।
3- एक तरफ दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान जैसे राज्यों से कोविड वैक्सीन की कमी की खबरें आ रही हैं तो वहीं दूसरी तरफ केन्द्र का कहना है कि राज्यों के पास अभी भी लगभग 72 लाख वैक्सीन डोज हैं और अगले 3 दिन में लगभर 46 लाख खुराक राज्यों को और दी जाएंगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी देते हुए कहा कि भारत सरकार ने अब तक राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 17 करोड़ 56 लाख 20 हजार 810 डोज मुफ्त उपलब्ध कराई हैं जिनमें से अभी भी राज्यों के पास 72 लाख से ज्यादा डोज बाकी हैं। आपको बता दें कि कल ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने राजधानी में वैक्सीनेशन की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा है कि दिल्ली को हर महीने 60 लाख वैक्सीन के डोज की जरूरत है। इतनी वैक्सीन मिलने पर दिल्ली सरकार तीन महीने के भीतर सभी को वैक्सीन लगाने का काम पूरा कर लेगी। उन्होंने ये
भी कहा कि वैक्सीन की कीमत एक होनी चाहिए चाहे केंद्र सरकार खरीदें राज्य सरकार खरीदे या फिर प्राइवेट अस्पताल। 18 से 45 और 45 साल से ऊपर के लोगों के टीकाकरण के लिए दिल्ली को हर महीने 83 लाख खुराक की जरूरत है। यदि पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन मिले तो दिल्ली में तीन महीने में टीकाकरण पूरा हो सकता है।
4- देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों में ऐसे केस भी लगातार सामने आ रहे हैं जो वैक्सीन की पहली या फिर दोनों डोज ले चुके हैं। चिकित्सकों और विशेषज्ञों ने ऐसे संक्रमितों को लेकर चिंता जाहिर की है, विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे लोग सुपर स्प्रेडर बन रहे हैं। वैक्सीन की पहली या दोनों डोज लेने के बाद संक्रमित होने वाले मामलों में देखा गया है कि ज्यादातर ऐसे मरीज अन्य की तुलना में जल्दी रिकवर हो रहे हैं और कई मामलों में उनकी स्थिति दूसरे मरीजों के मुकाबले उतनी गंभीर नहीं होती, लेकिन ऐसे लोग उन लोगों के लिए बड़ा खतरा बन रहे हैं, जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है यानि वैक्सीन की एक या दोनों डोज लेने वाले ऐसे संक्रमित सुपर स्प्रेडर की भूमिका में हैं, वहीं ऐसे लोगों को लेकर भी चिंता जाहिर की जा रही है जिनमें संक्रमण के बाद भी लक्षण नजर नहीं आ रहे, क्योंकि बिना लक्षण वाले लोग भी दूसरों के लिए संक्रमण का खतरा बढ़ा रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि वैक्सीन की पहली डोज लेने वाले शख्स में एंटीबॉडी के मैक्सिमम लेवल को पाने में लगभग 6-8 हफ्ते लगते हैं, बशर्ते दूसरी खुराक भी दिलाई गई हो। इस बीच की अवधि में, वो शख्स संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील होता है, लेकिन अधिकांश मामलों में, वो असिम्टोमैटिक रहेगा और ये नहीं जान पाएगा कि वो संक्रमित है और दूसरों को संक्रमित कर रहा है। इसलिए वैक्सीन लेने के बाद भी कोविड गाइडलाइन्स का पालन करें क्योंकि ववैक्सीन लेने के बाद आप सुरक्षित हो सकते हैं आपके आस-पास वाले नहीं।
5- कोरोना की दूसरी लहर के बीच बिगड़ रही स्थिति को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी केन्द्र सरकार पर लगातार अपने बयानों से वार करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। ऑक्सिजन और वैक्सीन की कमी, चरमराए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर और सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट आदि को लेकर राहुल गांधी लगातार प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार की आलोचना कर रहे हैं। रविवार को भी राहुल गांधी ने केन्द्र सरकार और पीएम पर निशाना साधते हुए दो ट्वीट्स किए। उन्होंने अपने एक ट्वीट में गांवों में फैल रहे संक्रमण को लेकर सरकार पर तंज कसा, उन्होंने ट्वीट में लिखा, शहरों के बाद,
अब गांव भी परमात्मा पर निर्भर! इस ट्वीट में उन्होंने एक हेडलाइन शेयर की, जिसमें लिखा था, कोविड 19: महामारी की दूसरी लहर अब गांवों पर बरपा रही है कहर। इससे पहले राहुल गांधी ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर तंज कसते हुए भी सरकार पर निशाना साधा था और लिखा था कि देश को पीएम आवास नहीं, सांस चाहिए।